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Non-Erotic नहीं हूँ मैं बेवफा!

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ashik awara

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आप ही के कमेंट का इंतज़ार था मुझे................आपने वादा किया था की अगर मैं कहानी लिखूंगी तो आप अवश्य पढ़ेंगे...........आपने अपना वादा पूरा किया उसके लिए :thankyou: आपने अपने कमेंट में जो उदाहरण दे कर बात को समझाया है उसे पढ़कर अच्छा लगा.............इस दुनिया में अभी भी ऐसे लोग मौजूद हैं जो पूरी बात जाने बिना किसी को जज नहीं करते.................शायद तभी ये दुनिया चल रही है ..............................आपने पुछा था की मेरा गॉंव बिहार या उत्तर प्रदेश में है तो मैं बता दूँ की मैं अयोध्या वासी हूँ..............यानी हमारा गॉंव आयोध्य के नज़दीक है................बोली भासा भोजपुरी और अवधि का मेल है इसलिए हम लोग भोजपुरी अच्छे से समझते हैं परन्तु उसे पूरी तरह नहीं बोलते.............. मेरी इस कहानी में डायलाग कम हैं क्योंकि मुझे डायलाग ठीक से लिखना नहीं आता..........मैं बातें आगे पीछे लिख देती हूँ इसलिए............... खैर.................अब आप आ गए हैं तो आप से और Rekha rani जी से लगातार रिव्यु की उम्मीद रखूंगी................. kamdev99008 भाईसाहब के ऊपर कोई दबाव नहीं...............उन खिलाफ मैं उनकी छोटी भांजी को भड़का रही हूँ :evillaugh:
आपका असली नाम तो मुझे नही पता , पर जेसा अनोखा बंधन पार्ट १ में आपको संगीता के नाम से पुकारा गया हे , सच में मुझे संगीता का चरित्र अच्छा लगा था , पर में अभी इसका दूसरा भाग अभी पढ़ नही पाया , पर पहले भाग ने मेरे मन में आपकी जो प्यार करने वाली ममतामई छवि बनी , वो अभीतक मन में बनी हुई हे , पर दुसरे भाग के बारे में जो रिव्यू पढ़े हें उससे पढने की हिम्मत कम हो रही हे , और अच्छा लगा की आप खुद कहानी कह रही हें और में आपकी कहानी पुरे मन से पढूंगा आप कहानी जारी रखिये
 

Sanjuhsr

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Congratulations for yours story,
आपने अपना पक्ष रखने की सोची जानकर बहुत खुशी हुई,
अपने बचपनसे आपने अपनी कहानी शुरू की है जोकि बहुत अच्छी बात है इससे आपके व्यकितत्व को समझने में आसानी होगी।
अभी तक आपने अपने और अपने परिवार के बारे में जो विवरण दिया है उससे लग रहा है कि ग्रमीण परिवेश में आपका जन्म हुआ जहाँ परिवार के बच्चों को बहुत मुश्किल से बाप और माँ का प्यार मिल पाता है आजीविका के लिए ऐसे परिवार के बड़े काम मे लगे रहते है, और बच्चों को समय नही दे पाते , और बड़े बच्चों को ही छोटे बच्चों को सम्भलना पड़ता है आपकी जिम्मेदारी बड़े भैया ने उठायी वैसे ही छोटी बहनों को आपने संभाला होगा।
फिर बाप और बड़े भाई के बीच झगड़े देखे, भाई को गुमराह होकर बाप पर हाथ उठाना, आपके मन पर बहुत असर हुआ होगा जिसके असर अभी तक होंगे ।
आपकी कहानी से कुछ कुछ मुझे अपनी भाभी की याद आती जा रही है जो कहानी उन्हीने अपने परिवार की मुझे सुनाई थी, कैसे उसने अपनी चार बहनों को संभाला था बचपन में।
अगले update का wait रहेगा
 

ashik awara

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Congratulations for yours story,
आपने अपना पक्ष रखने की सोची जानकर बहुत खुशी हुई,
अपने बचपनसे आपने अपनी कहानी शुरू की है जोकि बहुत अच्छी बात है इससे आपके व्यकितत्व को समझने में आसानी होगी।
अभी तक आपने अपने और अपने परिवार के बारे में जो विवरण दिया है उससे लग रहा है कि ग्रमीण परिवेश में आपका जन्म हुआ जहाँ परिवार के बच्चों को बहुत मुश्किल से बाप और माँ का प्यार मिल पाता है आजीविका के लिए ऐसे परिवार के बड़े काम मे लगे रहते है, और बच्चों को समय नही दे पाते , और बड़े बच्चों को ही छोटे बच्चों को सम्भलना पड़ता है आपकी जिम्मेदारी बड़े भैया ने उठायी वैसे ही छोटी बहनों को आपने संभाला होगा।
फिर बाप और बड़े भाई के बीच झगड़े देखे, भाई को गुमराह होकर बाप पर हाथ उठाना, आपके मन पर बहुत असर हुआ होगा जिसके असर अभी तक होंगे ।
आपकी कहानी से कुछ कुछ मुझे अपनी भाभी की याद आती जा रही है जो कहानी उन्हीने अपने परिवार की मुझे सुनाई थी, कैसे उसने अपनी चार बहनों को संभाला था बचपन में।
अगले update का wait रहेगा
दोस्त आपके विचार पढकर अच्चा लगा , इस फोरम पर जब आये हें तो ये तो पता हे की ईस फोरम पर सेक्स से भरपूर कहानिया ही पढने को मिलेंगी वो भी काफी हदतक बेतुकी और बेढंगी कहानियां पर कुछ लेखक इसे भी हें जिनका कहानी कहने का तरीका और उनकी भाषा शेली बहुत ही सभ्य तरीके से सेक्स की कहानी कहना वो भी तार्किक तरीके से काफी कहानियां मिली हें पर ज्यादातर कहानियां डस्टबिन में जाने के योग्य ही हें , दूसरा हिंदी की कहानी को रोमन में कहाँ कहीं से भी उचित नही ठहरता , रहीं इनकी कहानी पढकर हम लोगों को भी अपने गाँव देहात की याद आ जाती हे , चूँकि में गाँव में काफी रहा हूँ और वहाँ के वातवरण और गाँव के मेले अक्सर याद आ जाते हें , इस तरह की कहानियां बरबस ही मन को मोह लेती हें और गाँव की यादें ताजा कर देती हें धन्यवाद
 

king cobra

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भाईसाहब का ये गुस्सा मेरे भीतर भी है..............गुस्से में मैं क्या क्या करती हूँ ये भी आप आगे देखेंगे
Gussa me kiya gaya koi kaam achcha nahi hota hai log dhere dhere aapse door ho jate hain ek time aata aap bilkul akele pad jate hain ishiliye gusse me koi faisla mat kiya karo
 
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Congratulations for yours story,
आपने अपना पक्ष रखने की सोची जानकर बहुत खुशी हुई,
अपने बचपनसे आपने अपनी कहानी शुरू की है जोकि बहुत अच्छी बात है इससे आपके व्यकितत्व को समझने में आसानी होगी।
अभी तक आपने अपने और अपने परिवार के बारे में जो विवरण दिया है उससे लग रहा है कि ग्रमीण परिवेश में आपका जन्म हुआ जहाँ परिवार के बच्चों को बहुत मुश्किल से बाप और माँ का प्यार मिल पाता है आजीविका के लिए ऐसे परिवार के बड़े काम मे लगे रहते है, और बच्चों को समय नही दे पाते , और बड़े बच्चों को ही छोटे बच्चों को सम्भलना पड़ता है आपकी जिम्मेदारी बड़े भैया ने उठायी वैसे ही छोटी बहनों को आपने संभाला होगा।
फिर बाप और बड़े भाई के बीच झगड़े देखे, भाई को गुमराह होकर बाप पर हाथ उठाना, आपके मन पर बहुत असर हुआ होगा जिसके असर अभी तक होंगे ।
आपकी कहानी से कुछ कुछ मुझे अपनी भाभी की याद आती जा रही है जो कहानी उन्हीने अपने परिवार की मुझे सुनाई थी, कैसे उसने अपनी चार बहनों को संभाला था बचपन में।
अगले update का wait रहेगा
छोटे भाई बहन को संभालना................बड़ा ही चुनौतीपूर्ण काम होता है................क्योंकि वो वही सीखते हैं जो आप करते हो.................इसीलिए मैं शुरू से ही इस मामले में बड़ी सख्त रही हूँ..............जिस वजह से बच्चे मुझसे थोड़ा घबराते हैं................वहीँ दूसरी तरफ हमारे लेखक जी Rockstar_Rocky जी हैं...............इन्हें बच्चों के साथ बच्चा बनने में सुख मिलता है.................और जो बातें मैं सख्ती से सीखना चाहती हूँ.................ये प्यार से सीखा देते हैं...............मेरा यही सख्ती का गुण नेहा में भी है...............पर उसके बारे में मैं आगे लिखूंगी.....................
 
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आपका असली नाम तो मुझे नही पता , पर जेसा अनोखा बंधन पार्ट १ में आपको संगीता के नाम से पुकारा गया हे , सच में मुझे संगीता का चरित्र अच्छा लगा था , पर में अभी इसका दूसरा भाग अभी पढ़ नही पाया , पर पहले भाग ने मेरे मन में आपकी जो प्यार करने वाली ममतामई छवि बनी , वो अभीतक मन में बनी हुई हे , पर दुसरे भाग के बारे में जो रिव्यू पढ़े हें उससे पढने की हिम्मत कम हो रही हे , और अच्छा लगा की आप खुद कहानी कह रही हें और में आपकी कहानी पुरे मन से पढूंगा आप कहानी जारी रखिये
मेरा नाम संगीता ही है..................एक अनोखा बंधन हमारे लेखक Rockstar_Rocky जी की है जिसमें उन्होंने अपने नज़रिये से सब लिखा................एक समय था जब मैंने अपना नजरिया भी लिखा था जिसे लेखक जी ने बहुत ही प्यारे ढंग से दुबारा लिखा.......................मैं उनका मुक़ाबला तो नहीं कर सकती.................बस कोशिश कर रही हूँ की आप सभी को अपने हिस्से की बातें बता सकूं...........ऐसी बातें जो लेखक जी ने नहीं लिखीं.................वैसे ये कहानी सिर्फ मेरी नहीं होने वाली..............इसमें लेखक जी का भी जिक्र होगा
 

king cobra

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छोटे भाई बहन को संभालना................बड़ा ही चुनौतीपूर्ण काम होता है................क्योंकि वो वही सीखते हैं जो आप करते हो.................इसीलिए मैं शुरू से ही इस मामले में बड़ी सख्त रही हूँ..............जिस वजह से बच्चे मुझसे थोड़ा घबराते हैं................वहीँ दूसरी तरफ हमारे लेखक जी Rockstar_Rocky जी हैं...............इन्हें बच्चों के साथ बच्चा बनने में सुख मिलता है.................और जो बातें मैं सख्ती से सीखना चाहती हूँ.................ये प्यार से सीखा देते हैं...............मेरा यही सख्ती का गुण नेहा में भी है...............पर उसके बारे में मैं आगे लिखूंगी.....................
bachchon ko na sabse jada pyaar karti hai ma sabse jada gussa bhi karti hai bachche bhi kaam nikalwane ma ke pass hi jate hain jo sidha baap se na bol pate hain bade hone par ma ki koi baat dhyan na dete bas kaam padta tab unko pyaar se samjhate ki papa ko bolo ye kaam ho jaye to bahut achcha hai kahne ka matlab sara jiwan us bachche ke liye bita dene ke baad bhi ki kimat wo nahi hoti jo hona chahiye zindagi me yahi sab dekha samjha hai aage bhagwaan bhala kare hamko jo hamare hath ma hai kar rahe ye agli pidhi kya karti bhagwaan Jane hum to abhi koot diye jate hain hamara baap baap hai hamare liye inna respect hai hamare man me ki goli bhi maar den to hanste hanste kha legen lekin ye bachche jo bade ho rahe inse hamko ummid na hai
 

ashik awara

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मेरा नाम संगीता ही है..................एक अनोखा बंधन हमारे लेखक Rockstar_Rocky जी की है जिसमें उन्होंने अपने नज़रिये से सब लिखा................एक समय था जब मैंने अपना नजरिया भी लिखा था जिसे लेखक जी ने बहुत ही प्यारे ढंग से दुबारा लिखा.......................मैं उनका मुक़ाबला तो नहीं कर सकती.................बस कोशिश कर रही हूँ की आप सभी को अपने हिस्से की बातें बता सकूं...........ऐसी बातें जो लेखक जी ने नहीं लिखीं.................वैसे ये कहानी सिर्फ मेरी नहीं होने वाली..............इसमें लेखक जी का भी जिक्र होगा
संगीता जी मुझे बेहद ख़ुशी हे की आप अपना नजरिया खुद रख रही हें , और वेसे तो में ज्यादातर पूरी हो चुकी कहानियां ही पढना ज्यादा पसंद करता हूँ . या जो काफी कह दी गई होती हें , पर आपकी कहानी में शुरू से पढ़ रहा हूँ और उसे अपने फोल्डर में सुरछित भी रख रहा हूँ , आप समय लीजिये और कहानी जारी रखिये धन्यवाद
 
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