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Thriller ✧ Double Game ✧(Completed)

TheBlackBlood

Keep calm and carry on...
Supreme
79,786
117,821
354
Chapter - 01
[ Plan & Murder ]
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Update - 05
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दो तीन दिन से मैं हर रोज़ निशांत के मोबाइल से रूपा को मैसेजेस कर रहा था और रूपा उन मैसेजेस से बेहद परेशान सी नज़र आ रही थी। शुरू शुरू में उसने सोचा कि शायद किसी ने ग़लती से उसे मैसेज कर दिया होगा लेकिन जब हर रोज़ उसे उसी नंबर से मैसेजेस आने लगे तो वो एकदम से परेशान हो ग‌ई। उसे डर लगने लगा कि कहीं उसके मोबाइल के ऐसे मैसेजेस ग़लती से मेरी नज़र में न आ जाएं। आख़िर साढ़े चार सालों बाद उसकी तपस्या पूरी हुई थी और उसके पति ने उसे पत्नी के रूप में उसे अपनाया था। इतना ही नहीं बल्कि अब उसे इतना प्यार भी कर रहा था। वो अपने पति और उसके प्यार से बेहद खुश रहने लगी थी। उसने साढ़े चार सालों का अपना सारा दुःख दर्द भुला दिया था लेकिन दो तीन दिन से आ रहे ऐसे मैसेजेस ने उसे गंभीर चिंता में डाल दिया था। हालांकि ऐसी सिचुएशन में उसे करना तो ये चाहिए था कि वो इस बात को फ़ौरन ही मुझे बता देती लेकिन उसने मुझे नहीं बताया। इसकी वजह शायद ये थी कि वो नहीं चाहती थी कि उसके और मेरे बीच इस तरह की कोई बात आए जिससे मेरे मन में एक पल के लिए भी ये ख़याल उभर आए कि कहीं मेरी बीवी का किसी से चक्कर तो नहीं है?

अपनी समझ में रूपा जो कर रही थी वो ठीक कर रही थी लेकिन इसके बावजूद उसके मन में ये ख़याल भी उभर आते थे कि किसी दिन इस सबकी वजह से उस पर कोई भारी मुसीबत न आ जाए। वो उन मैसेजेस से बेहद परेशान हो चुकी थी। मेरे सामने वो खुश रहने का दिखावा करती लेकिन अकेले में वो उन मैसेजेस के बारे में ही सोच कर अंदर ही अंदर परेशान रहती। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वो इस गंभीर समस्या से कैसे छुटकारा पाए? इधर मैं भी मैसेजेस में उसे ऐसी ऐसी बातें लिख कर भेजता था जैसे वो मेरी माशूका हो। माशूका समझ कर मैं उसे वैसे ही मैसेजेस भेज रहा था जैसे आज कल के ठरकी नव जवान भेजते हैं।

ऐसे ही दो तीन दिन गुज़र गए। मैं जब घर पर रूपा के सामने होता तो ऐसा ज़ाहिर करता जैसे मुझे कुछ पता ही नहीं है। वो ख़ुद भी ऐसा दिखावा कर रही थी जैसे उसे किसी बात की परेशानी नहीं है। मैं तो जानता ही था सब कुछ क्योंकि सब कुछ करने वाला मैं ही था। मैं चाहता था कि रूपा मेरे मैसेजेस का कोई न कोई जवाब ज़रूर दे और मेरी ये चाहत तीसरे दिन पूरी हुई। यानि दो दिनों तक रूपा मेरे ऐसे मैसेजेस को सिर्फ देखती ही रही थी और मैसेजेस पढ़ कर उन्हें डिलीट कर देती थी ताकि ग़लती से भी मेरी नज़र में न आएं।

तीसरे दिन मैं ऑफिस में था और वहीं से निशांत के मोबाइल से उसे मैसेजेस भेज रहा था। अपने मैसेजेस में मैं अब ऐसी बातें लिखने लगा था कि रूपा के लिए उनका जवाब देना मज़बूरी बन जानी थी। ख़ैर तीसरे दिन रूपा ने जवाब में लिखा कि तुम कौन हो और क्यों इस तरह के घटिया मैसेजेस भेजते हो मुझे? रूपा का जवाब के रूप में ऐसा सवाल देख कर मैं मुस्कुराया और उसे मैसेज में बोला कि वो मेरी जानेमन है और मैं उससे प्यार करता हूं और साथ ही मैं चाहता हूं कि वो मेरा प्यार एक्सेप्ट कर के मेरे पास आए, ताकि हम दोनों के जिस्म एक हो जाएं।

रूपा मेरा मैसेज पढ़ कर यकीनन बुरी तरह चौंकी रही होगी लेकिन जवाब में उसने यही लिखा कि अगर उसने मुझे फिर से इसी तरह मैसेजे किए तो इस बार वो पुलिस के पास जा कर मेरी शिक़ायत कर देगी। मुझे रूपा के इस रिप्लाई पर थोड़ा झटका तो ज़रूर लगा था लेकिन मैं जानता था कि वो मुझे सिर्फ खोखली धमकी दे रही थी जबकि सच तो ये है कि ऐसा करने की उसमें हिम्मत ही नहीं हो सकती थी। मैंने भी उसकी हिम्मत को और भी ज़्यादा तोड़ने के इरादे से उसके जवाब में ये लिख कर भेजा कि अगर उसने मेरा कहा नहीं माना तो मैं उसके पति के पास उसकी ऐसी तस्वीर भेज दूंगा जिसमें वो पूरी तरह नंगी है। मेरा ये मैसेज पढ़ कर रूपा का जल्दी ही जवाब आया कि तुम झूठ बोल रहे हो, भला तुम्हारे पास मेरी ऐसी तस्वीर कहां से आ जाएगी। मैंने उसे बताया कि मैं उसके बारे में सब जानता हूं। मैंने उसे बताया कि उसका नाम रूपा है और उसके पति का नाम विशेष त्रिपाठी है।

रूपा मेरा ये मैसेज पढ़ कर यकीनन बुरी तरह चौंकी होगी। मैंने उसे कहा कि अगर उसने इसी वक़्त अपनी एक नंगी फोटो नहीं भेजी तो मैं उसके पति विशेष के पास उसकी वो नंगी फोटो भेज दूंगा। अपनी बात को साबित करने के लिए मैंने उसकी उस फोटो को एडिट कर के भेज दिया जो उस दिन मैंने होटल के कमरे में खींची थी। मैंने उसकी फोटो को एडिट कर दिया था ताकि उसके बैकग्राउंड से उसे पता न चल सके कि उसकी ऐसी फोटो कहां पर खींची गई होगी। ख़ैर अपनी फोटो देख कर यकीनन रूपा के होश उड़ गए रहे होंगे। काफी देर तक उसका कोई जवाब नहीं आया।

अचानक ही जब मेरे अपने मोबाइल पर उसका फ़ोन काल आ गया तो मैं एकदम से बौखला ही गया। मैं समझ गया कि वो इस सबके बाद बहुत बुरी तरह से घबरा गई है और अब शायद उसने सोच लिया था कि वो इस बारे में अपने पति को सब कुछ बता देगी। मैंने सोचा कि उससे बात कर लेना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि उसके ज़हन में ये ख़याल उभर आए कि कहीं उसका पति ही तो नहीं ये सब कर रहा है? बात भी सही थी क्योंकि वो सोच सकती थी कि इसके पहले उसका पति साढ़े चार सालों तक उसे त्यागे हुए था।

मैंने फ़ोन उठाया और इस तरह प्यार से उससे हेलो किया जैसे मुझे किसी बात का कुछ पता ही न हो। ज़ाहिर है इस वक़्त मैं उससे ये कैसे ज़ाहिर कर सकता था कि मैं ही वो शख़्स हूं जो उसे पिछले तीन दिनों से ऐसे मैसेजेस के द्वारा परेशान कर के रखा हुआ है? मैंने फ़ोन उठाया तो उसने हड़बड़ाए हुए लहजे में कहा कि उसे मुझको एक बहुत ही ज़रूरी बात बतानी है इस लिए मैं जितना जल्दी हो सके घर आ जाऊं। उसकी ये बात सुन कर मैंने उससे कहा कि इस वक़्त मैं नहीं आ सकता जान क्योंकि ऑफिस में मैं बहुत ही ज़रूरी काम में ब्यस्त हूं। शाम को जब मैं ऑफिस से घर आऊंगा तो हम दोनों बाहर ही किसी अच्छे रेस्टुरेंट में डिनर करेंगे। ये कह कर मैंने फ़ोन कट कर दिया। इस बीच मैं निशांत के मोबाइल से उसको ये मैसेज भेज चुका था कि अब तो तुम्हें यकीन हो गया न मेरी जान। चलो अब जल्दी से इसी तरह की अपनी एक फोटो भेजो और अगर नहीं भेजा तो इसी वक़्त मैं उसकी यही फोटो उसके पति के मोबाइल में भेज दूंगा। उसके बाद क्या होगा ये बताने की ज़रूरत नहीं है।

रूपा बहुत ही बड़े संकट में खुद को घिरा हुआ महसूस कर रही थी, ये मैं अच्छी तरह समझ सकता था। उसकी आँखों के सामने यकीनन अँधेरा सा छा गया रहा होगा। वो अपने बनाने वाले को याद करते हुए उनसे बार बार यही पूछ रही होगी कि मैंने ऐसा कौन सा पाप किया है कि तू मुझे इस तरह की सज़ा दे रहा है? वो ऊपर वाले से ये भी कहती रही होगी कि बड़ी मुश्किलों से तो मेरी ज़िन्दगी में खुशियों ने आ कर दस्तक दी है तो अब तुझसे मेरी ये खुशियां भी नहीं देखी जा रहीं?

उधर फ़ोन कट होने के कुछ देर बाद ही रूपा का मैसेज आ गया। उसने लिखा था कि मेरे साथ ऐसा जुलम मत करो। आख़िर मैंने क्या बिगाड़ा है तुम्हारा जो तुम मेरे साथ ऐसा कर रहे हो? रूपा के इस मैसेज पर भला मेरा दिल कैसे पसीज सकता था? मैंने उसे आख़िरी वार्निंग देते हुए लिख कर भेजा कि मैं दो मिनट तक इंतज़ार करुंगा। अगर दो मिनट में उसने अपनी नंगी फोटो नहीं भेजी तो मैं उसकी नंगी तस्वीर उसके पति विशेष को भेज दूंगा।

निशांत के रूप में मैंने रूपा को लास्ट वार्निंग का ऐसा मैसेज भेज तो दिया था लेकिन मैं ये सोच कर अंदर ही अंदर बुरी तरह घबरा भी उठा था कि कहीं ऐसा न हो कि मेरी इस धमकी से डर कर रूपा कोई ऐसा वैसा क़दम न उठा ले जो मेरी सारी मेहनत और मेरे सारे मंसूबों पर पानी फेर दे। यानि वो इस सबसे बुरी तरह घबरा कर आत्म हत्या करने का भी सोच सकती थी जो कि यकीनन अच्छा नहीं हो सकता था।

मैं अपने ऑफिस में साँसें रोके उसके मैसेज के आने का इंतज़ार कर रहा था। एक एक पल मेरे लिए सदियों जैसा भारी लग रहा था और साथ ही इस बात का डर भी मेरी जान लिए जा रहा था कि रूपा कहीं सच में न आत्म हत्या करने का सोच ले। मैं मन ही मन ऊपर वाले को याद कर रहा था कि रूपा ऐसा कुछ न सोचे। एक मिनट में ही मेरी बुरी हालत हो गई थी और आगे और भी बुरी हालत हो जाती अगर दो मिनट के अंदर ही रूपा का मैसेज न आ गया होता।

रूपा ने अपनी नंगी तस्वीर भेज दी थी किन्तु तस्वीर में उसका चेहरा नहीं दिख रहा था बल्कि उसकी गर्दन से नीचे का सारा जिस्म बेपर्दा दिख रहा था। मैं समझ सकता था कि इतना कुछ करने के लिए भी उसने बहुत हिम्मत दिखाई है। अभी मैं उसकी उस भयानक फोटो को देख ही रहा था कि तभी उसका एक मैसेज आया। उसने लिखा था कि मैंने ये फोटो बड़ी हिम्मत कर के तुम्हें भेजी है। मेरा दिल मेरी आत्मा तो चीख चीख कर कह रही थी कि मैं ऐसा न करूं, बल्कि ऐसी बदनामी से बचने के लिए मैं अपने जीवन को ही समाप्त कर लूं लेकिन मैंने ऐसा इस लिए नहीं किया क्योंकि वर्षों बाद मुझे अपने पति का प्यार और उनका साथ मिला है। मैं हर सूरत में बस यही चाहती हूं कि मुझे इसी तरह मेरे पति का प्यार मिलता रहे। मेरी तुमसे यही विनती है कि अब इसके बाद मुझे ना तो कोई मैसेज करना और ना ही मुझसे किसी बात की डिमांड करना वरना मेरे पास फिर एक ही चारा बचेगा कि मैं अपनी जान दे दूं।

रूपा के इस मैसेज ने मुझे अंदर तक हिला दिया था। मेरे लिए यही बहुत बड़ी बात थी कि उसने आत्म हत्या नहीं कर ली थी। ख़ैर उसकी भावनाओं से तो मुझे वैसे भी कोई लेना देना नहीं था लेकिन उसके मैसेज की आख़िरी बात पढ़ कर मेरे ज़हन में ये ख़याल उभरा कि अगर ये सच में खुद ही आत्म हत्या कर ले तो ये भी शायद बुरा नहीं होगा। मैंने इस बारे में गहराई से सोचा लेकिन फिर एहसास हुआ कि नहीं अगर उसने आत्म हत्या कर ली तो इससे उसकी मौत में कहीं न कहीं मैं भी फंस सकता हूं।

मैंने रूपा को जवाब में लिखा की ठीक है अब से ऐसी डिमांड नहीं करुंगा लेकिन मैं चाहता हूं कि हम दोनों एक दोस्त की तरह कभी कभी एक दूसरे से बात कर लिया करें। रूपा ने इसके लिए साफ़ मना कर दिया। उसके बाद ना तो मैंने उसे कोई मैसेज किया और ना ही उसने कुछ लिख कर भेजा।

शाम को जब मैं घर पहुंचा तो रूपा मुझे देखते ही मुझसे किसी बेल लता की तरह लिपट गई। दिन भर से रोक रखे अपने गुबार को उसने अपने अंदर से निकाल दिया। उसकी हालत देख कर मैंने बुरी तरह हैरान होने का दिखावा किया और अंजान बनते हुए उससे पूछा कि वो रो क्यों रही है? आख़िर बात क्या है? ऐसे न जाने कितने ही सवाल मैंने उससे एक ही सांस में पूछ डाले। जवाब में उसने सिर्फ इतना ही कहा कि उसे मेरी बहुत ही ज़्यादा याद आ रही थी। मैं समझ गया कि मामला ठीक होने के बाद उसने यही फैसला लिया था कि उस मामले के निपट जाने के बाद अब उसका ज़िक्र क्यों अपने पति करे? वो नहीं चाहती थी कि उसका पति इस तरह की किसी भी बातों को उसके बारे में सुने। वो चाहती थी कि उसका पति सिर्फ यही समझे कि उसकी बीवी के मन में उसके अलावा कोई दूसरा ख़्वाब में भी नहीं आ सकता।

रात में डिनर करने के बाद हम दोनों अपने कमरे में आ ग‌ए। आज रूपा के चेहरे में सच मुच की ख़ुशी थी। मैं समझ सकता था कि जिस बात ने उसे इतने दिनों से परेशान कर रखा था उस बात के निपट जाने से अब वो थोड़ा चिंता मुक्त हो गई है। इधर मैंने भी सोचा कि चलो आज इस कुरूप औरत के साथ आख़िरी बार सो लिया जाए क्योंकि इसके बाद तो इससे हमेशा के लिए ही छुटकारा मिल जाएगा।

मैंने जैसा सोचा था बिल्कुल वैसा ही हुआ था। मेरा जो प्लान था उसके हिसाब से मेरा काम हो चुका था और अब प्लान के आख़िरी पड़ाव पर काम करने के लिए मैंने आगे बढ़ने का सोचा। शाम को ऑफिस से चलते समय मैं निशांत से मिला था और उसको बोला था कि उसके काम के लिए मैंने एक दूसरा शानदार तरीका सोचा है। निशांत मेरी बात सुन कर बुरी तरह चौंक पड़ा था।

"अब ये दूसरा तरीका क्यों भाई?" उसने हैरानी से पूछा था____"पहले वाले तरीके का क्या हुआ?"
"असल में बात ये है सर कि उस समय मेरे दिमाग़ में उसके लिए फिल्मों जैसा ही ख़याल आया था।" मैंने गंभीरता दिखाते हुए कहा____"और उस वक़्त मुझे वही तरीका जंचा था। उसके बाद मैं उस तरीके पर काम भी करने लगा था लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि अपनी ही बीवी को इस तरह ब्लैकमेल करना सही नहीं है।"

"हां बात तो तुम्हारी ठीक है विशेष।" निशांत ने सिर हिलाते हुए कहा था____"और सच कहूं तो मैं खुद भी तुम्हारे ऐसे तरीके से उस दिन हैरान हुआ था। ख़ैर तो अब नया तरीका कौन सा है तुम्हारा? वैसे कहीं ऐसा तो नहीं है कि तुम मुझे गोली दे रहे हो? देखो, अगर ऐसा है तो तुम सोच भी नहीं सकते कि इसके लिए तुम्हें कितनी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।"

"अरे! नहीं नहीं सर।" मैंने इस तरह कहा था जैसे मैं उससे डर गया होऊं____"ऐसी कोई बात नहीं है। मैं ऐसा सोच भी नहीं सकता।"
"तो साफ़ साफ़ बताओ कि क्या सोचा है इस बारे में तुमने?" निशांत के चेहरे पर नाराज़गी थी।

निशांत के पूछने पर मैंने उसे बताया कि मेरा दूसरा तरीका क्या है। यानि मैं अपनी बीवी से कहूंगा कि मेरे एक दोस्त ने कल हम दोनों को लेट नाईट डिनर पर बुलाया है। मेरी बीवी क्योंकि मेरी कोई बात टालने का सोच ही नहीं सकती इस लिए कल वो मेरे साथ ज़रूर उसके यहाँ लेट नाईट डिनर पर आएगी। उसके बाद मैं उसे डिनर के दौरान बियर वग़ैरा पीने को कहूंगा। पहले तो वो ना नुकुर करेगी लेकिन जब मैं उसे ख़ुशी ख़ुशी प्यार से पीने को कहूंगा तो वो इंकार नहीं कर पाएगी। थोड़ा थोड़ा कर के हम उसे इतनी तो बियर पिला ही देंगे कि उसे नशा चढ़ जाए। बस उसके बाद नशे में जब उसे किसी बात का होश नहीं रहेगा तो फिर उसके साथ कुछ भी किया जा सकता है।

निशांत मेरी ये बातें सुन कर मुझे इस तरह देखने लगा था जैसे मैंने कोई ऐसी बात कह दी हो जिसकी उसने कभी कल्पना भी न की थी। मैंने निशांत को विश्वास दिलाया कि कल रात उसकी मुराद ज़रूर पूरी हो जाएगी। निशांत मेरी बात सुन कर खुशी से फूला नहीं समा रहा था। उसने तो आज रात ही डिनर वाला प्रोग्राम बना लेने पर ज़ोर दिया था लेकिन मैंने उसे कहा कि मैं अपनी बीवी को कल की रात ही उसके फ्लैट पर ले कर आऊंगा। मेरी बात सुन कर उसने कहा था कि चलो कल रात को ही सही।

निशांत के बारे में मैं जानता था कि वो हमेशा की तरह कल रात भी अपने फ्लैट में उस वक़्त शराब के नशे में ज़रूर होगा क्योंकि फ्लैट पर आने के बाद वो बिना पिए नहीं रहता था और क्योंकि उसकी समझ में मेरी बीवी उस रात उसे भोगने के लिए मिलने वाली है इस लिए वो इस ख़ुशी में कुछ ज़्यादा ही नशे में होगा।


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Last edited:

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
49,410
66,082
304
पहले अध्याय का पाँचवाँ भाग
बहुत ही बेहतरीन कहानी।।
तो विशेष ने अपनी विशेष चल के तहत अपनी ही पत्नी को निशांत को फ़ोन से संदेश भेजने लगा वो भी ऐसे संदेश जैसे उसका प्रेमी हो। रूपा भी ऐसा संदेश पढ़कर डर गई और डर के कारण विशेष को कुछ नहीं बताया, क्योंकि उसे डर था कि उसके बताने पर उसके पति के साथ उसका जो रिश्ता कुछ समय पहले की सुधरा है वो फिर से बिगड़ सकता है। उसका डर भी जायज है, इस स्थिति में कोई भी औरत या लड़की ऐसा ही सोचती।।
विशेष की सोच के अनुसार रूपा पुलिस के पास नहीं जा सकती थी, लेकिन विशेष शायद ये नहीं जानता कि जब तक औरत शांत है तब तक अबला है। लेकिन जब औरत अपने असली रूप में आती है तो बजाती सबका तबला है😜😜😃 निशांत के मोबाइल से विशेष ने रूपा की उस रात को होटल के कमरे में भेजी गई नग्न फ़ोटो भेज दी, जिसके डर से रूपा ने विशेष की बात मानकर अपनी सिर कटी नंगी फ़ोटो भेजी। साथ ही दोबारा परेशान करने पर आत्महत्या करने की धमकी भी दे दी। इस धमकी ने विशेष पर बहुत गहरा असर डाला और उसे अपने प्लान को बदलना पड़ा।।
 
10,458
48,881
258
रूपा को मोबाइल पर अपनी नंगी तस्वीरें देखते ही सीधे पुलिस थाने चले जाना चाहिए था । फिर तो उसके पति विशेष की विशेष ही खातिरदारी करती पुलिस । पुलिस के पास इतने रिसोर्सेज एवं टेक्नोलॉजी होती है कि वो आसानी से विशेष को धर दबोचते ।
वैसे रूपा को सोचना चाहिए था कि वो तस्वीरें जाली भी हो सकती है । कैमरे का ट्रिक हो सकता है । चेहरे के साथ कट पेस्ट किया गया हो सकता है ।
लेकिन चूंकि वह तस्वीरें उसके खुद की थी तो उसे पहचानने में गलती भी नहीं हो सकती थी । वो अपनी फिगर अच्छी तरह से पहचान सकती थी ।
शायद इसीलिए वो डर गई और अपनी नंगी तस्वीरें उसे भेज दी । लेकिन यह तो और भी फंसने वाला काम था । इस बार तो उसने खुद अपने मोबाइल से उसे तस्वीरें पोस्ट कर दी । इससे तो उसने अपनी चरित्र हिनता का एक सबूत उसे उपलब्ध करवा दिया ।

ब्लैकमेलर की डिमांड सूरसा की मुंह की तरफ होती है । बढ़ती ही जाती है । इसलिए तुरंत पुलिस को इंफार्म करना ही सही डिसिजन होता है । रिजल्ट जैसा भी हो ।

निशांत की ठरकीपन ने उसे मौत के मुंह पर ला खड़ा किया है । वो नहीं जानता कि रूपा को पाने की हसरत उसे मौत के द्वार पर ला खड़ा किया है । उसे नहीं पता विशेष उसे बली का बकरा बनाकर एक साथ दो काम साधने की कोशिश में लगा है ।

लग तो यही रहा है कि जिस रात निशांत की मुलाकात रूपा से होगी वो उसके जीवन की आखिरी रात होगी ।

आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट शुभम भाई ।
 

TheBlackBlood

Keep calm and carry on...
Supreme
79,786
117,821
354
पहले अध्याय का पाँचवाँ भाग

बहुत ही बेहतरीन कहानी।।

तो विशेष ने अपनी विशेष चल के तहत अपनी ही पत्नी को निशांत को फ़ोन से संदेश भेजने लगा वो भी ऐसे संदेश जैसे उसका प्रेमी हो। रूपा भी ऐसा संदेश पढ़कर डर गई और डर के कारण विशेष को कुछ नहीं बताया, क्योंकि उसे डर था कि उसके बताने पर उसके पति के साथ उसका जो रिश्ता कुछ समय पहले की सुधरा है वो फिर से बिगड़ सकता है। उसका डर भी जायज है, इस स्थिति में कोई भी औरत या लड़की ऐसा ही सोचती।।

विशेष की सोच के अनुसार रूपा पुलिस के पास नहीं जा सकती थी, लेकिन विशेष शायद ये नहीं जानता कि जब तक औरत शांत है तब तक अबला है। लेकिन जब औरत अपने असली रूप में आती है तो बजाती सबका तबला है😜😜😃निशांत के मोबाइल से विशेष ने रूपा की उस रात को होटल के कमरे में भेजी गई नग्न फ़ोटो भेज दी, जिसके डर से रूपा ने विशेष की बात मानकर अपनी सिर कटी नंगी फ़ोटो भेजी। साथ ही दोबारा परेशान करने पर आत्महत्या करने की धमकी भी दे दी। इस धमकी ने विशेष पर बहुत गहरा असर डाला और उसे अपने प्लान को बदलना पड़ा।।

Shukriya mahi madam is khubsurat sameeksha ke liye,,,,:hug:
 

Chutiyadr

Well-Known Member
16,961
42,105
259
bechari rupa ke liye achcha nahi lag rha , wo tan man se jise itna pyar karti hai uske sath aisa kar rha hai , shayad is ladke ke paas jasbaat hi nahi hai warna koi bhi narm dil ka adami kisi ke sath itni jyaddti nahi kar sakta ...
ab mera suggesion suno ...
kyo na rupa sach me uske boss se chudwa le , aur ye ladke ko cuckold bna de :lol1:
humilation aur cuckolding ki mast wali story ban jayegi :iambest:
 
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