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मरवा तो दी ही, अब और कितना मरवाने की सोचे हैं आप??Badiya kiya ki neha ko jaldi marwa diya ,nahi to wo manish ki marwa deti![]()

मरवा तो दी ही, अब और कितना मरवाने की सोचे हैं आप??Badiya kiya ki neha ko jaldi marwa diya ,nahi to wo manish ki marwa deti![]()
धन्यवाद भाईबहुत ही शानदार और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
उसे तब तक समझ नहीं आया कि ये सब वाल्ट को लूटने की साजिश है, और इससे सीधे सीधे उसका खुद का ही नुकसान होना है। जब समर ने मित्तल सर की याद दिलाई तब उसे ये समझ आया।भीतरघाती की पहचान छिपाने के लिए तो नेहा ने अपनी जान दे दी
अब क्या पता चलेगा जब पकड़ना या मारना था तब ये चूतिया मनीष अपनी छम्मक छल्लो की पिस्तौल के निशाने पर इश्क फरमाने पहुंच गया था
बिल्कुल, इतना शातिर व्यक्ति इंतजार नहीं करेगा न सबूत मिटने का।वैसे भी वो कम्पनी के टॉप मैनेजमेंट में है तभी वॉल्ट के अन्दर हथियार पहुंचा पाया। अपने से जुड़ा हर सबूत तो वो मिटा चुका होगा
बिल्कुल और इस तरह से जाना वाकई अफसोसजनक है।नेहा मैडम कब हवा के झौंके की तरह आई और चली गई , पता ही न चला ! वह बैंक लुटेरों की साथी थी , मनीष साहब को एक मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रही थी , बेवफ़ा और धोखेबाज थी ; इस बात से कोई भी रीडर्स अनभिज्ञ नही था ।
पर मृत्यु तो मृत्यु ही है और मृत्यु पर अफसोस अवश्य ही होना चाहिए । नेहा की मौत अवश्य अफसोसजनक है ।
प्यार अंधा होता है, ये अभी तक मनीष साबित करते आ रहा था, लेकिन नेहा उसे ज्यादा अंधी है प्यार में। और वो आपको तब पता चलेगा जब उसकी कहानी खुलेगी।नेहा मैडम शायद प्यार को ठीक तरह से समझ न सकी । उन्होने मनीष को धोखा दिया अपने प्यार के खातिर । लेकिन उनका यह कैसा प्यार जो किसी अन्य इंसान के साथ जिस्मानी सम्बन्ध बनाने की इजाजत देता है ! किसी और मर्द के आगोश मे दिन - रात सोने को मजबूर करता है ! बैंक राॅबरी जैसे क्राइम मे शामिल होने को विवश करता है !
यही बात प्यार में पड़े चू** को समझ आ जाय तो जीवन के आधे दुख ऐसे ही खत्म हो जाएं।इस बेवकूफ लड़की को अपने अंत समय तक यह एहसास ही नही हुआ कि वह भी अपने तथाकथित आशिक द्वारा इस्तेमाल किए जा रही थी । बेवकूफ बनाई जा रही थी । कम से कम उसे इस बात का ही भान होता कि उसका आशिक उसे मरते हुए देख , उसे संकट मे देख अपनी जान बचा कर भाग खड़ा हुआ था ।
बस वो अब बताने जा ही रहा है, नेक्स्ट अपडेट में मित्तल साहब के पास पहुंच जाएगा वो।खैर , समर साहब ने वाकई मे बेहतरीन काम किया । शायद मनीष साहब को अब कुछ अक्ल आए !
फिलहाल संकट खतम नही हुआ है । असली साजिश कर्ता अब भी इनके पहुंच से काफी दूर है ।
देखते हैं कौन इस स्याहपोश तक पहले पहुंच पाता है !
और एक बात , मनीष साहब को अब तक हुई सारी घटना रजत मित्तल साहब को बता देनी चाहिए ।
धन्यवाद भाई जीखुबसूरत अपडेट रिकी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
मैं तो बस कहानी लिख रहा हूं, कहानी बताने वाला तो मनीष है। अब उसे वो सही लगी थी अभी तक तो इसमें मैं क्या कर सकता हूंKya Neha dhokhebaaz the...maine toh pehle hi predict kar diya tha...yeh Riky007 hi bol rhe the ke bahut Dil ke saaf hai...
Kya bolu ab? Mujhe jawab chahiye Riky!
धन्यवाद सुक्खी भैयाकहानी के
पृष्ठ पूर्ण होने पर
Baat to sahi hai bhai, chamdi cheez hi aisi hoti hai, ache accho ka dimaag kharaab kar deti haiअब पहला प्यार आदमी तो कभी नहीं भूलता जिंदगी में। उसपर से उसने इतने सारे सपने दिखा दिए, जन्नत की सैर भी करवा दी।
हां अब शायद मनीष की जिन्दगी अब नर्क होने वाली है इस जन्नत की सैर के चक्कर में।
धन्यवाद भाई![]()