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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Ajju Landwalia

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#61.

भविष्य के पत्थर:-
7 जनवरी 2002, सोमवार, 16:30, (अराका द्वीप, अटलांटिक महासागर)

“कैप्टेन।" अल्बर्ट ने कहा- “हम लोगो को झील वाली जगह से निकले लगभग 2 घंटे हो गये हैं। एक तो थकान भी लग रही है, दूसरा शाम भी होने वाली है, ऐसे में हमें किसी सुरक्षित जगह की भी तलाश करनी होगी, क्यों कि ये जंगल अगर दिन में इतना खतरनाक है, तो रात को तो इसमें रुकना और भी ज़्यादा मुस्किल हो जायेगा।"

“आप ठीक कह रहे हैं प्रोफेसर ।" सुयश को अल्बर्ट की बात बिल्कुल सही लगी- “अभी अंधेरा होने में 1 घंटे शेष हैं, इतने समय में ही हमें किसी सुरक्षित जगह को ढूंढना होगा।"

“क्या इस काम में ब्रूनो हमारी कोई मदद कर सकता है?" शैफाली ने कहा।

“यह किस प्रकार से हमारी मदद कर पायेगा?" जेनिथ ने शैफाली से पूछा।

यह सुनकर शैफाली ब्रूनो के पास बैठ गयी.... उसने धीरे से ब्रूनो के सिर को सहलाया और उसके कान
के पास कुछ फुसफुसा कर कहा। उसके कहे शब्द किसी और को सुनाई नहीं दिए ।

शैफाली कि बात सुन ब्रूनो ने भोंककर शैफाली को अपनी भाषा में कुछ कहा और फिर सूंघते हुए एक दिशा में चल दिए ।

किसी को कुछ समझ तो नहीं आया पर इस रहस्मयी द्वीप में सबसे ज्यादा सभी को शैफाली पर ही भरोसा था। इसिलए बिना कोई सवाल किए सभी ब्रूनो के पीछे-पीछे चल पड़े।

आगे-आगे चलता हुआ ब्रूनो बीच-बीच में कुछ सूंघता और फिर अपना रास्ता बदल देता। ब्रूनो एक जगह पर पहुंचकर कुछ खुरचने लगा।

सभी ने जाकर जब उस स्थान को देखा तो वह आश्चर्य से भर उठे। उस जगह पर जमीन में एक अर्द्ध -चंद्राकार पत्थर लगा हुआ था।
यह पत्थर बिल्कुल किसी माइलस्टोन की तरह प्रतीत हो रहा था।

“कैप्टेन।" एलेक्स पत्थर पर नजर मारते हुए बोला- “ये तो बहुत अजीब से पत्थर हैं।"

अब सभी की नजरे पत्थर पर थी।

“यह तो माइलस्टोन की तरह से लग रहा है।" ब्रेंडन ने कहा।

अल्बर्ट अब बैठकर ध्यान से उस पत्थर को देखने लगा।

“अरे यहां आसपास बहुत से ऐसे पत्थर हैं।" क्रिस्टी ने चारो तरफ नजर दौड़ाते हुए कहा।

क्रिस्टी की आवाज सुनकर अब सभी लोग चारो तरफ देखने लगे।

वहां पर आसपास उसी प्रकार के लगभग 11 और पत्थर थे। पत्थरो पर कुछ रंग- बिरंगी आकृतियां बनी
थी और कुछ कूट भाषा में लिखा भी हुआ था। वह कूट भाषा इनमें से किसी को समझ में नहीं आयी।

“कैप्टेन।" तौफीक ने कहा- “यह सभी पत्थर एक बराबर साइज के है और इस पर कुछ लिखा हुआ भी है। इससे यह तो साफ हो गया कि इस द्वीप पर इंसान हैं क्यों कि ये काम कोई जानवर नहीं कर सकता।"

“आप सही कह रहे हो तौफीक।" सुयश ने तौफीक की बात का जवाब दिया- “और यह भी श्योर है कि जो इंसान इस द्वीप पर है, वह सभ्य भी है और समझदार भी है।"

अल्बर्ट अभी भी झुककर पत्थर को ध्यान से देख रहा था।

“कैप्टेन, सभी पत्थरो पर आकृतियां तो अलग-अलग है, पर इन सभी पत्थरो के बीच में बनी यह आग के गोले की आकृति सब में कॉमन है।" अल्बर्ट ने सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए कहा।

तभी शैफाली की आवाज ने एक बार फिर सबको आश्चर्य में डाल दिया-
“कैप्टेन अंकल, क्या इनमे से किसी पत्थर पर एक बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है ?"

शैफाली की आवाज सुन अब सभी उन पत्थर के निशानो को ध्यान से देखने लगे। कुछ ही देर में एलेक्स की आवाज सुनाई दी- “यहां है वो पत्थर, जिस पर बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है।"

तभी शैफाली की आवाज पुनः गूंजी- “एलेक्स भैया, क्या उस पर एक काला गोला और एक रोमन तलवार भी बनी है?"

“हाँ है!" अब एलेक्स की आवाज में विस्मय था।

“आप सब एक-एक पत्थर के पास खड़े हो जाइये। में कुछ और आकृतियां बताती हूँ ।"

शैफाली ने फिर कहा। शैफाली की आवाज सुन सभी लोग एक-एक पत्थर के पास खड़े हो गये। ऐसा लग रहा था जैसे शैफाली कोई क्लास-टीचर हो और बाकी सारे लोग उसके छात्र हो ।

“कैप्टेन अंकल, आपके पत्थर पर एक शेर जैसी आकृति होगी, उसके आसपास एक अंगूठी भी बनी होगी।" शैफाली ने सुयश से कहा।

सुयश अपने पत्थर को देखकर अवाक रह गया। उसके पत्थर पर वह सारी चीजे बनी थी, जो शैफाली बता रही थी।

“पर शैफाली।" सुयश ने आश्चर्य भरे स्वर में पूछा- “तुम्हे कैसे पता कि मैं किस पत्थर के पास खड़ा हूँ ।"

पर जैसे शैफाली ने सुयश की बात सुनी ही ना हो, वह अनवरत बोलती जा रही थी।

“अल्बर्ट अंकल आपके पत्थर पर एक मछली की आकृति बनी है, जिसके आसपास कुछ आग के चीन्ह भी दिख रहे होंगे आपको।"

“बिल्कुल सही!" अल्बर्ट ने कहा। धीरे-धीरे शैफाली ने सभी पत्थर के बारे में बिल्कुल सही-सही बता दिया।

सब कुछ बताने के बाद शैफाली अपनी जगह पर ऐसे खड़ी हो गयी जैसे किसी ने उसे स्टेचू बोल दिया हो।

“शैफाली-शैफाली!"
अल्बर्ट ने पास आकर शैफाली को पकड़कर झकझोरा- “क्या हुआ तुम्हें? ठीक तो हो ना?"

“हाँ ग्रैंड अंकल, में बिल्कुल ठीक हूँ।" शैफाली ने शांत स्वर में कहा- “मुझे कुछ नहीं हुआ।“

सभी पत्थरो के पास से हटकर शैफाली के पास आ गये। सुयश ने शैफाली को वही एक साफ स्थान देखकर बैठा दिया।

अब शैफाली सामान्य दिखने लगी थी, तभी ब्रूनो पास आकर शैफाली का हाथ चाटने लगा। अल्बर्ट प्यार से शैफाली के सिर पर हाथ फेरने लगा।

“ये क्या रहस्य है शैफाली?" क्रिस्टी ने शैफाली के पास बैठते हूए पूछा-
“तुम इन सब आकृतियों के बारे में कैसे जानती हो?"

“मैंने ये सभी आकृतियां अपने सपने में देखा था।" शैफाली ने मासूमियत से जवाब दिया।

“पर तुम्हे यह कैसे पता चला कि कौन किस जगह खड़ा है?" जैक ने संदेह भरी नज़रों से शैफाली को देखते हुए पूछा।

“मुझे नहीं पता कि कौन कहां खड़ा था?" शैफाली ने उलझे-उलझे स्वर में कहा- “पर मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे दिमाग में ये सारी आकृतियां अपने आप बन रही है। मेरा मतलब
दिमाग में जिस भी व्यक्ति के बारे में बताने चलती, उसकी आकृति उस समय मेरे दिमाग में स्वयं आ जा रही थी।"

शैफाली ने जो कुछ भी कहा, वो वहां खड़े कई लोग को डराने के लिए काफी थी। जैक और जॉनी तो इतना डर गये कि वो अपने अगल-बगल देखने लगे।


यह सुन अल्बर्ट ने गहरी साँस लेते हुए कहा- “मुझे जाने क्यों ऐसा लग रहा है कि इस द्वीप पर बहुत कुछ रहस्यमयी है। यह द्वीप हम लोग कि सोच से भी ज़्यादा खतरनाक है।“

“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" सुयश ने अल्बर्ट पर निगाह मारते हुए कहा- “मुझे भी एहसास हो रहा है कि इस द्वीप पर विज्ञान से अलग हटकर कुछ है, जो हम लोग कि समझ से बाहर है।"

तभी जेनिथ ने शैफाली से पूछा-

“तुम इन पत्थर या इनकी आकृति के बारे में कुछ और बता सकती हो शैफाली? या फ़िर इस द्वीप के बारे में ऐसा कुछ जो हम लोग नहीं जानते।"

“हाँ जेनिथ दीदी।" शैफाली ने अंदाजे से अपना चेहरा जेनिथ की ओर करते हुए कहा-
“पहली बात तो ये है कि ये पत्थर हमें हमारा भविष्य दिखा रहे है।"

“भविष्य!" सभी के मुंह से समवेत स्वर निकला।

“हाँ भविष्य।" शैफाली ने पुनः कहा- “आप लोग ने शायद गौर नहीं किया कि हम लोग भी 12 है और यह पत्थर भी 12 है।"

शैफाली के यह बोलते ही अब सभी का ध्यान फ़िर से पत्थरो की ओर गया।

उधर शैफाली का बोलना बदस्तूर जारी रहा- “यह पत्थर हमारे ही लिये यहां पर लगाए गये है। इन पर बनी आकृतियां भविष्य में हमें मार्ग दिखाएंगी।“

“मगर इन पत्थरो को देखकर तो यह लगता है कि यह सैकड़ों वर्ष से यहां पर लगे है।“अल्बर्ट ने पत्थरो की स्थिति को देखते हुए कहा।

“मुझे बहुत ज्यादा नहीं पता ग्रैंड अंकल।" शैफाली ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा-

“पर मुझे इतना जरूर लग रहा है कि हमारा जहाज स्वयं दुर्घटना ग्रसित नहीं हुआ। हमें जान-बूझकर यहां लाया गया है, बल्कि ये समझ लीजिये कि यहां आना हमारी नियती थी और ये भी हो सकता है कि ये पत्थर यहां हमारा सैकड़ों साल से इंतजार कर रहे है।"

शैफाली का हर शब्द सभी के दिमाग में विसफोट कर रहा था।

“अगर ये पत्थर हमारा भविष्य है तो क्या मेरे भविष्य में सांप है? क्यों कि मेरे पत्थर पर तो सांप बना है।" ड्रेजलर ने घबराकर कहा।

“हो भी सकता है?" शैफाली ने ड्रेजलर को जवाब दिया- “मुझे तो जो महसूस हो रहा है, मैंने आप लोगों को बता दिया।"

ड्रेजलर अभी शैफाली से बात कर ही रहा था कि अचानक एक पेड़ से सरसराहट की आवाज सुनाई दी और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एनाकोंडा की तरह का एक विशालकाय अजगर पेड़ से ड्रेजलर के ऊपर कूद पड़ा।

अजगर ने बिना समय दिए ड्रेजलर को अपनी कुण्डली में जकड़ लिया। इतना विशालकाय अजगर देखकर सभी के मुंह से चीख निकल गयी।

“बाप रे ! इतना बड़ा अजगर....ये तो एनाकोंडा का भी बाप लग रहा है।" जैक का मुंह दहशत के कारण सफेद हो गया।

ड्रेजलर के मुंह से लगातार चीखे निकल रही थी। किसी कि समझ में नहीं आ रहा था कि कैसे ड्रेजलर को बचाया जाए?

“बचाओ कैप्टन !" ड्रेजलर पूरी ताकत लगाकर चीखा।

अल्बर्ट ने शैफाली को तुरंत अपनी तरफ खींच लिया सारे लोग ड्रेजलर से थोड़ा दूर हट गये।
तभी तौफीक ने असलम से फ्लेयर-गन मांगी। असलम ने जल्दी से अपने काले बैग से गन निकालकर, उसमें सिग्नल-फ्लेयर फ़िट कर, तौफीक के हाथ में पकड़ा दी।

फ्लेयर गन अब तौफीक के हाथ में थी। तौफीक ने अजगर के सिर पर निशाना साधा।

“ठीसऽऽऽ“की आवाज करता सिग्नल-फ्लेयर अजगर के मुंह की ओर झपटा।

पर जैसे ही वह फ्लेयर अजगर के मुंह के पास पहुंचा, अचानक से अजगर का सर अपनी जगह से हिला और फ्लेयर उसके बगल से होता हुआ, जमीन पर गिर गया।

अजगर को फ्लेयर की गरमी का एहसास होते ही, उसने एक नजर पहले फ्लेयर पर मारी और फ़िर तौफीक की ओर घूम कर उसे घूरने लगा। अब वह थोड़ा गुस्से में भी दिखने लगा।

तभी तौफीक ने असलम से एक और फ्लेयर मांग कर उसे गन में लोड कर लिया। तौफीक ने दोबारा निशाना साधा और फ़िर से फायर कर दिया।

इस बार निशाना बिल्कुल सटीक था। फ्लेयर सीधा अजगर के मुंह पर जाकर लगा।

अजगर के चेहरे पर आग लग गयी। अब उसने अपनी कुण्डली और कस ली।

‘कट्-कट्’ की आवाज के साथ ड्रेजलर की हड्डियाँ टूटने लगी।
अजगर अब अपना चेहरा इधर-उधर पटकने लगा। अजगर ने गुस्से की वजह से अपना पूरा शरीर अब बहुत ज़्यादा कड़ा कर लिया।

ड्रेजलर का सिर अब हवा में झूलने लगा।



जारी रहेगा_________✍️

Gazab ki update he Raj_sharma Bhai,

Jitna is story ko suljhane me diamg lagate he usase bhi jyada ulajh jate he.........

Keep rocking Bro
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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एक और बलि 😐

ये भविष्य बता रहा है कि किसकी कैसे मौत होगी वो बता रहा है।

बढ़िया अपडेट :applause:
Bhavisya hi to hai mitra, Ab wo chahe bali se ho ya uske bina:D
Thanks for your valuable review bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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Raj_sharma

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Gazab ki update he Raj_sharma Bhai,

Jitna is story ko suljhane me diamg lagate he usase bhi jyada ulajh jate he.........

Keep rocking Bro
Itni aasaani se sulajhne wali bhi nahi hai sost:D
Thank you very much for your valuable review and support bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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Superb update Bhai
To shaifali ne sabhi 11 logo ko unke pathar par kadha kar diya or jis pathar par jo chitra bane the vo unka bhavishya bata rahe the or usi ke hisab se draijler ki bhi mot ho gayi hai
Dekte hai ab aage kya hota hai
Ye taapu bali leeta hi aaya hai bhai, ab saare k ssare log to waha ja bhi nahi sakte jaha apun inhe le jaana chahta hai, :nope: Aage aur bhi kathin pariksha hogi in sabki , Thank you very much for your wonderful review and support bhai :thanx:
 

Napster

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#61.

भविष्य के पत्थर:-
7 जनवरी 2002, सोमवार, 16:30, (अराका द्वीप, अटलांटिक महासागर)

“कैप्टेन।" अल्बर्ट ने कहा- “हम लोगो को झील वाली जगह से निकले लगभग 2 घंटे हो गये हैं। एक तो थकान भी लग रही है, दूसरा शाम भी होने वाली है, ऐसे में हमें किसी सुरक्षित जगह की भी तलाश करनी होगी, क्यों कि ये जंगल अगर दिन में इतना खतरनाक है, तो रात को तो इसमें रुकना और भी ज़्यादा मुस्किल हो जायेगा।"

“आप ठीक कह रहे हैं प्रोफेसर ।" सुयश को अल्बर्ट की बात बिल्कुल सही लगी- “अभी अंधेरा होने में 1 घंटे शेष हैं, इतने समय में ही हमें किसी सुरक्षित जगह को ढूंढना होगा।"

“क्या इस काम में ब्रूनो हमारी कोई मदद कर सकता है?" शैफाली ने कहा।

“यह किस प्रकार से हमारी मदद कर पायेगा?" जेनिथ ने शैफाली से पूछा।

यह सुनकर शैफाली ब्रूनो के पास बैठ गयी.... उसने धीरे से ब्रूनो के सिर को सहलाया और उसके कान
के पास कुछ फुसफुसा कर कहा। उसके कहे शब्द किसी और को सुनाई नहीं दिए ।

शैफाली कि बात सुन ब्रूनो ने भोंककर शैफाली को अपनी भाषा में कुछ कहा और फिर सूंघते हुए एक दिशा में चल दिए ।

किसी को कुछ समझ तो नहीं आया पर इस रहस्मयी द्वीप में सबसे ज्यादा सभी को शैफाली पर ही भरोसा था। इसिलए बिना कोई सवाल किए सभी ब्रूनो के पीछे-पीछे चल पड़े।

आगे-आगे चलता हुआ ब्रूनो बीच-बीच में कुछ सूंघता और फिर अपना रास्ता बदल देता। ब्रूनो एक जगह पर पहुंचकर कुछ खुरचने लगा।

सभी ने जाकर जब उस स्थान को देखा तो वह आश्चर्य से भर उठे। उस जगह पर जमीन में एक अर्द्ध -चंद्राकार पत्थर लगा हुआ था।
यह पत्थर बिल्कुल किसी माइलस्टोन की तरह प्रतीत हो रहा था।

“कैप्टेन।" एलेक्स पत्थर पर नजर मारते हुए बोला- “ये तो बहुत अजीब से पत्थर हैं।"

अब सभी की नजरे पत्थर पर थी।

“यह तो माइलस्टोन की तरह से लग रहा है।" ब्रेंडन ने कहा।

अल्बर्ट अब बैठकर ध्यान से उस पत्थर को देखने लगा।

“अरे यहां आसपास बहुत से ऐसे पत्थर हैं।" क्रिस्टी ने चारो तरफ नजर दौड़ाते हुए कहा।

क्रिस्टी की आवाज सुनकर अब सभी लोग चारो तरफ देखने लगे।

वहां पर आसपास उसी प्रकार के लगभग 11 और पत्थर थे। पत्थरो पर कुछ रंग- बिरंगी आकृतियां बनी
थी और कुछ कूट भाषा में लिखा भी हुआ था। वह कूट भाषा इनमें से किसी को समझ में नहीं आयी।

“कैप्टेन।" तौफीक ने कहा- “यह सभी पत्थर एक बराबर साइज के है और इस पर कुछ लिखा हुआ भी है। इससे यह तो साफ हो गया कि इस द्वीप पर इंसान हैं क्यों कि ये काम कोई जानवर नहीं कर सकता।"

“आप सही कह रहे हो तौफीक।" सुयश ने तौफीक की बात का जवाब दिया- “और यह भी श्योर है कि जो इंसान इस द्वीप पर है, वह सभ्य भी है और समझदार भी है।"

अल्बर्ट अभी भी झुककर पत्थर को ध्यान से देख रहा था।

“कैप्टेन, सभी पत्थरो पर आकृतियां तो अलग-अलग है, पर इन सभी पत्थरो के बीच में बनी यह आग के गोले की आकृति सब में कॉमन है।" अल्बर्ट ने सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए कहा।

तभी शैफाली की आवाज ने एक बार फिर सबको आश्चर्य में डाल दिया-
“कैप्टेन अंकल, क्या इनमे से किसी पत्थर पर एक बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है ?"

शैफाली की आवाज सुन अब सभी उन पत्थर के निशानो को ध्यान से देखने लगे। कुछ ही देर में एलेक्स की आवाज सुनाई दी- “यहां है वो पत्थर, जिस पर बिच्छू जैसी आकृति बनी हुई है।"

तभी शैफाली की आवाज पुनः गूंजी- “एलेक्स भैया, क्या उस पर एक काला गोला और एक रोमन तलवार भी बनी है?"

“हाँ है!" अब एलेक्स की आवाज में विस्मय था।

“आप सब एक-एक पत्थर के पास खड़े हो जाइये। में कुछ और आकृतियां बताती हूँ ।"

शैफाली ने फिर कहा। शैफाली की आवाज सुन सभी लोग एक-एक पत्थर के पास खड़े हो गये। ऐसा लग रहा था जैसे शैफाली कोई क्लास-टीचर हो और बाकी सारे लोग उसके छात्र हो ।

“कैप्टेन अंकल, आपके पत्थर पर एक शेर जैसी आकृति होगी, उसके आसपास एक अंगूठी भी बनी होगी।" शैफाली ने सुयश से कहा।

सुयश अपने पत्थर को देखकर अवाक रह गया। उसके पत्थर पर वह सारी चीजे बनी थी, जो शैफाली बता रही थी।

“पर शैफाली।" सुयश ने आश्चर्य भरे स्वर में पूछा- “तुम्हे कैसे पता कि मैं किस पत्थर के पास खड़ा हूँ ।"

पर जैसे शैफाली ने सुयश की बात सुनी ही ना हो, वह अनवरत बोलती जा रही थी।

“अल्बर्ट अंकल आपके पत्थर पर एक मछली की आकृति बनी है, जिसके आसपास कुछ आग के चीन्ह भी दिख रहे होंगे आपको।"

“बिल्कुल सही!" अल्बर्ट ने कहा। धीरे-धीरे शैफाली ने सभी पत्थर के बारे में बिल्कुल सही-सही बता दिया।

सब कुछ बताने के बाद शैफाली अपनी जगह पर ऐसे खड़ी हो गयी जैसे किसी ने उसे स्टेचू बोल दिया हो।

“शैफाली-शैफाली!"
अल्बर्ट ने पास आकर शैफाली को पकड़कर झकझोरा- “क्या हुआ तुम्हें? ठीक तो हो ना?"

“हाँ ग्रैंड अंकल, में बिल्कुल ठीक हूँ।" शैफाली ने शांत स्वर में कहा- “मुझे कुछ नहीं हुआ।“

सभी पत्थरो के पास से हटकर शैफाली के पास आ गये। सुयश ने शैफाली को वही एक साफ स्थान देखकर बैठा दिया।

अब शैफाली सामान्य दिखने लगी थी, तभी ब्रूनो पास आकर शैफाली का हाथ चाटने लगा। अल्बर्ट प्यार से शैफाली के सिर पर हाथ फेरने लगा।

“ये क्या रहस्य है शैफाली?" क्रिस्टी ने शैफाली के पास बैठते हूए पूछा-
“तुम इन सब आकृतियों के बारे में कैसे जानती हो?"

“मैंने ये सभी आकृतियां अपने सपने में देखा था।" शैफाली ने मासूमियत से जवाब दिया।

“पर तुम्हे यह कैसे पता चला कि कौन किस जगह खड़ा है?" जैक ने संदेह भरी नज़रों से शैफाली को देखते हुए पूछा।

“मुझे नहीं पता कि कौन कहां खड़ा था?" शैफाली ने उलझे-उलझे स्वर में कहा- “पर मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे दिमाग में ये सारी आकृतियां अपने आप बन रही है। मेरा मतलब
दिमाग में जिस भी व्यक्ति के बारे में बताने चलती, उसकी आकृति उस समय मेरे दिमाग में स्वयं आ जा रही थी।"

शैफाली ने जो कुछ भी कहा, वो वहां खड़े कई लोग को डराने के लिए काफी थी। जैक और जॉनी तो इतना डर गये कि वो अपने अगल-बगल देखने लगे।

यह सुन अल्बर्ट ने गहरी साँस लेते हुए कहा- “मुझे जाने क्यों ऐसा लग रहा है कि इस द्वीप पर बहुत कुछ रहस्यमयी है। यह द्वीप हम लोग कि सोच से भी ज़्यादा खतरनाक है।“

“आप सही कह रहे है प्रोफेसर।" सुयश ने अल्बर्ट पर निगाह मारते हुए कहा- “मुझे भी एहसास हो रहा है कि इस द्वीप पर विज्ञान से अलग हटकर कुछ है, जो हम लोग कि समझ से बाहर है।"

तभी जेनिथ ने शैफाली से पूछा-

“तुम इन पत्थर या इनकी आकृति के बारे में कुछ और बता सकती हो शैफाली? या फ़िर इस द्वीप के बारे में ऐसा कुछ जो हम लोग नहीं जानते।"

“हाँ जेनिथ दीदी।" शैफाली ने अंदाजे से अपना चेहरा जेनिथ की ओर करते हुए कहा-
“पहली बात तो ये है कि ये पत्थर हमें हमारा भविष्य दिखा रहे है।"

“भविष्य!" सभी के मुंह से समवेत स्वर निकला।

“हाँ भविष्य।" शैफाली ने पुनः कहा- “आप लोग ने शायद गौर नहीं किया कि हम लोग भी 12 है और यह पत्थर भी 12 है।"

शैफाली के यह बोलते ही अब सभी का ध्यान फ़िर से पत्थरो की ओर गया।

उधर शैफाली का बोलना बदस्तूर जारी रहा- “यह पत्थर हमारे ही लिये यहां पर लगाए गये है। इन पर बनी आकृतियां भविष्य में हमें मार्ग दिखाएंगी।“

“मगर इन पत्थरो को देखकर तो यह लगता है कि यह सैकड़ों वर्ष से यहां पर लगे है।“अल्बर्ट ने पत्थरो की स्थिति को देखते हुए कहा।

“मुझे बहुत ज्यादा नहीं पता ग्रैंड अंकल।" शैफाली ने दिमाग पर जोर डालते हुए कहा-

“पर मुझे इतना जरूर लग रहा है कि हमारा जहाज स्वयं दुर्घटना ग्रसित नहीं हुआ। हमें जान-बूझकर यहां लाया गया है, बल्कि ये समझ लीजिये कि यहां आना हमारी नियती थी और ये भी हो सकता है कि ये पत्थर यहां हमारा सैकड़ों साल से इंतजार कर रहे है।"

शैफाली का हर शब्द सभी के दिमाग में विसफोट कर रहा था।

“अगर ये पत्थर हमारा भविष्य है तो क्या मेरे भविष्य में सांप है? क्यों कि मेरे पत्थर पर तो सांप बना है।" ड्रेजलर ने घबराकर कहा।

“हो भी सकता है?" शैफाली ने ड्रेजलर को जवाब दिया- “मुझे तो जो महसूस हो रहा है, मैंने आप लोगों को बता दिया।"

ड्रेजलर अभी शैफाली से बात कर ही रहा था कि अचानक एक पेड़ से सरसराहट की आवाज सुनाई दी और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एनाकोंडा की तरह का एक विशालकाय अजगर पेड़ से ड्रेजलर के ऊपर कूद पड़ा।

अजगर ने बिना समय दिए ड्रेजलर को अपनी कुण्डली में जकड़ लिया। इतना विशालकाय अजगर देखकर सभी के मुंह से चीख निकल गयी।

“बाप रे ! इतना बड़ा अजगर....ये तो एनाकोंडा का भी बाप लग रहा है।" जैक का मुंह दहशत के कारण सफेद हो गया।

ड्रेजलर के मुंह से लगातार चीखे निकल रही थी। किसी कि समझ में नहीं आ रहा था कि कैसे ड्रेजलर को बचाया जाए?

“बचाओ कैप्टन !" ड्रेजलर पूरी ताकत लगाकर चीखा।

अल्बर्ट ने शैफाली को तुरंत अपनी तरफ खींच लिया सारे लोग ड्रेजलर से थोड़ा दूर हट गये।
तभी तौफीक ने असलम से फ्लेयर-गन मांगी। असलम ने जल्दी से अपने काले बैग से गन निकालकर, उसमें सिग्नल-फ्लेयर फ़िट कर, तौफीक के हाथ में पकड़ा दी।

फ्लेयर गन अब तौफीक के हाथ में थी। तौफीक ने अजगर के सिर पर निशाना साधा।

“ठीसऽऽऽ“की आवाज करता सिग्नल-फ्लेयर अजगर के मुंह की ओर झपटा।

पर जैसे ही वह फ्लेयर अजगर के मुंह के पास पहुंचा, अचानक से अजगर का सर अपनी जगह से हिला और फ्लेयर उसके बगल से होता हुआ, जमीन पर गिर गया।

अजगर को फ्लेयर की गरमी का एहसास होते ही, उसने एक नजर पहले फ्लेयर पर मारी और फ़िर तौफीक की ओर घूम कर उसे घूरने लगा। अब वह थोड़ा गुस्से में भी दिखने लगा।

तभी तौफीक ने असलम से एक और फ्लेयर मांग कर उसे गन में लोड कर लिया। तौफीक ने दोबारा निशाना साधा और फ़िर से फायर कर दिया।

इस बार निशाना बिल्कुल सटीक था। फ्लेयर सीधा अजगर के मुंह पर जाकर लगा।

अजगर के चेहरे पर आग लग गयी। अब उसने अपनी कुण्डली और कस ली।

‘कट्-कट्’ की आवाज के साथ ड्रेजलर की हड्डियाँ टूटने लगी।
अजगर अब अपना चेहरा इधर-उधर पटकने लगा। अजगर ने गुस्से की वजह से अपना पूरा शरीर अब बहुत ज़्यादा कड़ा कर लिया।

ड्रेजलर का सिर अब हवा में झूलने लगा।



जारी रहेगा_________✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
पत्थर पर दिखाये गये सांप आ अजगर ने ड्रेजलर का काम तमाम कर दिया
खैर देखते हैं आगे क्या रहस्य उजागर होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Raj_sharma

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बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रोमांचक अपडेट है भाई मजा आ गया
पत्थर पर दिखाये गये सांप आ अजगर ने ड्रेजलर का काम तमाम कर दिया
खैर देखते हैं आगे क्या रहस्य उजागर होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Ajgar to aagaya hai bhai, per kahi baaki pathhar per bani hui har cheej san na ho jaye😱 Khair sath bane rahiye, Thanks for your valuable review and superb support bhai, :thanx: Agla Update Aaj Raat ko hi Aayega:declare:
 
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