सारा रात चोदेले हमके,कसके हमार बुरवा,
सैयां के भेजके परदेश, पेले हमके ससुरवा,
कइसे बताई, लागअता लाज बड़ हमके,
कुदअतानी कारी लांड़ पर ओकर जमके,
जब बुरवा चुनचुनातिया खद खद,
का करि, ससुर बन जावेले हमार मरद,
पेन्हे ना देताअ, हमरा कोनो कपड़वा,
सैयां के भेजके परदेश, पेले हमके ससुरवा
रोज़ राति सुतेले...