इस फोरम पर कई लेखक ये समझते हे की वो कोई महाकाव्य लिख रहे हे ,अगर वो नहीं लिखेंगे तो पाठक उनसे मनुहार करेंगे ,विनती करेंगे नहीं नहीं आप लिखना मत छोड़िये ,आप नहीं लिखेंगे तो हम ज्ञान से वंचित हो जायेंगे ,हम आपकी रचना ना लिखने के गम में डूब जायेंगे।
कोई ये ग़लतफ़हमी नहीं रखे ,आप महीनो नहीं लिखेंगे फिर एकदम अवतरित होंगे ,3 -4 पार्ट लिखेंगे ,उम्मीद ये करेंगे की सेकड़ो की संख्या में पाठक अपनी प्रतिक्रिया दे ,वो आपको नहीं मिलती तो फिर से नाराज हो जाते हे की अब नहीं लिखेंगे।
मत लिखो आपके लिखने या ना लिखने से किसी को रत्तीभर भी फर्क नहीं पड़ता हे आप लिख रहे हे तो कोई एहसान नहीं कर रहे हे किसी पर ,आपसे अच्छा सा अच्छा लिखने वाले हे इस फोरम पर।
आपकी आदत में शुमार हे की पाठक आपके हर वाक्य पर वाह वह करे तो आप को संतुष्टि मिलती हे
अलविदा