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Incest एक अनोखा बंधन - पुन: प्रारंभ (Completed)

Sharma

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Main es story ko "exbii" k time se pad raha hu...or ye meri kuch fev. story m s raha hai....yaha start krnte time Maine ap dono k bare m pucha tha to apne bola tha ki ab hum sath nahi rahte, karan puchne pr apne bas ek sayri likh di thi...main tab se Janna chahta tha ki itna pyar hone k bad v ap dono alag kyn huwe...or aap dono k comments ko pad k v lagta tha ki dono alag alag jagah hai....or ans last m mil hi gaya jo bahut shocking tha.......but jab tak story chali dono es tarah kisi incident ko discuss krte the jaise wo sab real tha jo k ab pata chala sab false tha...... online order wala romence...... Ayush ki gf.....Shruti ki masti....Neha ki kavi sadi na krne wali bat......sab bas apki imagination thi...kavi ache gamer ho aap dono.......apke so called sasurji ki antim iksha v kuch or hi hogi......
Pahle ki story m to ap ek fighter hai jo apne partner k liy lada...apne maa bap ka ideal beta tha......apne baccho ka a god father tha.....but reality m to kuch v nahi hai..... finally ek aisa admi hai jisne ek jhuthi aurat ki kasam k liy apne baccho ka bachpan barbad kr diya...apne maa bap ko alag hone diya, karan ek tarah se wahi aurat hai or ab apni maa ko bas dukh hi de raha hai alag alag tarike se...... imaginary story m HERO real m BIG ZERO....wo aurat mujhe pahli story m v kuch khash pasand nahi thi...or ab to wo kisi layak ki nahi lagti....sayad apne v uski Kasam ka bas bahana bana liya real m apme himmat hi nahi thi apne baccho ko apna k unhe palne ki....ek bap k liy apne baccho se badke v kuch ho sakta hai ye yaha hi dikha hai..... bhagwan aise maa bap kisi bacche ko na de......

Agar meri koi bat buri lagi ho to umid hai wo jor se lagi ho or main bilkul v sorry nahi hu.....
 

kamdev99008

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कोशिश....

झटके से सब झाड़ कर खड़े हो जाइए, मां को दिखे की आप सुधार ही नही गए हैं, बल्कि नई शुरुवात भी कर रहे है, वही आपकी कोशिश मानी जायेगी, इस मामलों में रोज कुछ सुधार वाला फार्मूला काम नही करता, एक बार में ही सब भूल के एक बार में सब नए सिरे से शुरू करना पड़ता है।

और एक बात, नफरत दोस्ती जैसे अहसास को त्याग दीजिए और कुछ लोगों से कुछ दिन तक उदासीनता अपना लीजिए, कठिन है, पर कोशिश से बेहतर विकल्प है, कोशिश से एक दिन आप फिर हार जायेंगे। पर इस तरह से नई शुरुवात हो जाती है आराम से।

बाकी आपकी मर्जी।
मानु भाई मेरा भी यही कहना है...
आपकी और संगीता की जिंदगी रेल की दो पटरियों की तरह साथ साथ तो हमेशा चलेगी लेकिन मिलेगी नहीं.... मिलना दुर्घटना का कारण ही बनेगा..

इसलिये अपना घर बसाओ उस माँ के लिए जिसका पूरा जीवन एक अपना घर बसाने में निकल गया... फिर भी आज सबसे ज्यादा अकेली है.... उनके पास तो आप और आपका परिवार भी नहीं...

संगीता व बच्चों से प्यार, नफरत, दोस्ती सबसे बाहर निकलो... उनके पास ससुराल और मायके दोनों परिवार के बहुत लोग हैं....

आपके पिताजी के पास भी भाई, भतीजे उनकी बहुयें, बच्चे... सब हैं

......... क्या कहूँ... 😔
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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मानु भाई मेरा भी यही कहना है...
आपकी और संगीता की जिंदगी रेल की दो पटरियों की तरह साथ साथ तो हमेशा चलेगी लेकिन मिलेगी नहीं.... मिलना दुर्घटना का कारण ही बनेगा..

इसलिये अपना घर बसाओ उस माँ के लिए जिसका पूरा जीवन एक अपना घर बसाने में निकल गया... फिर भी आज सबसे ज्यादा अकेली है.... उनके पास तो आप और आपका परिवार भी नहीं...

संगीता व बच्चों से प्यार, नफरत, दोस्ती सबसे बाहर निकलो... उनके पास ससुराल और मायके दोनों परिवार के बहुत लोग हैं....

आपके पिताजी के पास भी भाई, भतीजे उनकी बहुयें, बच्चे... सब हैं

......... क्या कहूँ... 😔
प्यार का उल्टा नफरत नही, उदासीनता होती है। जब आप किसी से नफरत करते हैं तो भी आप एक तरह से उनकी परवाह ही करते हैं, उनके बारे में जानने को व्याकुल रहते हैं। पर जब किसी की तरफ से उदासीन होते है तभी आप अपना जीवन सही कर सकते हैं।

यही सबसे मानसिक अवसाद से मजबूत हो कर निकालना होता है, वरना आप बार बार उसी भंवर में फसते और बरबाद होते रहेंगे।
 

king cobra

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मानु भाई मेरा भी यही कहना है...
आपकी और संगीता की जिंदगी रेल की दो पटरियों की तरह साथ साथ तो हमेशा चलेगी लेकिन मिलेगी नहीं.... मिलना दुर्घटना का कारण ही बनेगा..

इसलिये अपना घर बसाओ उस माँ के लिए जिसका पूरा जीवन एक अपना घर बसाने में निकल गया... फिर भी आज सबसे ज्यादा अकेली है.... उनके पास तो आप और आपका परिवार भी नहीं...

संगीता व बच्चों से प्यार, नफरत, दोस्ती सबसे बाहर निकलो... उनके पास ससुराल और मायके दोनों परिवार के बहुत लोग हैं....

आपके पिताजी के पास भी भाई, भतीजे उनकी बहुयें, बच्चे... सब हैं

......... क्या कहूँ... 😔
kuch na kaho aapne jo kahna tha wo kah liya bhai uske baad Manu ko sonchna hai aage kya karna hai aap advise kar sakte ho jaise doctor karta hai ab davai khani na khani ye faisla aapke hath noi hota ya to boriya bistra lapeto aur chalo inko theek karte hain dono
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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kuch na kaho aapne jo kahna tha wo kah liya bhai uske baad Manu ko sonchna hai aage kya karna hai aap advise kar sakte ho jaise doctor karta hai ab davai khani na khani ye faisla aapke hath noi hota ya to boriya bistra lapeto aur chalo inko theek karte hain dono
ये भी सही है। 👍🏽

सब टूट पड़ते है एक साथ 😂
 
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kamdev99008

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kuch na kaho aapne jo kahna tha wo kah liya bhai uske baad Manu ko sonchna hai aage kya karna hai aap advise kar sakte ho jaise doctor karta hai ab davai khani na khani ye faisla aapke hath noi hota ya to boriya bistra lapeto aur chalo inko theek karte hain dono

ये भी सही है। 👍🏽

सब टूट पड़ते है एक साथ 😂
मैं भी होली के बाद गर्मियों भर दिल्ली ही रहूँगा....
तो मैं तो बारात भी कर लूँगा :D
 

king cobra

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मैं भी होली के बाद गर्मियों भर दिल्ली ही रहूँगा....
तो मैं तो बारात भी कर लूँगा :D
Are kammo sudhar ja us naina ki sangat ma tum bhi khana ke piche pad gaye lagta aur wo chaar botal sath le liyo okay uske baad mast dhaamal karegen :party: majaak kiya bhai zindgi me inna busy hun ki dilli bahut door hai mere liye filhaal uske baad I think do shaal baad dilli pahunchunga wahan bhi hamko jhande gaadne hain 👿
 

Rockstar_Rocky

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कोशिश....

झटके से सब झाड़ कर खड़े हो जाइए, मां को दिखे की आप सुधार ही नही गए हैं, बल्कि नई शुरुवात भी कर रहे है, वही आपकी कोशिश मानी जायेगी, इस मामलों में रोज कुछ सुधार वाला फार्मूला काम नही करता, एक बार में ही सब भूल के एक बार में सब नए सिरे से शुरू करना पड़ता है।

और एक बात, नफरत दोस्ती जैसे अहसास को त्याग दीजिए और कुछ लोगों से कुछ दिन तक उदासीनता अपना लीजिए, कठिन है, पर कोशिश से बेहतर विकल्प है, कोशिश से एक दिन आप फिर हार जायेंगे। पर इस तरह से नई शुरुवात हो जाती है आराम से।

बाकी आपकी मर्जी।

भाई,

आप शायद मेरे घर के हालातों के बारे में जानते नहीं पिछले साल होली के बाद अचानक मेरी माँ की बाईं thigh muscle में दर्द शुरू हो गया था| दो महीने इस दर्द के कारण जो हम माँ-बेटे ने दुःख भोगा उसके बारे में मैंने सबको बताया था| उस कारण घर की सारी जिम्मेदारियाँ जैसे खाना बनाना, साफ़-सफाई सब मेरे कंधों पर आ गया| फिलहाल मैं उन जिम्मेदारियों को निभा रहा हूँ और धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़ रहा हूँ|
पुरानी बताएं, पुराने जख्म अब मैं भूलता जा रहा हूँ और उन्हें याद कर के अब मैं नहीं रोता| माँ को उस हालत में देखना सबसे बड़ा दुःख था! शादी-ब्याह करनी है मगर उसके लिए पहले अपना कुछ काम जमाना है, अपने लिए घर की व्यवस्था करनी है| फिलहाल मैं 1BHK में रह रहा हूँ और ऐसे में मैं शादी कर नहीं सकता|

वो पुराना वाला मानु अब मर चूका है जो अपने से पहले दूसरों के बारे में सोचता था| अब जो मनौ है वो पहले अपनी माँ के बारे में सोचता है और फिर किसी और के बारे में|

आपकी दी हुई सलाह पर मैं जर्रूर अम्ल करूँगा और जैसा की मैंने Payal22 जी से कहा था की क्या पता शादी होने के बाद मैं अपने जीवन में आये बदलावों के बारे में लिखूँ!

मानु भाई मेरा भी यही कहना है...
आपकी और संगीता की जिंदगी रेल की दो पटरियों की तरह साथ साथ तो हमेशा चलेगी लेकिन मिलेगी नहीं.... मिलना दुर्घटना का कारण ही बनेगा..

इसलिये अपना घर बसाओ उस माँ के लिए जिसका पूरा जीवन एक अपना घर बसाने में निकल गया... फिर भी आज सबसे ज्यादा अकेली है.... उनके पास तो आप और आपका परिवार भी नहीं...

संगीता व बच्चों से प्यार, नफरत, दोस्ती सबसे बाहर निकलो... उनके पास ससुराल और मायके दोनों परिवार के बहुत लोग हैं....

आपके पिताजी के पास भी भाई, भतीजे उनकी बहुयें, बच्चे... सब हैं

......... क्या कहूँ... 😔

सर जी,

हम बुद्धुओं को ये बात समझने में समय लग गया! शादी अवश्य करनी है और माँ ने लड़की ढूँढने का काम शुरू कर रही हैं! बाकी शादी माँ के स्वस्थ होते ही की जायेगी!
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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भाई,

आप शायद मेरे घर के हालातों के बारे में जानते नहीं पिछले साल होली के बाद अचानक मेरी माँ की बाईं thigh muscle में दर्द शुरू हो गया था| दो महीने इस दर्द के कारण जो हम माँ-बेटे ने दुःख भोगा उसके बारे में मैंने सबको बताया था| उस कारण घर की सारी जिम्मेदारियाँ जैसे खाना बनाना, साफ़-सफाई सब मेरे कंधों पर आ गया| फिलहाल मैं उन जिम्मेदारियों को निभा रहा हूँ और धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़ रहा हूँ|
पुरानी बताएं, पुराने जख्म अब मैं भूलता जा रहा हूँ और उन्हें याद कर के अब मैं नहीं रोता| माँ को उस हालत में देखना सबसे बड़ा दुःख था! शादी-ब्याह करनी है मगर उसके लिए पहले अपना कुछ काम जमाना है, अपने लिए घर की व्यवस्था करनी है| फिलहाल मैं 1BHK में रह रहा हूँ और ऐसे में मैं शादी कर नहीं सकता|

वो पुराना वाला मानु अब मर चूका है जो अपने से पहले दूसरों के बारे में सोचता था| अब जो मनौ है वो पहले अपनी माँ के बारे में सोचता है और फिर किसी और के बारे में|

आपकी दी हुई सलाह पर मैं जर्रूर अम्ल करूँगा और जैसा की मैंने Payal22 जी से कहा था की क्या पता शादी होने के बाद मैं अपने जीवन में आये बदलावों के बारे में लिखूँ!



सर जी,

हम बुद्धुओं को ये बात समझने में समय लग गया! शादी अवश्य करनी है और माँ ने लड़की ढूँढने का काम शुरू कर रही हैं! बाकी शादी माँ के स्वस्थ होते ही की जायेगी!
अच्छा लगा जान कर।

और काम जमाना जरूरी है, पर शादी वाली कोशिश जारी रखिए, शायद आपकी किस्मत आने वाली के साथ जुड़ कर कुछ कमाल कर जाय।
 

kamdev99008

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भाई,

आप शायद मेरे घर के हालातों के बारे में जानते नहीं पिछले साल होली के बाद अचानक मेरी माँ की बाईं thigh muscle में दर्द शुरू हो गया था| दो महीने इस दर्द के कारण जो हम माँ-बेटे ने दुःख भोगा उसके बारे में मैंने सबको बताया था| उस कारण घर की सारी जिम्मेदारियाँ जैसे खाना बनाना, साफ़-सफाई सब मेरे कंधों पर आ गया| फिलहाल मैं उन जिम्मेदारियों को निभा रहा हूँ और धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़ रहा हूँ|
पुरानी बताएं, पुराने जख्म अब मैं भूलता जा रहा हूँ और उन्हें याद कर के अब मैं नहीं रोता| माँ को उस हालत में देखना सबसे बड़ा दुःख था! शादी-ब्याह करनी है मगर उसके लिए पहले अपना कुछ काम जमाना है, अपने लिए घर की व्यवस्था करनी है| फिलहाल मैं 1BHK में रह रहा हूँ और ऐसे में मैं शादी कर नहीं सकता|

वो पुराना वाला मानु अब मर चूका है जो अपने से पहले दूसरों के बारे में सोचता था| अब जो मनौ है वो पहले अपनी माँ के बारे में सोचता है और फिर किसी और के बारे में|

आपकी दी हुई सलाह पर मैं जर्रूर अम्ल करूँगा और जैसा की मैंने Payal22 जी से कहा था की क्या पता शादी होने के बाद मैं अपने जीवन में आये बदलावों के बारे में लिखूँ!



सर जी,

हम बुद्धुओं को ये बात समझने में समय लग गया! शादी अवश्य करनी है और माँ ने लड़की ढूँढने का काम शुरू कर रही हैं! बाकी शादी माँ के स्वस्थ होते ही की जायेगी!
विजयी भव!
मेरा आशीर्वाद, मार्गदर्शन और सहयोग हमेशा आपके साथ रहेगा...
सुखद नहीं संकटकाल में जरूर याद कर लेना... :love3:
 
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