मैं नगमा , उम्र 38 साल जिस्म भरा 34-28-36 हुआ 3 बच्चों की माँ और एक घरेलू औरत , ज़िंदगी में जम कर मजा लिया और आज भी ले रहीं ,वो कहते हैं ना उम्र के साथ साथ चुदास भी बढ़ती है तो बात करते हैं मेरी चुदास की शुरुआत की
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बात आज से 20 साल पहले की है मेरी मेरी शादी वासेपुर के एक लड़के के साथ हुई थी जिसका नाम था सरदार खान , मैं 18 साल की थी और मुस्लिम महिला होने के वजह से ज्यादा घर से बाहर और ना किसी अनजान से मिली थी कुल मिलकर एक दम अनछुआ माल थीं ,
शादी के पहली रात मुझे बहुत डर लग रहा था मगर सरदार ने मेरा पूरा सहयोग किया
वो अंदर आया और मेरी आँखों में देख कर बोला आज रात को हमारी सुहाग की रात है जी भर के प्यार करना है आपके हुस्न को फिर मेरे गाल पर हाथ रख दिया और प्यार से सहलाने लगा , मेरे जिस्म में अजीब सी हलचल होने लगी और उसका हाथ अब मेरे होंठ पर था अब वो धीरे से आगे बढ़ा और मेरे मुझे चूमने लगा आहहहहहह क्या अहसास था मैं तो पागल सी हो गईं और मैं भी उसका साथ देने लगीं और फिर उसने जीभ मुह में ले कर चूसने लगा मुझे नशा सा होने लगा और मैं उसके सर के बाल सहलाने लगीं , 10 min बाद उनसे मेरे मुँह को छोड़ा हम दोनों की सांसें तेज़ थीं फिर वो जल्दी से खड़ा हुआ और मुझे पाजामे में उसका लंड तना दिखा जो शायद 7इंच का था उसने जल्दी सारे कपड़े उतारे और नंगा हो गया उसका काला नाग से फुंकारता लंड देख कर मेरी सांसे तेज़ हो गयीं और मैंने आँखे बंद कर लीं तभी मुझे लगा उनसे मेरे हाथ में गर्म रॉड पकड़ा दी आंख खोली तो देखा लंड मेरे हाथ में थी वो बोला सहला दे नगमा जल्दी से उसकी बेचैनी देख मैंने हल्के से हाथ लगाया वो आ हहहहह करने लगा और बोला कसकर सहला मेरी जान मैंने अपनी मुट्ठी टाइट की और आगे पीछे की उसका लाल सूपड़ा पूरा दिख रहा था और वो तेज़ तेज़ करने को बोला मैंने स्पीड बढ़ा दी वो आ हहहहह आहहहहहहह नगमा आहहहहहहहह तेज़ मार तेज़ अम्म ममममममम उफ़्फ़फ़ आ हहहहह अचानक उसने मेरी सारी खींच दी और मैं बस ब्लाउज और पेटिकोट में थी उसने ब्लाउज हटा दिया और फिर पेटिकोट की तरफ बढ़ा मैं मगर बेचैनी मैं उससे नाडा नहीं खुला तो उसने मेरा पेटीकोट ऊपर कर दिया और पागलो की तरह मेरी जांघ चाटने लगा मुझे भी पेट के नीचे गुदगुदी हुई और मजे में गर्दन बिस्तर पर पटकने लगीं उम्ममममम तभी उसने मेरी चड्डी खींच कर हटा दी और में नीचे से पूरी नंगी हो गयी अचानक एक झटका और लगा जब उसने मेरी चूत को मुँह में लिया अब ऐसा लगा मैं जन्नत में हूँ उसकी जीभ मेरी चूत में गुदगुदी करने लगी मैं बस आहहह उमम उफ़्फ़फ़ करतीं हुईं मजे लेने लगीं अभी एक हमला और होना बाकी थी वो था चुदाई का हमला तभी उसने मेरे पैरों को मोड़ा और चूत पर लंड लगया मेरा बदन लंड की गर्मी से कांप गया और तभी
अम्मी मार डाला आहहहहहह नीचे सरदार झटके से आधा लंड कुंवारी चूत में डाल चुका था और मेरी आँखों से आंसू आ गए और दूसरे झटके में फिर से मेरे मुँह से तेज़ आवाज निकले से पहले उसने मेरे मुँह पर हाथ रख दिया और मजे से चोदने लगा वो आहहहहहह आ हहहहहह आममममममम नगमा क्या चूत है तेरी एक दम टाइट मेरे बदन को शांत होते ही उसने अपना हाथ हटा दिया और मेरी आंखों में देख के मेरे दूध दबा कर चुदाई करने लगा उसका हर झटका मुझे अजीब नशा देने लगा फिर मेरे मुंह से अजीब अजीब बातें निकलने लगीं और मस्ती में बोलीं आ हहहहहह आ हहहहहह तेज़ज़ और तेज़ज़ अम्मी आ हहहहह
उफ़्फ़फ़ फाड़ दी आ हहहहहह
इधर मेरी कमरे की चुदाई की आवाजों से सरदार खान का चाचा जिसने सरदार खान को बेटे की तरह पाला वो बहु समान लड़की चुदाई सोच कर मुठ मार रहा था आ हहहहहह आ हहहहहह और तेज़ और तेज़ आ हहहहहह उफ़्फ़फ़ बहु और तेज़ ममममममम
इधर कमरे में नगमा का बदन अकड़ गया और तेज़ तेज़ खुद ही अपनी गांड उठा उठा के सरदार खान का लंड अपनी चिकनी चूत में लेने लगी आ हहहहहह आ हहहहह अम्मी हहहहहह आई तेज़ कीजिए तेज़ और तेज़ सरदार उसके कामुक रूप को देख कर और मस्ती में आ गया और 2-4 झटके के बाद दोनों एक साथ झड़ गए फिर एक दूसरे के ऊपर लेट गए
उधर चाचा भी आहें सुन सुन कर मस्ती में अपना पानी छोड़ चुका था
चुदाई की थकान से नगमा को नींद आने लगी मगर कहते हैं ना पहली चुदाई दुमदार हो तो मजा ही कुछ और होता है तो सरदार का लंड फिर से तन गया नगमा ये देख फिर मुस्कुरा कर बोली फिर से वो बोला हाँ अब घूम जा घोड़ी बन जा
अब सरदार ने लण्ड पीछे से नगमा की चूत में डाल दिया इस बार नगमा को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई उल्टा उसको जड़ तक लंड घुसने का अहसास हुआ और मजे से फिर चुदने लगी आ हहहहहह आ हहहहहहह अम्मी उ ममममममम
दौर चुदाई का शुरू हो चुका था सरदार चूत के मामले में हर दम तैयार रहने लगा इधर मेरे गरम जिस्म को रगड़ रगड़ कर और भी गर्म औरत बना दिया और जल्द ही में माँ बनने वाली थीं आखिरी 8 महीनों तक जैसे तैसे चुदाई कराई मगर एक महीने उसको छूने तक नीं दिया उसका असर सरदार पर हुआ और चुदाई के लिये तड़पने लगा मेरे बगल में खड़ा हो कर लण्ड हिलवाता कभी मुँह में पानी निकाल कर खुद को ठंडा करने लगा फिर एक दिन मैंने कहा तुम बाहर जा कर लण्ड ठंडा कर सकते हो मगर घर पर कोई रंडी न लाना इस पर वो खुश हुआ और जल्दी ही नूर नाम की रंडी के पास पहुँचा जो नई नई कोठे ओर आयी थी तो दाम भी तगड़ा ले रही थी 1000 रुपया एक शॉट उस समय ये कीमत बहुत थी मगर सरदार ने लंड के आगे कुछ नहीं देखा और घुस गया उसके कमरे में
वो 32-28-32 फिगर की हॉट बड़े गले की चोली में आधे दूध दिखा कर और मोटी गांड से सरदार के लण्ड को उचका रही थी ,
बोली माल लाया है सरदार ने हाँ की और वो कुतिया की तरह लेट गयीं और लहंगा कमर पर चढ़ा लिया ,
सरदार को चूत चाटे महीना हो गया था वो जल्दी पजामा उतरने लगा और सीधे मुँह उसकी चिकनी चूत में दे दिया रंडी एक दम उचक पड़ी क्यों कि आजतक किसी ने उसकी इतने प्यार से चूत नहीं चाटी सब बस चोद कर चल देते थे वो सरदार के काम से खुश हो गयी और उसके साथ मजे लेने लगी ,आ हहहहहह आ हहहहह उम्म मममममम सरदार ने अब अकड़े लण्ड को चूत के मुँह पर रखा और झटका मार दिया रंडी भी रोमांटिक हो उठी और साथ ही पीछे कमर से झटका मार दिया जिससे पूरा लंड उसकी चुत गटक गयी और सरदार की आह हहहहहह निकल गयी
आह हहहहहहह नगमा रंडी समझी जरूर ये अपनी माशूका को याद कर रहा इसलिए वो भी मजे में बोलने लगी आह हहहहहह आ हहहहहह चोद अपनी नगमा को भड़वे आ हहहहहह मार तेज़ तेज़ हाय अम्मी फाड़ दे उसकी बातें और जोश चढ़ा रहीं थी सरदार को वो भी मस्ती में बोलने लगा हाँ मेरी रंडी ले और तेज़ आह हहहहहहह उम्म ममममम कितना तड़पाया है आह हहहहहह चोदने दे आज आह हहहहहह आ हहहहह कमर हिला कर ले और अंदर ले आह हहहहह ,रंडी अहह हहहहहह चोद और चोद भुजा ले प्यास अहह हहहहहह मैं आईं आ हहहहह अम्मी और सरदार भी कुछ झटकों में ठंडा पड़ गया रंडी ने खुश हो कर उससे सिर्फ 500 लिए और दुबारा आने को कहा ,
इधर मैं एक बेटे को जन्म दे चुकी थीं चूत फाड़ कर निकलने की वजह से अब शायद सरदार को वो मजा नहीं आ रहा था और बच्चे की परवरिश करने की वजह से थक जातीं थीं रोज अब मजे की चुदाई नहीं हो पा रही थी ऐसे ही 1 साल बिता फिर 2 साल आखिर मैं सरदार को रंडी का मोह छूट गया और वापस मेरी चूत पर आ गए
सरदार को टांगे खोल कर रोज स्वागत करती वो रोज मेरी चूत मारने लगा वो भी रंडी की तरह गाली दिलवा कर
मैं चोद ना भड़वे गांड में दम नहीं है क्या अहह हहहहहह तेज़ चोद मादरचोद ये तेरी अम्मी को भोसड़ा नहीं है तेज़ फाड़ आह हहहहहह ये गालियां उस में अजीब जोश पैदा करती थीं और वो भी आह हहहहहह मेरी रंडी ले और ले साली रांड फाड़ दूंगा गांड आह हहहहहह आह हहहहहह इधर कमरे में चुदाई जम कर हो रही थी और उधर चाचा लण्ड को मुठ मार मार कर तोड़े डाल रहे एक जोरदार झटके से अहह हहहहहह नगमा बोल कर ठंडे पड़ गए ,
2 महीनों की जमकर चुदाई के बाद सरदार के बीज ने फिर पेट से कर दिया ,इधर मेरा पहला लड़का 2 साल का हो चुका था, सरदार काम के सिलसिले में कोलकाता चला गया इधर चाचा मेरी छोटे मोटे काम में मदद करने लगे,
एक रोज मेरा लड़का राजा को दूध पिला रहीं थीं तभी चाचा आए और मेरे नंगे दूध को चोरी से देखने लगे मुझे जब ये अहसास हुआ मैंने जल्दी से दुपट्टा सही किया और मन में सोचा बड़ा ठरकी है कई बार चाचा राजा को मेरी गोद से लेते टाइम मेरे मोटे मोटे दूधों पर हाथ लगा देते थे वक़्त गुजरने लगा और जल्दी मैंने दूसरे बेटे को जन्म दिया तब तक राजा ब 3 साल का हो चुका था सरदार महीने के महीने पैसे भेज रहा था सब सही चल रहा था मगर अब एक चीज सही नहीं थी वो थी चूत 7 महीनों से सूखी पड़ी चूत में अब हलचल कम थी क्यों कि दोनों बच्चों की परवरिश दिन भर की थकान से हालत खराब रहती थी ,
उधर सरदार खान जहाँ काम करता था वहाँ एक मकान में 3 लोग रहते थे सरदार ,उसके चाचा का लड़का ,और एक गाँव का दोस्त रिजवान
एक दिन शाम की खाना पर एक लड़की दिखी जो जिस्म से भरी हुई थी 32 साइज के दूध और मोटी गांड सरदार ने कहा ये कौन है रिजवन बोला के मेरी बड़ी बहन है गाँव से आज शाम की आयी है खाना बनाने में दिक्कत थी तो आ गईं अब ओवर टाइम कर के ज्यादा पैसे जमा कर के इनकी शादी अच्छे घर में करनी है
सरदार : बिल्कुल हम लोग भी मदद करेंगे
वैसे इनका नाम क्या है
रिजवान : नाज नाम है 8 तक पढ़ी हैं गाँव में खाना अच्छा बना लेतीं हैं माँ थीं नहीं तो इन्होंने खयाल रखा है मेरा
नाज : अब बस खाना खाओ
सरदार को जब नाज सब्जी देने झुकी तो उसके मुम्मे सरदार देख के बेचैन हो उठा उसकी हरकत उसके चाचा के लड़के ने देख ली अब वो समझ गया कि ये उसको चोद कर मानेगा ,
अब सरदार अक्सर नाज को खुश रखने की कोशिस करता और जल्दी काम से आकर उसको कपड़े धोता देखता कभी झाड़ू लगते उसके दूधों पर लार टपकता ,
नाज को समझ आ गया इसको क्या चाहिए आखिर में वो अपनी जिम्मेदारी के चलते 28 साल की बिना पति के आग भुजा रही थी ,
अब एक रात सबके सोने के बाद वो अंधेरे में सरदार की चारपाई पर गयी और मच्छरदानी हटा के उसके साथ लेट गयी ,
कुछ देर बाद अपने मोटे दूध सरदार की पीठ पर लगा दिए सरदार को कुछ अहसास हुआ उसने मुड़ कर देखा फिर दोनों एक दूसरे की आखों में देखने लगे ,
सरदार ने उसके कुर्ते के ऊपर से दूध सहलाने लगा और उसका हाथ अपनी लुंगी खोल कर निक्कर में डाल दिया वो लंड को छू कर आह हहहहहह करने लगी फिर मजे से मुठ मार रही थी सरदार ने उससे उसकी सलवार खुलवा कर लण्ड उसकी चुत में रख दिया और धक्का मारा तो उसकी वो चीख पड़ी सरदार ने उसके मुँह पर हाथ रख दिया और चुदाई करने लगा चारपाई की आवाज से सरदार के चाचा का लड़का उठ गया और चाँदनी रात में वो लाइव चुदाई देख कर मुठ मार रहा था
उधर नाज पहली चुदाई की बुर फाड़वा चुकी थी और आह हहहहह आह हहहहहह कर रही थी अब दूध बाहर निकल निप्पल चूस कर चुदाई जारी रही ,नाज को ये जन्नत जैसा लग रहा था मगर मजा ले ले कर गांड उठाने लगी थी
चारपाई की और नाज की सिसकियों से कोई और भी जाग चुका था वो था उसका भाई रिजवान
वो मस्ती भारी आहों में खो गया और आंख बंद कर मुठ मारने लगा
सरदार ने अब नाज को लण्ड पर कूदने के लिये बोला काफी ना नुकुर के बाद वो सरदार के ऊपर आयी और अपने हाथों से लण्ड चूत पर सेट किया और धीरे धीरे चिकनी चूत में घुसा रही थी तभी सरदार ने उसकी नंगी गांड को पकड़ कर एक जोरदार झटका मार दिया , अम्मी मममममम आह हहहहहहह नाज के मुंह से अचानक हुये हमले से चीख निकल गयी ,उधर रिजवान आँखें खोल कर सरदार की चारपाई पर देखने लगा और सरदार का चचेरा भाई आज़म भी
नाज धीरे धीरे लण्ड पर उछल रही थी और सरदार उसके मुम्मे मसल रहा था ,आजम और रिजवान चुदाई देख कर तेज़ी से मुठ मारने लगे
और सरदार भी नाज की गांड पकड़ कर जल्दी जल्दी झटके देने लगा आह हहहहह आईई अम्मी के साथ नाज बह गई उधर आज़म और रिजवान भी झड़ गये, और सरदार भी 2-3 झटके दे कर ढीला पड़ गया
उधर नगमा जिसकी बुर भोसड़ा बन चुकी थी और घर की जिम्मेदारी की थकान से चुदाई अब कोसों दूर हो गयी मगर कोई आज भी नगमा के नाम की मुठ मार रहा था वो था चाचा आज रात फिर नगमा की ब्रा उठा लाया था बाथरूम से
आह हहहहहह नगमा चूस और चूस मेरी रण्डी आह हहहहह
चाचा ब्रा की नाक में लगा कर मुठ मार रहा था और तेज़ तेज़ लण्ड हिला कर नगमा की गांड याद कर रहा था नगमा आह हहहहहह क्या गांड है तेरी उफ़्फ़फ़ मटके की तरह आह हहहहह आह हहहहहह
कुछ ही झटकों के बाद चाचा पानी छोड़ दिया
इधर सरदार को नाज की चुदाई करने का सुख मिल रहा था साथ ही नाज के भाई को अपनी बड़ी बहन की चुदाई देखने का
एक रात जब नाज के ऊपर चढ़ के सरदार उसकी रसीली चूत चोद रहा था तो नाज की नज़र अपने भाई की चारपाई पर हल्की रोशनी में उसको रिजवान की आँखे खुली दिखीं
नाज को अंदर से झटका जब उसको अहसास हुआ रिजवान मूठ भी मार रहा
क्या रिजवान अपनी बड़ी बहन की चुदाई देख कर मुठ मार रहा ,पर ये तो गलत है
नाज ऐसा सोच ही रही थी तभी उसे अहसास हुआ रिजवान भी 26 साल का जवान है 4पैसे जोड़ने के लिए मेहनत कर रहा ताकि 28 साल की कुंवारी बड़ी बहन की शादी करा सके ,जिस्म की प्यास उसको भी होगी जिस तरह वो सरदार की मदद से चुदाई करवाती है उसका भाई कहाँ जाए
ये सब सोच कर रिजवान को अब वो गलत नहीं मान रही थी उल्टा अब और कामुक तरह चूत मरवाने लगी क्यों कि उसका भाई मजा ले सके
इस तरह दिन गुजरने लगे , कुछ महीनों बाद सरदार नजमा से मिलने गया तब बड़ा बेटा राजा 6 साल का हो चुका था और छोटा 4 साल का , रात को सरदार ने नगमा की चुदाई करनी चाही मगर वो घर और बच्चों को संभालने में थकी सी लेट गयी सरदार को बिना चूत मारे नींद नहीं आती थी तो वो नगमा से जबरदस्ती करने लगा ,नगमा को मजबूर हो कर टंगे खोलने पड़ी और सरदार ज्यादा उतावला हो कर लंड पेलने लगा और कुछ ही पल में झड़ कर सो गया नगमा वैसे भी थकी थी तो वो भी सो गई
सुबह जब सरदार उठा और कुछ पैसे दे कर बोला जल्दी नहीं आ पाऊंगा वो वापस काम पर चला गया जब शाम को घर पहुंचा तो नाज ग़ुस्से से देख रही थी सब खाना खा कर अपनी अपनी चारपाई पर सोने गए , सरदार ने नाज के पास गया वो अपना बिस्तर लगा रही थी जैसे सरदार उसके पास गया वो उसको मारने लगी और रोने लगी सरदार ने चुप कराया और पूछा क्या हुआ।
नाज : मैं पेट से हो गयीं ,बर्बाद हो गयीं अब कौन शादी करेगा मुझसे जिस्म की आग भुजाने के लिये बर्बाद कर दिया अब क्या करूँ मर जाने का मन किया
फिर से सरदार से लिपट कर रोने लगी
सरदार अब सोच में पड़ गया वो शायद नाज के भोलेपन का कायल था कुछ देर बाद बोला मुझसे शादी करेगी
नाज बोली तुम तो पहले से शादीशुदा हो
वो कहने लगा तू करेगी बोल नजमा को बाद में बता दूंगा पहले तेरी इज़्ज़त बचानी है
नाज खुश हो कर बोली हाँ और शरमा कर गले लग गयी
सुबह रिजवान को सरदार ने सारी बात बताई वो थोड़ा हैरान था क्यों कि उसको लगता था कि नाज सिर्फ जिस्म की जरूरत पूरी कर रही ,उसने भी कोई ज्यादा एतराज नहीं किया और दोनों की शादी हो गयी
अब सरदार के दो परिवार थे तो पैसे भी ज्यादा चाहिए थे तो आज़म और सरदार ने फैसला किया रात में छोटी मोटी चोरी कर के काम चला लिया करेंगे
अब सरदार रोज 12 बजे के बाद आज़म को लेकर सड़क के आसपास दुकानों का ताला तोड़ कर कुछ हज़ारो की चोरी करने लगा ,
अब रकम आने लगी तो ज्यादा पैसे नगमा को भी मिलने लगे उसने कुछ पैसे बचा कर छोटा सा ब्यूटी पार्लर खोल लिया
इधर नाज भी अपने हुस्न पर पैसे खर्च करने लगी और अपनी चालाकी पर खुश होने लगी
दरसल नाज उस वक़्त पेट से नहीं थी ,जब उस रात सरदार अपने घर गया तो नाज को बुरा लगा क्यों कि सरदार को अपने परिवार की फिक्र थी ,नाज सोचती थी कि उसका भाई जो उसके लिये दिन रात मेहनत करता है ,वो भी जवानी की आग में जल रहा जिम्मेदारी की वजह से शादी नहीं कर रहा नाज को तो लंड मिल गया जिससे अभी उसका काम चल रहा मगर रिजवान का दिल भी चुदाई करना चाहता होगा इसलिए उसके सर का बोझ कम करने के लिये उसने सरदार से शादी कर ली,
धीरे धीरे समय गुजरा सरदार अब बड़ा गुंडा बन चुका था पैसे के लिये हाथ पैर तोड़ने लगा ,गैंग भी बना लिया पुलिस भी उससे डरने लगी ,
नाज कुछ साल बाद एक बच्चे को जन्म दे कर मां बन गयी थी
उधर नजमा भी सरदार के बीज को जन्म दे चुकी थी बीच में सरदार मिलने जाता था पैसे देने तो नगमा अपना पार्लर बड़ा कर चुकी थी 4 लड़कियां काम करने लगीं उसके पार्लर में घर में भी काम करने वाली लगा ली,
वक़्त गुजरने लगा और सरदार की हुकूमत बढ़ने लगी लोगों से हफ्ता लेना ,उनको मरना पीटना अलग ही गुंडागर्दी थी
रिजवान और आज़म अब शहर के बड़े नाईट क्लब की लड़की चोदने जाते
दोनों अपने दिमाग मे नाज के जिस्म को याद कर के रंडियों की चूत मारते
रिजवान अक्सर अपने ऊपर बिठा कर रण्डी को लण्ड पर उछलने को बोलता
और उसकी गांड पकड़ के आह हहहहहह नाज आह हहहहह और उछालो मेरे लण्ड पे
उफ़्फ़फ़ कितना तरसा हूँ आह हहहहहह
यही हाल आज़म का था दोनों मस्त जिंदगी जी रहे थे
ऐसे ही कुछ साल बीत गए और राजा , वाहिद और फैज तीन बेटे सरदार के नजमा से हुए थे
जिसमें अब राजा 16 साल का हो चुका था और अपनी माँ के पार्लर पर आने वाली औरतों के बड़े बड़े मुम्मे देखा करता था
अब उसको भी कुछ महसूस हुआ करता था अपने लण्ड में शायद 16वां सावन का अहसास था
इधर सरदार अपने रुतबे और पैसे के नशे में चूर रहता और नाज और नगमा पर ध्यान नहीं दे रहा था इस मौके के फायदे के लिये चाचा कब से घूम रहा था वो जानता था नगमा की चूत में लण्ड तभी डाला जा सकता है सरदार बीच से हटे,
एक दिन सरदार को पता चला शहर में नया पेट्रोल पंप खुला है ,सरदार नशे में जा कर वहाँ अपना रुतबा दिखाने लगा और भूल गया कि वो उसके इलाके से बाहर है उधर आज़म भी सरदार को समझा नहीं पाया और फिर आपस में बहस हुई दोनों तरफ से गोलियां चली, किसी ने पुलिस को खबर दी और सरदार और आज़म की तलाश में तो थी कि कब ये इलाके से बाहर अकेले निकले , आज जब दोनों फंस गए तो घबराने लगे , तभी सामने दोनों को बंदूक की नोक पर कार में बिठा कर जंगल में ले गए ,और वहाँ सरदार का दुश्मन रामाधीर सिंह खड़ा खड़ा था ।
रामाधीर सिंह जो सरदार के गांव का माना हुआ नेता था ,शरीर पहलवान जैसा और 45 कि उम्र में भी कुश्ती का शौक था , कोयले की कालाबाजारी से काफी धन कमा चुका था ,अब अपना काम फैला रहा था ,उसका लड़का JP सिंह को राजनीति में लाना चाहता था , गाँव की हर औरत को किसी ना किसी तरह बिस्तर पर ला चुका था ,कसरती शरीर और 8 इंच लंबे लण्ड को चूत में लेने के बाद हर औरत उसकी दीवानी हो जाती थी ,बिस्तर पर घंटो औरतें की चुदाई करता था ,और बाप की तरह JP को भी औरतें पसंद थी ,
आज जब सरदार और आज़म के जुल्म से हद गुजरी तो रामाधीर पुलिस के दम पर आज उनको मारने आया
सरदार : मादरचोद तो तू है इसके पीछे गांड में दम नहीं थी का जो पुलिस लाया।
रामा: दम तो बहुत थी भोसड़ी के मगर तू उस रण्डी की चूत में से निकल कर आया नहीं सामने आज मिला है मादरचोद ,
सरदार : तो चला गोली मादरचोद
रामा : मरने की जल्दी है बड़ी मादरचोद , 4 औलादें 2 बीबी का क्या होगा सोचा है ,
दोनों को रखैल बनाऊंगा और उनकी औलादों को मादरचोद
सरदार : रामाधीर मादरचोद गांड फाड़ दूंगा साले
रामा : अबे रुक तो ,तुझे एक बात तो बतानी है तुझे मारने से पहले तेरी मुखबरी तेरे साले रिजवान ने की जो खुद बहनचोद बनना चाहता है और तेरा चाचा दोनों ने मिल कर मुझे ये प्लान दिया , तेरा चाचा वर्षों से नगमा के नाम की मुठ मार रहा , तेरे बाद वो भी चूत चोदा करेगा
आज़म: मादरचोद मेरे बाप पर झूठा इल्ज़ाम लगता है मैं तुझे मार दूंगा मादरचोद
तभी एक गोली रामा चलाता है आज़म वहीं ढेर और ये देख सरदार आगे बढ़ता है 2 गोली सरदार को लगती हैं वो भी ढेर ।
दोनों के मरने के बाद अब नगमा और नाज की चूत पर हक जमाने चाचा और रिजवान आगे आ रहे थे मगर चाचा भूल गया कि अभी नगमा का बड़ा लड़का जवान हुआ है ,पार्लर की लड़कियों की चुचियाँ देख देख कर मुठ मारने लगा था,
इधर कुछ महीनों में नाज की चूत फुदकने लगी ,खुद को शांत करने के लिये वो अपनी सलवार के ऊपर से रोती हुई चूत को चुप कराने लगी
आह हहहहह मादरचोद सरदार लण्ड दे दे कर चुदक्कड़ बना दिया अब इस निगोड़ी को कैसे शांत करूँ किसका लण्ड ले कर चूत चुदवा लूं
तभी उसको रिजवान की याद आयी जो अक्सर उसके जिस्म को याद करता था
सुबह जब नाज नहाने के लिये बाथरूम गयी तो रिजवान उसके जिस्म को निहारने के लिये दरवाजे के किनारे आँख लगा कर देखने लगा
इधर नाज बेपरवाह हो कर अपनी सलवार फिर कुर्ता उतार कर अलग रख देती है
उधर रिजवान अपनी बहन को ब्रा पैंटी में देख कर लण्ड पैजामा से निकाल कर मसलने लगा
कुछ देर बाद नाज ब्रा उतार देती है और पानी डाल कर अपने मोटे मोटे दूधों पर साबुन लगा रही थी
रिजवान उसके नंगे दूधों को देख कर तेज़ तेज़ मुठ मारने लगा ,
अचानक नाज का साबुन फिसल कर गेट की तरफ गिरा नाज जब उठाने के लिये झुकी तो किसी के पैरों की छाया दिखी और वो समझ गयी रिजवान उसको नहाते हुए देख रहा
उसके दिमाग में कुछ आया और अब वो अपनी झाटों से भरी हुई चूत को पेंटी उतर का नंगा कर देती है,
चूत पर मजे से साबुन लगाने लगी और थोडी देर बाद दो उंगली उस में डाल लीं
नाज का ये रूप देख कर रिजवान को लगा वो झड़ जायेगा
तभी उसके कानों में कुछ आहें सुनाई दीं
अहह हहहहह भाई धीरे आह हहहहहह आराम से चोद उफ़्फ़फ़ तेरे जीजा के जाने के बाद कितनी तड़प रही चोद दे मुझे आह हहहहहहह उम्म मममम , अम्मी आईई
रिजवान को लगा अब वो ज्यादा देर नहीं रोक सकता और वो भी हल्की आहों से बड़बड़ाने लगा हाँ मेरी रण्डी चोद रहा बढ़ा तड़पा हूँ अहह हहहहहह मस्त भोसड़ा बना कर गया साला सरदार आह गांड उठा के ले लण्ड साली कुतिया बिनब्याही रण्डी अहह हहहहह खूब सरदार के साथ चारपाई हिलाई अब मेरा लण्ड हिला अहह हहहहह
दोनों भाई बहन कामुक आहों निकलने लगे
और कुछ देर में रिजवान तेज़ आह हहहहह के साथ झर गया,
इधर नाज ने जब देखा गेट की तरफ वो समझ गयी कि रिजवान जा चुका है , अब वो जल्दी बाथरूम से निकली और रोज के काम में लग गयी,