बन्धुवर , सर्वप्रथम आपने अपनी प्रतिक्रिया में जो भी कहा है हो सकता है कि आपकी द्रष्टि में उचित हो ,क्योंकि आपने कुछ अधिक की आशा की होगी लेखक महोदय से। किन्तु बन्धुवर लेखक महोदय ने अपने क्षतविक्षत हाथ का चित्र भी तो हमसब को दिखाया था उसको देखकर ही अनुमान लगा सकते थे आप ,किन्तु कोई बात नहीं हम...