• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery जबरजस्त संस्कारी परिवार की प्यार की ये एक कहानी भाग-02

Loveyounaagi

New Member
78
223
34
में: दीदी एक बात बता तू मिमी के कमरे में कपड़े पहन ने को जाती हे तो क्या कभी ऐसा हुआ हे कि पापा ने आपको बिना कपड़ों के देख लिया

दीदी: अरे ये सवाल क्यों पूछा तुमने, कुछ पता हे क्या मेरे और पापा के बारे में तुम्हे? हा??

में: नहीं क्यों क्या हुआ?

दीदी: में पापा के सामने गलती से बहुत बार बिना कपड़ों के बिल्कुल नंगी हुई थी और वो भी बहुत बार ऐसा हुआ था , तो मिमी मुझे और पापा को खूब डांट कर पापा को बाहर निकाल देती थी,

में: दीदी गलती से या आपकी मर्जी से आप निर्वस्त्र हुई थी?

दीदी: चूचू सच बोलूं तो मेरे पापा दुनिया का सबसे अच्छे सबसे मस्त पापा हे तो मुझे ऐसा करना अच्छा लगता हे इसीलिए में जान भुज कर ही हुई थी हा हा...

में: और में दीदी अच्छा नहीं हु?

दीदी: अरे चूचू आप भी बहुत अच्छे हो पापा से भी अच्छे हो पर पता नहीं तुम मुझे शेम शेम कर के हंसा बहुत करता था, जब हम साथ ने नहाते थे तब से मुझे तुम्हारे सामने कपड़े खोलने में शर्म आती हे,

में: सोरी दीदी अब कभी ऐसा नहीं करूंगा पर आप मुझे बताओ न पापा के साथ अपने क्या किया था कि मिमी ने डाटा था?

दीदी: चलो बैठ के बात करते हे आजा

में: हा चलो पर सोते सोते बात करते हे लाइट बंद कर दो फिर सो जाएंगे

दीदी: तू यहां सोएगा? मेरे साथ?

में: अगर आप को ठीक नहीं लगेगा तो में चल जाऊंगा अपने रुम में,

दीदी: नहीं तुम मेरे नजदीक हीं सो जाना आज और वैसे भी 1 तो बज गए हे,आधी रात तो खतम हो गई तुम्हारे साथ बाते करते हुए ,बोल हसने लगी,

मैने अपनी टीशर्ट निकाली और में सिर्फ एक शॉर्ट में था दीदी के सामने, में कभी शॉर्ट में चड्डी नहीं पहनता रात को,तो मेरा नुनु खड़ा हुआ था शॉर्ट में से देख सकती थी दीदी,

दीदी : तुमने तो कपड़े उतार दिए अपने पर में नहीं उतरने वाली

में: जैसी आपकी मर्जी दीदी में तो बस आपके साथ प्यार से सोना चाहता हु,

दीदी: यहां आ मेरे करीब

मैने दीदू को गले लग गया और बोला दीदू,बताओ ना आपके पापा के साथ वाली सारी बाते,

दीदी: क्यों इतनी दिलचस्पी हे तुझे इन सब में?

में: दीदू मजा आ रहा हे प्लीज सुनावो ना।

दीदी: ठीक हे फिर तू सुन

पता हे करीब साल पहले तू और मिमी मामा के घर 1 हफ्ते के लिए गए थे

में: हा..

दीदी: तब की बात हे मैने पापा में एक अच्छा मर्द देखा था उन दिनों में,

में: वो कैसे?

दीदी: तुझे पता हे अभी की जनरेशन सब खुले कपड़ों में रहती हे सभी के घर में,पर हमारी मिमी कभी हमें खुले कपड़े नहीं पहनने देती हे पर में उन दिनों अपनी लाइफ जी ली थी सब खुले कपड़े पहन कर,

में: पापा ने मना नहीं किया आपको?

दीदी: बिल्कुल नहीं,पहले ही दिन जब तुम को एयरपोर्ट छोड़ कर पापा घर पर आए तो मेने सिर्फ अपनी एक स्लिप और निकर पहन कर गई थी डोर खोलने लिए

में: क्या बात कर रही है?

दीदी : हा मुझे बहुत शर्म आ रही थी पर मुझे पापा से ऐसे गले लगना अच्छा लगा था, मैने पापा से 5 मिनिट तक गले लगी हुई थी उस समय फिर पापा ने मुझे बोला तुझे अब जो करना हे कर बस तू खुश और हस्ती रहे हर वक्त,

दीदी : थैंक यू पापा

पापा: नहाई हो की नहीं ?

दीदी: नहीं पापा उठ के सीधी आपको गले लगी हु,

पापा: मेरी प्यारी गंदी बेटी आई लव यू,

दीदी: और आप नहाए हे क्या?

पापा: नहीं बेटा में भी बाकी हु इतना जल्दी एयरपोर्ट छोड़ने जो गया था

दीदी: मेरे प्यारे गंदे पापा आई लव यू बोल कर गले लग गई फिर थोड़ी अलग हो कर बोली पापा क्या खाओगे नाश्ते में?

तब पापा ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला अरे अरे अरे मैने तो आज आपको देख बेटी अब तक तू कहा? थी?

दीदी: हसी छूट गई और बोली आपके सामने ही तो थी पापा पर आज से में आजाद पंछी हो गई हु इसीलिए ऐसे कपड़े पहने हुए हे,क्या आपको पसंद नहीं आया?

पापा: पर तू ने कपड़े कहा पहने? तुम तो स्लिप निकर में हो,

दीदी: पापा आप मेरी मजाक उड़ा रहे हो?

पापा : मैने क्या किया?

दीदी: पता हे मिमी मुझे रोज रात को नाइट गाउन पहनाती थी जिसमें कुछ भी खुला खुला नहीं रहता मेरा बदन में पूरी कैद हो जाती थी ,आज से में ये कपड़े में सोऊंगी,ऐसे खुले कपड़ों में मुझे अच्छा लगता हे जैसे मेरी सब सहेली रहती हे अपने घर

पापा: अच्छा तो ये नाइट के सोने के कपड़े हे तोड़ी ठीक हे ,मुझे लगा दिन में ये पहन कर बाहर जाओगी,

दीदी: पापा दिन में भी यही होंगे मेरे कपड़े बाहर जाते वक्त पूरे कपड़े पहनूंगी आप मुझे स्पोर्ट करना प्लीज,

पापा: मेरी प्यारी बेटी जो जैसा रहना हे वैसा रहेगी मेरा फुल स्पोर्ट हे तुझे

ऐसा बोल कर पापा ने फिर से गले लगा दिया मुझे,

फिर मैने नाश्ता बनाया

टीवी देखते हुऐ हमने नाश्ता किया फिर पापा ऑफिस पर चले गए,

पूरे दिन मैने खूब सहेलियों से मजे किए और शाम को कपड़े बदल के खाना बनाने लगी थोड़ी देर में पापा आए और मुझे पीछे से हग कर दिया उस वक्त मैने ब्रा स्लिप और निकर पहनी थी,

खाना खा कर टीवी देखने लगे में पापा के बाजू में आप के गोद में सर रख कर टीवी देख रही थी और पापा ने अपना हाथ मेरी कमर पर रख कर सहला रहे थे,कभी नितंब पर रख कर,मुझे बहुत मजा आ रहा था,

मेरे सोने की वजह से स्लिप थोड़ी ऊपर उठी हुई थी तो कमर मेरी बिल्कुल खुली हुईं थी तो पापा के हाथ फेरने से मुझे बहुत सुकून मिल रहा था,जब पापा मेरे नितंब पर हाथ फेरते तो ऐसा लगता कि निकर उतार दु,

11 बजे पापा ने अपना पैग बनाया और पीने लगे मेंने भी सॉफ्ट ड्रिंक ले कर पीने लगी पापा के साथ बैठ कर,तब पापा ने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर और दूसरा मेरी जांघ पर फेर रहे थे,मुझे बहुत अच्छा लग रहा था

1 बजे मूवी खत्म हुई तो मैने देखा तो पापा सो गए हे

कई कोशिश करने पर भी पापा नहीं उठे तो मैने भी अब

पापा के सोफे के सामने वाले सोफे पर सोने का फैसला किया,

सुबह आंख खुली तो मे अकेली सो रही थी,उठ के देख तो पापा नाश्ता बना रहे थे, मैने पापा को पीछे से हग करते हुए बोली गुड मॉर्निंग पापा,

पापा: अरे उठ गई मेरी गुड़िया?

दीदी: आप बहुत गंदे हे पापा अपने खुद को तो सोफे पर सुलाया मुझे भी आपके साथ ऐसे सोना पड़ा,

पापा: सौरी बेटी पर तुम क्यों सोई यहां? अपने कमरे में जाती?

दीदी: पापा आपको अकेले छोड़ कर में अकेली क्यों सो जाती?

पापा: ठीक हे अब से में 7 दिन तक दारू नहीं लूंगा,

दीदी: लव यू डैडी,

पापा: लव यू गंदी गुड़िया जा जल्दी नहा ले,

दीदी: पापा अपने नहा लिया क्या?

पापा: हा कब का तभी तो नाश्ता बना रहा हु,

दीदी : पापा....आप बहुत वो हो जाओ में नहाकर आती हु, नहाकर मैने पुश अप ब्रा पहनी और फ्रेश स्लिप पहन कर आ गई नीचे,

फिर हम दोनों नाश्ता कर के उठे तो पापा ने कहा कल छूटी हे कही घूमने चले?

दीदी: हा शॉपिंग पर,

पापा: ठीक हे बाय बेटा में शाम को जल्दी आता हु,

दीदी: बाय पापा लव यू,

पापा के ऑफिस जाते हीं मैने सोचा कि पापा ने मेरे सीने कि और फिर ब्रा कर और तो देखा ही नहीं,

आखिर में मिमी के पति जो हे संस्कारी कही के डेड मेरे,

शाम को पापा आते ही हम लोग ड्राइव पर बाइक पर निकले थे घूमने मैने स्कर्ट टॉप पहना हुआ था ,जंगल की और बहुत दूर घूमे फिर हमें एक दूसरे के फोटोज लिए मिमी को भेजे और घर के लिए निकल पड़े,रस्ते में पापा कही रुके और बोले में आता हु २ मिनिट रुक यहां,

दीदी: पर मुझे अकेला डर लगेगा में आपके साथ ही चलती हु,

पापा: बेटा में सुसु करने जा रहा हु,

दीदी: ठीक हे चलो

पापा: मुझे शर्म आएगी तेरे सामने सुसु करने में बेटा सुसु नहीं आएगी मेरी,

दीदी: ऐसा कुछ नहीं होता पापा आप चलो में आपसे पीठ करती हु आपको नहीं देखती,

मैने आगे चलते पापा के पीछे पीठ किए खड़ी थी फिर सुना कि पापा सुसु बहुत कर रहे हे फिर मुझे भी फिल हुआ तो में भी अपनी स्कर्ट उठा कर निकर साइड में कर के सुसु करने लगी और बोली पापा पीछे मत देखना में भीं सुसु कर रही हु, तब तक पापा ने कर ली थी तो पापा बोले

पापा: गुड़िया शेम.... शेम....

पापा: मेरी नंगी गुड़िया का शेम.... शेम....

दीदी: पापा....... मैने मना किया था पीछे नहीं देखते आप,बहुत गंदे हो आप जावो में नहीं बोलती आपसे

पापा: पर मैने तुझे हा नहीं कहा था गुड़िया

दीदी: चीटिंग करी फिर अपने तो,बिल्कुल गंदे पापा,

पापा: बेटी में तुझे ऐसा नहीं देखने वाला था पर....

दीदी: पर क्या?

पापा: पर एक आइडिया आया मेरे दिमाग में वो कहने वाला था कि गुड़िया की शेम.... शेम.... होंगई,

दीदी: कौनसा आइडिया पापा?

पापा: यही की आज हम पिज्जा खाने चलें ऐसा?

दीदी: हा चलो,

पापा : तुम्हारा शेम.... शेम.... के लिए सोरी और कान पकड़ लेते हे,

दीदी: ठीक हे पापा कोई बात नहीं अपने अनजाने में देखा मुझे,

पापा और हम खाना खा के घर आ गए और पापा फ्रेश होकर सोने चले गए तो में भी उनके रूम में आ गई,

पापा: कुछ काम था बेटा?

दीदी: नहीं पापा सोना हे आपके साथ

पापा: हा ठीक हे चलो सोते हे और पापा ने अपनी टीशर्ट उतार के एक टॉवेल लपेट कर पेंट और निकर उतार दी और एक शॉर्ट पहन कर आ गए मेरे पैसे मेंने ऐसे ही बैठी पापा को देख रहीं थी फिर

पापा ने बोला चलो कपड़े बदलो सो जाते हे,

मेंने वहां पर ही टॉप स्कर्ट उतार दिया और ब्रा, स्लिप और निकर तो थीं हे पहले से ही पहनी हुई,

पापा : इतने जल्दी नाइट ड्रेस में आ गई?

दीदी: नहीं अभी एकं और चीज निकलनी हे

बोल कर मैने स्लिप में से ब्रा की स्ट्रिप निकला के हाथ मैसे भी निकल दी और फिर ब्रा आगे ले कर पूरी खोल के बाहर निकल दी,और पापा के मुंह पर रख दिया और हस पड़ी

पापा: वाह तूने तो ब्रा खोलने का क्या जबरजस्त आइडिया निकला

दीदी: मिमी कैसे निकालती हे फिर?

पापा: मुझसे खुलवाती कभी वो ही अपने हाथ पीछे लेकर खोलती ,

दीदी: मेरी सहेली ने सिखाया था ऐसा खोलना

पापा: अच्छा हे और क्या सिखाया?

दीदी: बस एक ही तरीका हे और कुछ नहीं,

पापा: चड्डी खोलने का नहीं और कोई तरीका

दीदी: (हंसते हुए फिर गुस्से में बोली ) पापा आज अपने पहले ही मुझे बिना चड्डी के देख के मेरा शेम शेम कर दिया था आप अभी फिर मेरी चड्डी निकाल ने बोल रहे हे गंदे पापा।

पापा: अरे निकाल ने नहीं बोला बस ये बोला कि चड्डी निकाल ने की ट्रिक कोई नई हे या नहीं वो,

दीदी: हंसते हुए आप बात को घुमा रहे हो अब,

पापा: नहीं सच में पूछा

दीदी: पापा आप महान हो बात को घुमाना आप बहुत एक्सपर्ट हो, फिर भी आपको चड्डी निकालने की ट्रिक बताती हु में

पापा: नहीं बेटी सच में मत उतारो अपनी चड्डी

दीदी : क्यों?

पापा: मुझे तुझे शेम शेम नहीं करना हे गुड़िया ,मुझे तुझे खुश देखना हे हमेशा,

दीदी: हा पर में मेरी मर्जी से चड्डी उतार ने की ट्रिक बता रही हु न आपको,

पापा: तो फिर में हस्ते हुए तुझे शेम शेम भी बोलूंगा चलेगा तुझे?

दीदी: अब मुझे कोई फरक नहीं पड़ेगा अपना अपने ऑलरेडी मेरे कूल्हे देख चुके हो खुले हुए, अब आपसे मुझे कोई शर्म नहीं आएगी मेरे प्यारे पापा,आप कितना भी हस लो अब समझे?

पापा: ये की न तुमने मेच्योर वाली बाते

दीदी: आखिर में आपकी ही बेटी हु न?

पापा: उसमें तो कोई शक नहीं।

दीदी तो देखो चड्डी उतार के बताती हु आपको

पापा: ठीक हे

दीदी: चड्डी आपने कहा उतारी अपने?

पापा: मेरी चड्डी क्यों चाहिए ? में नहीं उतरने वाला

दीदी: अरे में पहन कर फिर उतर कर दिखाती हु न मुझे बस चड्डी चाहिए

पापा: पर तूने ऑलरेडी ये एक चड्डी तो पहनी हे

दीदी: गुस्से में पापा आप मुझे सच में नंगी करना चाहते हे क्या?

पापा: नहीं भाई में क्यू ऐसा चाहूंगा?

दीदी: क्या पता आप मुझे नंगी देख के मुझ पर फिदा हो गए हो और मुझे नंगी कर के मेरे कूल्हों से प्यार करना चाहते होंगे? उस पर किस करना चाहते होंगे?

उस पर सर रख कर सोना चाहते होंगे?

पापा: अरे अरे बस बस इतना सारा कहां से सिखा बोलना में ये सब क्यों चाहूंगा? में मिमी से प्यार करता हु,

दीदी: अब वो यहां नहीं हे न ? अब तो यहां में हु न?

पापा: में बेवफा पति नहीं हु गुड़िया,

दीदी: में यहीं सुनना चाहती थी पापा वॉव आप बहुत महान हो ,मजा आगया आपको चिढ़ाने में।

बोल के के गले लग गई पापा के

पापा: बेटा महान तुम भी हो मिमी की वजह से हम सब महान हे आज पता हे तुझे?

फिर पापा ने नॉर्मल बाते करते हुए मुझे सुला दिया।

सुबह उठी तो अकेली थी पापा के रूम में उठ कर बाहर निकली तो पापा नाश्ता बना रहे थे तो मैने पीछे से हग कर लिया पापा को,

दीदी: गुड मॉर्निंग पापा

पापा: गुड मॉर्निंग माय लव,माय गुड़िया

दीदी: आप नहाए हो?

पापा: हा तू भी नहा ले जा कर

दीदी: आप एकदम गंदे पापा हो, मुझे जगाया भी नहीं

पापा: अब क्या किया मैने?

दीदी: कुछ नहीं किया बस आप गंदे पापा हो

पापा: कोई तो कारण होगा गुड़िया?

दीदी: में सोच कर बताती हु बाद में ठीक?

पापा: हस कर ठीक हे मेरी प्यारी बेटी जा नहा ले,



फिर में नहाई स्लिप ब्रा एंड चड्डी पहन कर और नाश्ता कर के अगले रूम में आई तो पापा पेपर पढ़ रहे थे तो मैने उनके बीच में जा कर उनकी गोद में बैठ गईं और उनके सामने चेहरा ले कर बोली गंदे पापा

पापा: हा बोल अब क्यू में गंदा हुआ?

दीदी: क्यों कि में बोल रही हु न?

पापा: अरे पर ...

दीदी: हा याद आया याद आया

पापा :क्या

दीदी: चड्डी उतारने की ट्रिक अपने कल देखी ही नहीं और बाते घुमा दी

पापा: चल ठीक हे बता आज

दीदी: अभी ?यहां? चड्डी उतारू ड्राइंग रूम में? कोई आ जाएगा तो?शेम शेम हो जाएगी मेरी पापा ऐसा मत करवाओ आप

पापा: अरे सिर्फ बता दे उतार मत

दीदी: समझ में नहीं आएगा उतार के ही दिखानी पड़ेगी

पापा: तो तू ही सोच के कर जो करना हे पर मुझे गंदा मत बोल

फिर दीदी ने पापा के कान ने धीरे से बोली पापा आप बिल्कुल गंदे हो और पापा के गाल पर पप्पी कर दी

फिर दूसरे गाल पर फिर सर के ऊपर और सीने से लग गई,



पापा: बेटा आज मेरी छुट्टी हे तो क्या करे ?

दीदी: मेरी सहेली आने वाली हे तो पूरा दिन हम तीन लोग साथ में खेलेंगे

पापा: तो अपने कपडे ढंग से पहन ले?

दीदी: नहीं पापा ये कपड़े इतने भी गंदे नहीं दिखते?

पापा: कोई लड़का भी हे क्या?

दीदी: नहीं एक लडकी हे बस,

पापा: फिरभी बेटा तुम्हारा बहुत कुछ दिख रहा हे ये कपड़े में कुछ फुल टीशर्ट पहन ले और नीचे शॉर्ट,

दीदी: आपको कोई दिक्कत हे क्या मेरे ये कपड़े से? मेरे खुलेपन से ? मेरे खुले बदन,खुले पैर,मेरी ऐसी खुली छाती से? क्यों कि मेरी सहेली को तो नहीं होगी कोई दिक्कत,

पापा: नहीं मुझे तो कोई दिक्कत नहीं हे बेटा तेरा घर तू जैसे भी रहे तुम बस खुश होना चाहिए और तेरी कोई मजाक नहीं उड़ाना चाहिए कल की

"ये लड़की तो पापा के सामने भी ऐसे वैसे कपड़े पहन कर रहती हे बेशरम लड़की हे ये एक नंबर की " ऐसा



दीदी: उम्मम..... पापा आपने मुझे बेशरम बोला ??

पापा : अरे नहीं बोला पर लोग बोलेंगे अगर ये हमारे बीच का प्यार करने का तरीका मालूम पड़ा गया तो,

दीदी: कैसा तरीका हे हमारा प्यार करने का?

पापा: ये की में तुम्हे छूट दे रहा हु और तुमने भी मुझे छूट दी हु हे कि तू मेरे सामने कुछ भी पहन सकती हे ,मेरे साथ कभी भी कैसे भी सो सकती हो, में भी तुम्हारे साथ बिना कपड़ों के सो सकता हु हम दोनों एक दूसरे की हर बात का सपोर्ट देंगे कभी मिमी को कभी कोई ऐसा नहीं कहेंगे ,और फिर हम कहीं भीं सुसु करने एक साथ जा सकते हे एक साथ सुसु भी कर सकते हे एक सच्चे दोस्त बन सकत हे,एक दूसरे के शेम शेम भी कर सकते हे



दीदी: अरे अरे बस मैने कब छूट दी आपको इतनी?आपको कब बोला पापा की आप मेरे साथ बिना कपड़ों के सो जाओ?

पापा: कल में छोटे शॉर्ट में ही तो सोया था अगर तुझे दिक्कत थी तो बोल सकती थी न?

दीदी: उसमें क्या दिक्कत पापा? में तो उससे भीं कम कपड़े में सोई थी न?

पापा: बात एक ही थी न?

दीदी: मुझे लगा आप पूरे नंगे हो कर सोने की बात की?

पापा: बेटी एक कपड़ा मतलब नंगा ही हुआ न ?

दीदी : अच्छा वो तो ठीक हे।पर मैने मेरी शेम शेम करने की छुट आपको बिल्कुल नहीं ली थी कल हा। गंदे पापा एक नंबर के

पापा: वो छूट मैने गलती से ले ली थी कल सोरी बेटी बोल के दीदी के सर पर पप्पी कर दी,

दीदी: कोई नहीं पापा में बस चिढ़ा रही थी आपको,

पापा: तो तुझे यह अपनी सहेली पर पूरा भरोसा हे कि तुम्हारी हमारी कोई बात/चुगली किसी से नहीं कहेगी?

दीदी: पापा ये बेस्टी हे 10_11 साल से हे ,वो कुछ भी गलत नहीं करेगी मेरे साथ,



पापा: कब आ रही हे वो यहां ? खाना मंगा लेते हे कुछ अच्छा वाला।

दीदी: ठीक हे आप मांगाएंगे तो घर पर कुछ नहीं बनाती खाना ,

पापा ने ऑर्डर कर दिया और सहेली आ भी गई,

सहेली अपनी कार से उतरी तब वो एक शॉर्ट एंड स्लीवलेस क्रॉप टॉप में दुपट्टा पहन कर आई थी और पूरे हाथ में मोजे (ग्लव्स या शोक्स) पहने हुए थे।



फिर वो घर ने आ कर दुपट्टा,हैंड शेक्स, सन गॉगल्स निकल के हमारे साथ आ गई खेलने।

आते ही दीदी से गले लग गई और पापा से हेलो बोला,फिर हम तीनो ड्राइंग रूम में बैठे थे दीदी पानी ले आई,

फिर कुछ खा कर बाते करने लगे और गेम खेलने लग गए । पापा ने बोला में एक छोटा सा काम करके आता हु तुम लोग खेलो और पापा चले गए,

दीदी अपनी सहेली को अपने बेडरुम में लेकर गई और सभी अच्छे अच्छे कपड़े दिखा ने लगी , कुछ कुछ पहनने भी लगी, सहेली ने भी कुछ कपड़े ट्राई किए और खूब मज़े किए फिर पापा घर आ गए तो दोनों ड्राइंग रूम में आ गए कैरम खेलने लगे,

पापा बहुत अच्छा खेल रहे थे पहले फिर सहेली ने दीदी के कान में कुछ बोला तो दीदी ने हा कहा और सहेली बाथरूम का का बहना बना कर चली गई,

करीब 5 मिनिट में सहेली आई तो पापा उसको ही देख रहे थे क्यू की वो अपने बाल खोल कर आई थी हस्ती हुईं पापा के सामने आ कर बैठ गई,

सहेली अरे तुम दोनों मुझे क्यों देख रहे हो? सिर्फ हल्का हुई फिर बाल हीं तो खोल कर आई , आप तो ऐसा देख रहे जैसे में कोई सेलिब्रिटी हु ,

पापा : अरे आप सेलिब्रिटी से बिल्कुल कम नहीं लग रही हो , एकदम परफेक्ट हो आप सेलिब्रिटी की तरह मेंटेन किया हुआ,

दीदी और सहेली दोनों हस दिए उस बात पर,

पापा की नजर सहेली के सीने से चिपकी हुई थी क्यों कि सहेली अपनी ब्रा उतार कर वहीं सेम स्लीवलेस छोटा टॉप में थी पेट का हिस्सा खुला खुला दिख रहा था

दीदी : पापा आपका ध्यान कहा हे खेलने में नहीं लग रहा लगता हे,क्यों कि आप हार रहे हो गेम में,

पापा: नहीं बेटी तुम लोगों को लगता हे में हारने वाला हु पर में हारेगा नई।

सहेली ने अपनी नजर अपने मोबाइल में रखी थी किसी से सीरियस चैट कर रही थी, इसीलिए पापा को सहेली के सीने को देखने में कोई तकलीफ नहीं हो रही थी,

दीदी: पापा क्या कर रहे हो ठीक से खेलो न आप भूल जा रहे हो

पापा: अरे सोरी ,

सहेली: लावों मेरी बारी हे अब,और अपना टॉप कभी कभी ठीक करती रहती थी।

पर पापा को बहुत मजा आ रहा था क्यों कि सहेली के स्तन की क्लीवेज दिखाई दे रही थी पूरी पेट तक की बिना ब्रा वाली सहेली की,

दीदी को पता चल गया था कि उसके पापा क्या देख रहे हे सहेली का,

तो दीदी पापा की गोद में जा कर बैठ गईं और सहेली को हराने के दाव खेलने लगी ,

फिर कुछ देर में दीदी ने पापा के कान में बोला

दीदी: पापा क्या देख रहे हो सहेली में?

पापा: कुछ भी तो नहीं?

दीदी: पापा झूठ मत बोलो में सब समझती हु आप सहेली के स्तन को ताड़ रहे हो न?

पापा: क्या करूं में सामने ही बैठी ऐसी तरह की उसका सब दिखाय दे रहा हे मुझे

दीदी: पर आप गेम में फोकस करो न ,वो मेरि सहेली हे आपकी मिमी नहीं (और हस पड़ी)

पापा: अरे पर गुड़िया में उसको तकलीफ थोड़ी दे रहा हु में बस मजा ले रहा हु अगर तुझे अच्छा नहीं लग रहा हे तो में नहीं देखता उसको ,

दीदी: अरे नहीं पापा आप बिंदास देखो में तो मजाक कर रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को खुश रखना हे पापा ।

दीदी : ठीक हे पापा अब आप खेलो में सुसु करके आती हु

पापा अब बिंदास सहेली के बूब्स देख कर खेल रहे थे,

सहेली : (फोन में देखते हुए)आप कौनसी जॉब करते हे अनकील?

पापा: बेटा मेरा बिजनेस हे ट्रेडिंग का, तुम्हारे पापा क्या करते हे?

थोड़ी इधर उधर की बाते हुई ,कभी कभी सहेली अपने पेट को सहलाती रहती तो कभी अपनी खुली हुई जांघ पर हाथ फेरती रहती,

पापा उसका सब नोटिस करते रहते

दीदी: किसी को कुछ चाहिए क्या स्नेक्स या कोल्ड ड्रिंक में?

सहेली ने अपना कुछ मंगाया,

दीदी: पापा मुझे भीं ऐसा टॉप चाहिए। ऐसा बोल के दीदी ने सहेली के टॉप पर हाथ फेर रहीं थी फिर दीदी ने सहेली से बोला ठीक से सीधी टट्टार बैठना और हाथ ऊपर करना ,मुझे ये टॉप पापा को दिखा ना , तो सहेली ने अपने हाथ ऊपर किए एक हाथ में फोन था तो मैसेज आने पर वो ऊपर हाथ लिए चैट करने लगी और दीदी टॉप को सब तरफ से पापा को दिखा ने लगी,

सहेली अपने फोन में लगी पड़ी थी दीदी ने चुप के से टॉप का आगे का हिस्सा देखने के बहाने हल्के से ऊपर करते करते ज्यादा ही कर लिया और ऐसे ही पकड़े रखा थोड़ी देर केलिए और पापा की और देख के आंख मारी

तब पापा ने आंखे बड़ी करी और मुंह खुल गया देख कर वॉव बोल ने के लिए पर दीदी ने चुप रहने का इशारा किया,

1–2 मिनिट्स ऐसा टॉप को ऊपर नीचे कर के दीदी ने सहेली के पूरे बूब्स पापा को दिखा दिए फिर सहेली को हाथ नीचे करने बोल के खेलने लगी,

दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी पापा को देख के,कुछ देर में दीदी ने नोटिस किया कि पापा मुझे भी देख रहे हे

तो दीदी ने अपने दोनों स्तन पर उंगली रख के इशारा किया कि ये भी दिखांउ? और अपनी स्लिप हल्की सी उठाई फिर हस कर नीचे कर दी,

तभी पापा मुकमस्कुरा पड़े,फिर दीदी पापा के गोद में जा कर बैठ गई और कान में बोली इतना मस्त नजारा दिखाया आपको तो मुझे शाबाशी नहीं दोगे?

पापा: शाबाशी नहीं तुझे महेंगी वाली गिफ्ट दूंगा

दीदी: नहीं मुझे कोई गिफ्ट नहीं चाहिए मुझे बस आप का साथ चाहिए,

पापा: वो तो हे ही तुम्हे,

दीदी: पापा चलो ना एक काम हे मुझे आपका

दीदी अपने रूम में पापा को खींच कर ले आई

दोनों अंदर आए तो दीदी ने डोर लोक किया और पापा को बेड पर बैठ ने बोला और वो सामने खड़ी हो गई

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा मैने एकदम कमाल कर दिया ना? बातों बातों में उसके पूरे स्तन आपको दिखा दिए न?

पापा : हा पर अच्छा हे उसे पता नहीं चला

दीदी: हा नहीं तो वो मुझे बहुत मारती अभी

पर पापा एक बात बताओ आपने उसके स्तन देख ने के बाद आप मेरे भी देख रहे थे फिर जब मैने अपनी स्लिप ऊपर उठाई तो फिर आप हंसने लगे

आपको मेरे भी स्तन देखना हे?? तो लो देख लो बोल के पापा को गले लग गई।

तब पापा का चेहरा दीदी के सीने से लगा था थोड़ी देर ऐसे ही रह कर शांत हो गए दोनों

दीदी: पापा आपका हक हे मुझे देखने का आपकी ही तो हु में और रहूंगी भी आपकी चाहे आप किसी से भी मेरी शादी करवा दो मेरा पहला प्यार आप ही रहोगे ,आई लव यू पापा कह के पापा को माथे पर पप्पी कर दी बड़ी लंबी वाली

पापा: और मेरा दूसरा प्यार तुम रहेगी हमेशा,क्यों कि पहला मिमी हे,

दीदी: हा सही काहा

दीदी: पापा चलो मूवी देखने जाते हे सब

पापा: हा चलो जहां तुम्हे ठीक लगे ।

दीदी: 1 मिनिट में कपड़े लाती हु आप बोलो कौनसी पहननी हे मुझे

और 3 टीशर्ट लाई और पापा की गोद में रख दी

पापा ने एक पसंद कर के 2 साइड में रख दी

दीदी: ओह तो मुझे उसके लिए ग्रीन ब्रा भी लानी होगी वेट करो पापा अभी लाई

दीदी: देखो पापा ये रही ग्रीन ब्रा मेरे पास सब कलर की सब ब्रा हे

पापा: बढ़िया हे पर बेटी अंदर कौन कलर देखेगा तूने अभी काली पहनी हे वो ही पहन कर ऊपर ये ग्रीन टीशर्ट पहन लेती?

दीदी: मैचिंग करना पड़ता हे पापा वरना लोग बोलेंगे अंदर मैने काली ब्रा पहनी हे ऐसा कलर का उभार दिखता हे कोई कोई ट्रांसपेरेंट टीशर्ट में,

पापा: हा फिर ठीक हे पहन लो में भी रेडी हो जाता हु

दीदी: रुकिए प्लीज में पहले रेडी होती हु,

पापा: पर मुझे भी होना हे मुझे जाने दो ना,

दीदी: (हस्ती हुई बोली) पर पापा मुझे आपके सामने तैयार होना हे, आप मुझे रेडी करेंगे, शर्मा गई

पापा: ये टीशर्ट तो मैने बता दिया और क्या बताना हे?

दीदी: आप चुप रहो बस ऐसे ही बैठे रहो और जो में बोलती हु वैसा करो आप

पापा: ठीक हे बोलो,

फिर दीदी ने अपनी स्लिप को नीचे से पकड़ा और हस्ती हुई ऊपर उठा के निकाल दी और पापा के ठीक सामने

करीब पहुंच गई और अपना सीना पापा के चेहरे पर लगा कर बोली पापा पीछे हाथ ले कर ये ब्लैक ब्रा खोल दीजिए ना प्लीज

पापा: अरे वाह मुझे दिया खोलने का चांस अभी खोलता हु मोहतरमा जी आपकी ब्रा का हुक,

बोल के खोल दिए और ब्रा थोड़ी ढीली हो गई

तभी दीदी ने अपने हाथ से ब्रा के दोनों कप को अपने स्तन पर ठीक से पकड़े रखा जरा भी नहीं खुला फिर एकं एक कर के दोनों हाथों में से स्ट्रिप निकल दिए और दोनों हाथ से ब्रा के दोनों कप को कवर कर रही थी फिर हस्ती हुई बोली

दीदी: क्या हुआ पापा आप किसका इंतजार कर रहे हे?

पापा: किसका भी नहीं क्यों?

बोलते हुए पापा ने नजर दीदी के सीने से ऊपर चेहरे पर की हसी छूट गई दीदी की

दीदी: नहीं पापा आपके चेहरे का एक्सप्रेशन बता रहा हे कि कुछ चीज का आप वेट कर रहे हे,

पापा: नहीं तो।

फिर नजर वापिस दीदी के सीने पर कर दी क्यों कि अभी दीदी ब्रा उतार के वाली हे और अपने भी स्तन दिखाएगी जी भर के मजा आएगा

फिर दीदी ने अपना एक्सप्रेशन गुस्से वाला कर के

बोली

दीदी: पापा आप रूम का डोर क्यों खोल के आए ? कोई कभी भी यहां आ सकता हे

पापा अचानक डर गए क्यों कि दीदी कपड़े बदल रही थी तो कोई आदमी यहां आकर देख सकता हे दोनों को,

तो पापा ने रुम के डोर की और देखा तो बंद था

पापा: बंध ही तो हे कहा खुला हे डोर?

दीदी: (प्यार से मुस्कुराई और धीरे से बोली ) अच्छा बन हे?? तो फिर ठीक हे

और पापा के गले लग गई और बोली

दीदी: पापा मेरी ब्रा का हुक लगा दो न

पापा: पर बेटी तू ब्लेक ब्रा बदल के ग्रीन पहन ने वाली थी न?

दीदी: हा पापा

पापा: तो?

दीदी : अरे पापा आप हुक तो लगावो पहले

फिर हुक लगाने पर दीदी

टाडा...... कैसा लगा मेरा मजाक.......

पापा: अरे चालक लोमड़ी ये कब किया तूने? इतनी जल्दी ब्रा कैसे बदल दी तूने

दीदी : बेटी समझ के नादान समझे क्या?

पापा: नहीं तुम बहुत शातिर हो बेटी मुझे गर्व है तुझ पर,

दीदी अब टीशर्ट आप पहना दो

फिर पापा ने उसको टीशर्ट पहना ली

दीदी : अब पापा जींस पेंट या स्कर्ट पहनू?

पापा:जींस

दीदी: ये 3 हे उसमें से कलर बोलो आप

पापा: ये वाला,

और दीदी वो पहनने लगी

पापा: अरे पर ब्रा और चड्डी का कलर कॉम्बिनेशन अलग हे बेटी ब्रा ग्रीन और चड्डी ब्लेक हे ,

दीदी: पापा जींस ट्रांसपेरेंट नहीं होता तो चलता हे उसमें

पापा: अच्छा तो दिए ठीक हे पहन लो

दीदी थोड़ा सोच कर बोली

दीदी: पापा अगर आप चाहते हो कि में ग्रीन चड्डी पहनूं तो ठीक हे लाती हु अभी

पापा: अरे नहीं मुझे लगा कलर मैच करना होता हे

दीदी : अरे पापा कोई बात नहीं पहन लेती हु न

फिर दीदी ग्रीन पेंटी लाती हे पापा के ठीक सामने जा कर देती हे उनको की पापा चड्डी नहीं हे पर बिकिनी की पेंटी हे ये पहन लू?

पापा: मुझे कुछ आइडिया नहीं हे तुझे जो पसंद हे तू पहन

दीदी हस्ती हुई घूम जाती हे और दो उंगली अपनी चड्डी में डाल कर नीचे झुक कर चड्डी थोड़ी सी नीचे उतारी फिर पीछे देख तो पापा आंख टिका के अपनी बेटी के कूल्हे देखने में मश्गूल थे तभी दीदी बोली?

दीदी: पापा आप मुझे शेम शेम मत बोलना प्लीज

पापा: ने दीदी के चेहरे को देखा तो नजरें दूर कर दी,क्यों कि दीदी बहुत मुस्कुरा रही थी

फिर दीदी खड़ी हो गई खूब हस के बोली पापा फिल्म चालू होने वाली हे क्या?

पर पापा समझे नहीं और बोले हा जल्दी चलो फिल्म चालू हो जाएगी

दीदी : पापा वो नहीं मेरी फिल्म चड्डी बदलने की और हस पड़ी

पापा: में नहीं देख रहा हु तू बदल अपनी पेंटी और में तुझे शेम शेम भी नहीं करूंगा पक्का वाला प्रोमिस,

दीदी ने फिर चड्डी पूरी नीचे कर के पापा को देखा तो पापा कही और देख रहे थे,

दीदी: पापा देखो न मुझे यहां क्या हुआ हे

पापा: क्या

दीदी पापा के मुंह तक अपना बेक ले गई और अपने दोनों नंगे कूल्हों पर हाथ घुमा के बोली ये देखो न पापा कितने मुलायम हे ये दोनों

पापा ने दीदी के कूल्हों पर अपने हाथ घुमा के देखा फिर बोले

पापा : क्या हुआ सब कुछ सही तो हे गुड़िया

दीदी जोर से हंसते हुए बोली थैंक यू पापा लव यू सो मच, बोल के नीचे झुक के ग्रीन पेंटी पहन ली और सामने की और घूम के पापा को पप्पी कर ली

पापा: में तुम्हे समझा नहीं गुड़िया

दीदी: बस पापा कुछ नहीं अपने मुझे शेम शेम भी बोला इसीलिए थैंक्यू बोली में,

पापा : ओ...तेरी.....में फिर भूल गया साली.....चालक लोमड़ी....

दीदी: जोर से हंसते हुए पापा कहां चालाक नंगी हुई तो थी अपने मेरे कूल्हे छूए भी तो थे ,इस बा मैने कहा चालाकी की?

पापा: वाह....बहुत बढ़िया बेटी।

चलो चलते हे

फिर हम बाहर आए तो सहेली अभी भी चेट कर रही थी

दीदी ने उसे पूछा तू फिल्म देखने आएगी?

सहेली : हा चल जाते हे मूवी देखने

दीदी: पर तेरी चैट ही खत्म नहीं हो रही हैं तो मूवी में मजा नहीं आएगा

सहेली अरे बस वो जा रहा हे अपने काम पर तो अभी फ्री हो जाऊंगी,

दीदी: तू क्या पहनोगी मेरे बेडरुम में आ,

पापा: अरे सिर्फ 15 मिनिट बचे हे शो शुरू हो जाएगा जल्दी बैठो गाड़ी में

दीदी: चल यही कपड़े में पर तेरी ब्रा कहा उतारी तूने

सहेली: तेरे बेड पर हे

दीदी: रुक में जल्दी लेकर आती हु

सहेली :रहने दे लेट हो रहा हे हमे और वैसे भी ऐसे में बहुत बार बाहर निकलती हु,

दीदी: बिना ब्रा के सिर्फ ऐसे छोटे टॉप में?

सहेली: हा कोई भी देख लेगा तो उसे मजा आजाएगा, बिचारे को,

दीदी: बड़ी बेशरम हो तुम तो,

सहेली : अरे ऐसे ही मझा आता हे खुल्लम खुल्ला घूमने में, बहुत बार किसी ने मेरे बूब्स देख भी लिए थे पूरे के पूरे

दीदी : चलो गाड़ी में बैठ कर बाते करते हे

फिर गाड़ी में बैठ के सहेली बोली, पीछे बैठ ना तुम साथ में आ मेरे,

सहेली : हा तो ऐसा हुआ था कि में मेरी स्कूटी की हवा चेक करने एक दुकान पर गई वहां पर कुछ काम के लिए मुझे नीचे झुकना पड़ा था तो जैसे ही में झुकी तो पूरा टॉप मेरे गले में आ गया था क्योंकि हवा भी जोर से चल रही थी,पर में जट से खड़ी हो गई थी और टॉप भीं ठीक कर लिया था देखा तो किसी ने नहीं पर बाजू में रखी कार का ग्लास नीचे हुआ और उसे बैठा बन्दा बहुत खुश दिख रहा था मेरी और देख के मस्त हे ऐसा इशारा किया ,

फिर में समझ गई कि वो लकी बन्दा नसीब वाला था,

और दूसरा बन्दा जिसने मुझे झुक ने को कहा वो भी देख रहा था वॉव मैडम बोल पड़ा था उसी वक्त को,

दीदी: दूसरी बार कब हुआ ऐसा?

सहेली : में स्कूटी पर जा रही थी, और उस दिन भी बहुत जोर से हवा चल रही थी एक शॉपिंग मोल के सामने जैसे ही गाड़ी रुकी हवा के कारण मेरा टॉप सीधा गले तक आ गया और मेरे बूब्स किसी 2 लड़के ने देख लिया, उन दोनों को सामने मेरी हसी छूट गई और वो दोनों भी हंसने लगे थे फिर में जल्दी जल्दी दौड़ कर भाग गई,

दीदी : हर बार हवा ही तुझे नंगा कर देती हे न?

सहेली हा और भी बहुत बार ऐसी ओपन हुई थी बाद में बताऊंगी चलो उतरो आ गया हमारा स्टेशन,

फिल्म होररर थी तो दीदी ने सहेली से बोला

दीदी: हॉरर मूवी हे तो पापा को बीच में बिठाते हे क्यों कि डर लगेगा तो उनके हाथ को पकड़ लेंगे

सहेली: तू पकड़ेगी में क्या पकड़ेगी?

दीदी: पापा को डर लगेगा तो पापा तुझे पकड़ लेंगे बोल के दीदी हंसने लगी,

सहेली : अबे मजाक नहीं यार कभी कभी में बहुत डर जाती हु

दीदी: अरे उसमें क्या हे पापा को पकड़ लेना ,मेरे पापा बुरा नहीं मानते में भी बेटी तुम भी बेटी हो ऐसा ही बर्ताव करेंगे,

सहेली : अरे पर वो क्या सोचेंगे

दीदी: एक काम कर में पापा को बोल दूंगी कि अगर हमे डर लगेगा तो हम दोनों आपकी गोद में बैठ कर मूवी देखेंगे

सहेली : अबे हम दोनों छोटी बच्ची थोड़ी हे, पागल वाले बात मत कर,

दीदी: तुझे कुछ सही लग रहा हे क्या?

सहेली: तू अनकीलको बोल ना की कुछ डरावना सीन आए तो डर के सहेली का हाथ पकड़ ले,

दीदी: अरे पापा नहीं डरते,मूवी खत्म होने तक पापा तेरा हाथ नहीं पकड़ेंगे,

सहेली : फिर क्या किया जाए?

दीदी: एक काम कर न जब तुझे डर लगे तो तू मेरे पास आ जाना में भी उठ जाऊंगी फिर हम दोनों पापा की गोद में बैठने का ट्राई करेंगे पर में पापा का हाथ ले कर अपनी ही सीट पर वापिस बैठ जाऊंगी तू पापा की गोद में बैठ जाना,

सहेली : मुझे ये भी अच्छा नहीं लगता

दीदी: अबे चल साली देख लेंगे जो होगा ,



फिल्म चालू हों गई थी

 
  • Like
Reactions: Desitejas
Top