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Incest लॉकडाउन में चाची माँ और में (आगे )

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Sanju@

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ये देख कर मुझे भी नींद आ गई और हम तीनों नन्गे ही जहां थे वहीं सो गए।

Update 54


सुबह मेरी नींद सबसे पहले खुली और देखा माँ की खुली टांगो के बीच उसकी चुत चमक रही थी लेकिन मेरा लण्ड अभी भी चाची के हाथों में कैद था, एक तो सुबह का प्रेशर और फिर ऐसा नज़ारा मेरे लण्ड का तनाव अपने चरम की ओर बढ़ने लगा… मैने अपनी एक उँगली माँ की चुत पर फिरानी शुरू कर दी, कुछ ही देर में उसका असर होता दिखा, माँ के बदन में अब हल्की सी कसमसाहट होने लगी थी ओर उसकी टाँगे फैलने लगी थी… मैंने अब अपनी एक उँगली माँ की चुत में घुसा दी माँ ने मेरी उँगली को अपने अन्दर मेरी उँगली को महसूस करके उसे चुत में कस लिया और आंखे खोलकर मुझे देखा और बोली सुबह ही शुरू हो गया, अपनी उँगली निकाल मुझे बहुत जोरों से पेशाब आया है

जैसे ही मैने उँगली निकाली माँ उठकर नंगी ही बाथरूम की ओर भागी, मैं भी माँ के पीछे पीछे बाथरूम में पहुंच गया… माँ ने प्रेशर की वजह से दरवाजा बंद नहीं किया था तो मैं भी अंदर आ गया और देखा कि माँ बस मूतने के लिए बैठ ही रही थी तो मैने माँ को कहा… माँ मेरी तरफ मुँह करके चुत खोलकर मुझे दिखा कर पेशाब करो तो माँ बोली नहीं मुझे शर्म आती है, मैने कहा क्या बात है? चुत चुदवाने में शर्म नहीं आती ओर दिखाने में शर्म आती है तो माँ बोली मुझे पता है कि तू देखेगा ओर अभी शुरू हो जायेगा अभी तक रात की थकान महसूस हो रही है तो अभी हिम्मत नहीं है करवाने की…मैने कहा कुछ नहीं करूंगा बस देखूंगा अगर तुम्हें शर्म आये तो अपनी आंखे बंद कर लेना… माँ ने कहा ठीक है अगर मुझे प्रेशर नहीं बना हुआ होता तो मै कभी नहीं मानती ओर ये बोलकर माँ खड़ी हुई और अपनी एक टांग कमोड के ऊपर ऱखकर अपनी चुत की फांको को फैलाया ओर सिटी की आवाज के साथ मूतने लगी मैं ध्यान से उसकी चुत के मूत्र को निकलता हुआ देख रहा था कि अचानक मैने अपना लण्ड उसके मूत से धोना शुरू कर दिया माँ ने जब ये देखा तो बोली कि यह क्या कर रहा है तो मैं बोला… कुछ नहीं माँ तेरे अम्रत से अपने लण्ड को नहला कर धन्य कर रहा हूँ।

माँ ने मुझे पकड़कर अपने गले से लगा लिया जिससे मां की चुचियाँ मेरे सिने से दबने लगी और मेरा लण्ड जो पहले से ही खड़ा था माँ की चुत पर दस्तक देने लगा… माँ ने मेरे लण्ड को महसूस करते हुए मुझे अपने सीने से अलग किया और बोली इसे सम्भाल कर रख हर वक़्त तैयार रहता है… इतनी ही देर में चाची भी बाथरूम में आ गई और बोली क्या बात है सुबह से ही शुरू हो गए तो माँ ने कहा नहीं कुछ कर नहीं रहे वो मुझे जोरों से पेशाब आ रहा था तो मैं बाथरूम में आईं थीं और तभी राज को भी प्रेशर बन गया तो वो भी आ गया… अरे कोई बात नहीं दीदी आ ही गए हैं तो जरा मजा भी ले लो… माँ बोली नहीं कोमल मेरी तो रात से ही सूजी हुई है मैं तो कुछ नहीं कर सकती तू चाहे तो करवा ले, वैसे राज मूतते हुए देखना चाहता था तो इस लिये आया था अब तू इसे दिखा दे… चाची बोली वो तो मुझे मूतते हुए देख चुका है लेकिन अगर राज चाहे तो फ़िर से देख ले, क्यों राज देखेगा ये बोलकर चाची ने अपना पेटीकोट खोल दिया और नीचे से नंगी हो गई… मैं बोला चाची पहले मुझे पेशाब करने दो बहुत जोर से आया है फिर देखता हूँ तो चाची बोली एक काम कर अपना लौड़ा मेरी चुत पर टिका कर मूत मुझे भी ज़ोर से लगा है और फिर ये बोलकर चाची ने मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी चुत प सेट कर दिया और फिर इसी वक़्त मैं जोरों से मूतने लगा चाची ने मुझे कसकर गले से लगाया और चाची भी मूतने लगी हम दोनों की धार एक दूसरे के गुप्तांग को भिगो रही थी जिसके कारण हम दोनों उत्तेजित हो गए…

चाची ने अपना हाथ नीचे लेजाकर मेरे लण्ड को पकड़कर अपनी चुत के सुराख़ पर टिकाया और मुझे गाँड़ से पकड़कर अपनी तरफ खिंचते हुए मेरा लण्ड चुत में ले लिया, मेरा सुपाड़ा अब चुत में घुस कर मूत रहा था और चाची की गर्म धार मेरे लण्ड को भिगो रही थी जैसे ही हमारा मूतना बन्द हुआ तो मैने लण्ड निकाल कर फिर से घुसा दिया और इस बार एक ही चोट में पूरा ठोक दिया चाची की कराह निकल गई मैने तेजी से चाची का ब्लाउज खोल दिया और दोनों चुचियाँ पकड़ कर धक्के लगाने लगा माँ ने अपने हाथ और चुत को धोया ओर कुल्ला करके बोली मै चाय बनाती हूँ तुम तब तक अपना काम कर लो…चाची कराहते हुए बोली दीदी मुझे नहीं करना अभी प्लीज् राज को हटा लो मेरी रात भर चुदाई के कारण फ़टी पड़ी है… माँ बोली राज बेटा अभी रहने दे थोड़ा आराम करने के बाद कर लियो अभी हम दोनों की सूजी पड़ी है नहीं तो हम तुझे मना नहीं करतेदोपहर तक रुक जा थोड़ा ठीक होने दे।

मैने माँ की बात सुनकर ना चाहते हुए भी अपना लण्ड बाहर निकाल लिया और चाची को बोला जल्दी से ठीक हो जाओ ताकि दोबारा सूजा सकूँ ओर ये बोलकर मेने शॉवर चालू कर दिया और नहाने लगा माँ चाय बनाने के लिए चली गयी तो चाची भी मेरे साथ शॉवर के नीचे आ गईं और मुझे साबुन लगाते हुए बोली राज बुरा मत मानना सच में बहुत दुःख रही है तू चाहे तो हाथ या मुँह से तेरा निकाल देती हूं, मैने चाची के चुचियाँ पर साबुन लगाते हुए कहा रहने दो चाची निकलूंगा तो चुत या गाँड़ में ही चाहे रुकना पड़े ये सुन कर चाची मुस्कुरा दी ओर हम दोनों नहा कर बाहर निकल पड़े जहां माँ चाय के साथ हमारा इंतजार कर रही थी
Super update
Chudai mast ho rahi h
 
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rajan2907

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ये सुन कर चाची मुस्कुरा दी ओर हम दोनों नहा कर बाहर निकल पड़े जहां माँ चाय के साथ हमारा इंतजार कर रही थी

Update 55

हमने साथ बैठकर चाय पी और में उठकर अपने कमरे की ओर आने लगा तभी मेरे फोन की बेल बज उठी मैने देखा तो बेला का फोन था मैंने फोन साइलेंट मोड में कर के जेब में रखा और वापिस रसोई में आकर बोला माँ में जरा सैर करने जा रहा हूँ और फिर मैं घर से निकल गया… घर से कुछ दूर जाकर मैने जेब से फोन निकाला तो देखा बेला की चार मिसकॉल थीं…मैने मुस्कुरा कर बेला को फोन मिला दिया उसने पहली ही बेल पर फोन उठा लिया और बोली राज कहाँ हो तुम कितनी बार फोन मिलाया उठा क्यों नहीं रहे थे नाराज हो क्या अभी तक वो एक ही साँस में सब बोल गई…मैंने कहा मैं क्यों नाराज होने लगा तुमसे आखिर मेरा तुम्हारा रिश्ता ही क्या है हम बस दोस्त हैं कम से कम मैं तो यही मानता हूँ…बेला बोली राज ऐसी बात मत करो, मुझे तुमसे मिलना है अभी, कहाँ हो तुम इस वक़्त… तुम्हारी गली से निकल रहा हूँ मैने कहा।

बेला ने तुरंत फोन काटा और अगले ही पल वो गेट पर थी… मुझे देखकर तुरंत मेरे पास आई और मेरा हाथ पकड़कर बोली राज मुझे माफ़ कर दो मेरे कारण तुम्हारा दिल दुखा है… गली में इस तरह से मेरा हाथ पकड़ने के कारण मेरी हालत खराब होने लगी तो मैंने कहा बेला ये क्या कर रही हो, कोई देख लेगा तो मेरा तो कुछ नहीं लेकिन तुम्हारे बारे में लोग क्या सोचेंगे… वो बोली सोचने दो या तो मेरे साथ घर चलो या फिर में यहां ऐसे ही खड़ी रहूंगी, मैने गली में निगाह दौड़ाई कोई भी नहीं था एक तो सुबह का वक़्त ऊपर से लोकडाउन सब सुनसान था तो में बेला के साथ उसके घर में घुस गया…

अंदर जाते ही बेला ने गेट बंद किया और मुझसे लिपट गई और मुझे ताबड़तोड़ चूमने लगी उसने मुझे कसके अपने सीने से लगा लिया और बोली राज मुझे माफ़ कर दो, तुम नहीं जानते मैं सारी रात सो नहीं पाई… क्यों नहीं सो पाई मैने पूछा, तो बेला बोली जो आग तुमने लगाई थी सारी रात उसमें जलती रही ओर सोचती रही कि मेरा ये हाल है तो तुम्हारा क्या हाल होगा… मैने कहा अगर इतना बेचैनी थी तो कल रोका क्यों था कल ही इस आग पर पानी डालकर बुझा देता… बेला बोली यही तो गलती हो गई थी जिसके लिए मैं माफ़ी मांग रही हूं लेकिन आज इस गलती को मैं ही सुधारूंगी, ये बोलकर बेला ने अपने होंठो को मेरे होंठो से जोड़ दिया और फिर मेरे निचले होंठ को बुरी तरह चुसने लगी और मेरा एक हाथ पकड़कर अपनी चुची पर रख दिया और उसे दबाने लगी, मैंने भी अब उसके चुम्बन का जवाब देते हुए उसकी चुचियाँ दबानी शुरू कर दी, बेला ने भी अपना हाथ नीचे लेजाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया और उसे दबाने लगी, मैने उसके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उसके कबूतर आज़ाद कर दिये उसने नीचे ब्रा नहीं पहनी थी, अब बेला ने भी चुम्बन तोड़ दिया और नीचे बैठ कर मेरे शॉर्ट को उतार दिया मैने भी अंडरवेअर नहीं पहना था तो मेरा लण्ड उछल कर उसके मुँह से टकरा गया…

उसने लण्ड को ऐसे पकड़ा जैसे सांप को गर्दन से पकड़ा हो और मेरी आँखों में देखते हुए उसका सुपाड़ा मुँह में भर लिया और जीभ फिराते हुए उसे चुसने लगी, मेरे मुंह से भी सिसकारी छूटने लगी थीं, बेला लगातार मेरी आँखों में देखते हुए लण्ड जितना मुँह में आ रहा था चूसे जा रही थी लण्ड उसकी लार से चमक रहा था और वो उसे मुठियाते हुए चूसे जा रही थी, कुछ समय के बाद मैंने उसे उठाकर खड़ा किया ओर अपनी गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया उसे खड़ा करके मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए ओर अपने भी बेड की किनारी की ओर उसका सिर करके लिटा दिया और खुद नीचे खड़े होकर अपना लण्ड एकबार फिर उसके मुंह में डाल दिया और उसके चूचे दबाने लगा, थोड़ा झुक कर एक हाथ उसकी चुत पर भी फेरने लगा चुत पहले ही गीली होकर बह रही थी तो मैंने अपनी दो उंगलियों को चुत में घुसा दिया… बेला ने टाँगे फेला दी ओर मेरे लण्ड को मुँह से निकाल कर मुठियाते हुए मेरे टट्टे चाटने ओर चुसने लगी अब वो अपनी गाँड़ उच्छाल कर मेरी उंगलियों को अपने अंदर कस रही थी…

बेला से बर्दाश्त नही किया गया तो वो बोल पड़ी, राज अब देर मत करो मेरे अन्दर समा जाओ जल्दी करो अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, मैने भी सोचा कही कल की तरह कल्टी मार गई तो klpd हो जायेगा, इसलिए मैने फ़ौरन बेला को घुमाया और उसकी टाँगे अपनी तरफ करी उसे खींच कर बेड के किनारे पर किया और अपना लण्ड उसकी चुत पर टिका दिया, ये सब कुछ ही सैकंड में हो गया…मैं अब अपने लण्ड को उसकी गीली चुत पर रगड़ कर चिकना कर रहा था, बेला गाँड़ उठा कर लण्ड अंदर लेने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैं लण्ड को पूरा चिकना कर रहा था ताकि अंदर करने में कोई दिक्कत नहीं हो… आखिर बेला बोल पड़ी राज अब घुसा दो अब मुझसे सहन नहीं हो सकता है, तो मैने उसकी टाँगों को फैलाकर अपना टोपा उसकी चुत के सुराख़ पर सेट किया और जैसे ही धक्का लगाने लगा बेला बोली राज रुको…

राज तुम्हारा बहुत बड़ा है जरा आराम से करना मुझे डर लग रहा है, मैने कहा तुम चिंता मत करो मैं आराम से करूँगा, ओर ये बोलकर मैने धीरे धीरे से लण्ड अंदर करना शुरू किया अभी दो इंच ही अंदर गया था कि बेला ने मुझे रोक दिया…बस राज इतना ही डालकर करो मैने भी दो इंच से ही अंदर बाहर करना शुरू कर दिया बीच में एक धक्का थोड़ा तेज लगाकर ओर आगे बढ़ने लगा थोड़ी ही देर में मैं चार इंच की गहराई तक पहुंच गया था लेकिन मुझे मजा नहीं आ रहा था इसतरह नपी तुली चुदाई में तो मैंने लण्ड को टोपे तक बाहर खिंचते हुए बेला के होंठो को चुसने लगा ओर एक हाथ से उसको जकड़ कर दूसरे हाथ से उसकी चुची दबाते हुए एक जबरदस्त धक्के के साथ अपना आधे से ज्यादा लण्ड उसकी चुत में घुसा दिया… बेला होंठ बन्द होने के कारण चीख नहीं सकी और मेरे द्वारा जकड़े जाने की वजह से हिल भी नहीं पाई बस मेरे मुंह में उसकी घुटी सी आवाज़ ओर आँखों के दोनों सिरों पर बहते आंसुओं ने बता दिया कि उसे कितना दर्द हुआ है, मैं जहाँ पर था वहीं रुक गया और उसकी एक चूची को सहलाने के साथ साथ दूसरी चुची चुसने लगा, कुछ ही देर में बेला की गाँड़ हरक़त में आने लगी और ऊपर नीचे होने लगी…

मैने अब उसे आज़ाद करते हुए अपने दोनों हाथों से उसके अनारों को दबाने लगा, बेला ने अब दोनों हाथ मेरी पीठ पर ले गई और मुझे अपने सीने पर कसके पूरी ताकत से गाँड़ उच्छाल रही थी, मैने भी अब मोर्चा संभाला और धक्के लगाने शुरू कर दिये… बेला नीचे से गाँड़ उठा कर पूरा साथ दे रही थी, मैं अभी सधे हुए धक्के लगा रहा था यानी पूरा लण्ड अंदर नहीं कर रहा था लेकिन बेला का जोश देखकर आगे बढ़ने की सोच रहा था… तभी बेला ने मुझे ज़ोर से अपने से कसा ओर बोली राज लगता है कि आज मै पहली बार करवा रही हूं बहुत मज़ा आ रहा है…मैने कहा और मजा लेना है तो बेला ने कहा इससे ज्यादा क्या होगा तो मैने कहा अगर लेना है तो हाँ बोलो फिर देखो असली मज़ा क्या होता है तो बेला ने कहा, हॉ राज आज तुम मुझे असली मजा दे ही दो ये सुनते ही मैने लण्ड पूरा बाहर खिंचते हुए जोरदार धक्का लगा दिया और मेरा लण्ड सीधा बेला की बच्चेदानी से जा टकराया और उसकी चीख निकल गई… मैने धक्के रोक दिये उसके चेहरे को चूमने लगा मेने कहा बस मेरी जान जितना दर्द होना था हो गया अब बस मजे ही मज़े…

बेला ने कहा मैने जो कल किया ये उसकी सजा है लेकिन तुम क्यों रुक गए तुम चालू रहो…मैने इतना सुनते ही ताबड़तोड़ धक्के शुरू कर दिये बेला मेरा दिल से साथ दे रही थी और बड़बड़ा रही थी राज आज तुमने मुझे पूरी औरत बना दिया है आज फाड़ दो ओ माँ कितना मजा आ रहा है लगता है मै हवा में उड़ रही हूं राज मैं आ रही हूं राज मै गई आ…ह ओर बेला कांपते हुए शांत होकर झटके लेते हुए झड़ने लगी…मैंने अपने धक्के जारी रखे कुछ ही देर में बेला फिर से गाँड़ उठाने लगी वो दोबारा गर्म हो गई थी मैने उसे गले लगा कर एक पलटी लगाई और उसे अपने ऊपर ले लिया बेला अब मेरे ऊपर थी और मेरे लण्ड पर कूद रही थी मैं उसकी चुचियाँ निचोड़ रहा था और उसकी गाँड़ पर हाथ फेर रहा था… सचमुच उसकी चुत बहुत टाइट थी और अब मुझे भी लग रहा था कि मैं जल्दी झड़ जाऊँगा इतनी ही देर में बेला ने मेरे सीने पर हाथ टिकाए ओर बोली राज मेरा होने वाला है मै आ रही हूं रा…ज मैं आ रही हूं और इतना बोलकर उसने मेरे लण्ड को चुत में कस लिया और उसकी चुत से गर्म लावा निकल कर मेरे लण्ड को गर्मी देने लगा मैने पलटी खाकर उसे नीचे किया और अपना वजन उसपर डालते हुए जोरदार धक्के लगाने लगा मैं झड़ने की कगार पर था मैंने उससे पूछा कहाँ पर निकालूँ तो वो बोली पहली बार इतना अंदर तक महसूस किया है तो आज अंदर ही निकाल दो मैं ये भी महसूस करना चाहती हूँ और मैंने एक ज़ोर से धक्का लगाया और अपना सारा माल उसकी बच्चेदानी मे भरने लगा वीर्य की गर्मी को महसूस करते ही बेला ने मुझे अपने साथ कस लिया और मेरे होंठ चुसने लगी कुछ देर बाद हम नॉर्मल हुए तो मैं उसके ऊपर से हटा, तो बेल बोली मैं आजतक ढंग से नहीं चुड़वाँ पाई मेरे पति तो कुछ ही धक्के लगा कर झड़ जाते हैं लेकिन आज तुम्हारी वजह से मैं ये सुख भी ले सकी राज अब मुझे छोड़ कर मत जाना…

मैं हंसते हुए उठा और बोला जाना तो मुझे पड़ेगा नहीं तो माँ मेरा बाहर निकलना बंद कर देगी, ये बोलकर मै कपड़े पहनने लगा, बेला बोली मुझमें तो अब उठने की भी हिम्मत नहीं है पूरा निचोड डाला है तुमने अब कब आओगे, मैने कहा कल सुबह से पहले मुश्किल है तुम भी कपड़े पहनो ओर दरवाजा बंद कर लो।।
 
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