• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.
Meesa
183
Reaction score

Joined

Profile posts Postings About

  • ताउम्र बस एक यही गुनाह करना है,
    मुझे अपनी हर दुआ में, सिर्फ तुम्हें ही मांगना है
    सितारों की इस महफ़िल में, तुम ख्वाब बनकर चले आना,
    मेरी पलकों की ओट में सवेरे तक, अपनी यादों का पहरा लगा जाना ।।
    शुभ रात्रि!
    vihan27
    vihan27
    तुम ख़्वाब बनो तो नींद भी इबादत सी लगे,
    तुम साथ रहो तो हर रात क़यामत सी लगे।
    पलकों की ओट में रख लूँ तुम्हें ताउम्र के लिए,

    तुम पास रहो तो ज़िंदगी भी जन्नत सी लगे।
    मैं लाख खुद को समेटूँ, तुम धड़कन बनकर धड़कते हो,
    भले ही ज़माना हमें मुकम्मल होने की इजाज़त न दे,
    पर तुम वो दुआ हो, जो मेरी रूह की परतों में सजते हो
    लबों पर बात का सैलाब था, मगर रुका रहा। इकरार की जगह दिल चुपचाप झुका रहा।
    यह प्रेम ही है जो लफ़्ज़ों का मोहताज नहीं, वो ख़ामोश रहा और मैं सब कुछ सुनती रही।
    वो आग थी जो साँस में जलने लगी, दूरी थी मगर रूह मिलने लगी।
    किसे मालूम था ये इश्क़ क्या चीज़ है, मेरी ख्वाहिश हवा में यूँ मचलने लगी।
    तेरी यादों की खुशबू आज भी सांसों में घुली है,
    चाँद भी तेरा ही नाम लेकर रात भर जगा हुआ मिला है।
    मोहब्बत की राहों में कदम तो बहुत चले थे,

    पर मंज़िल का पता तब चला जब तू दिल में बसा हुआ मिला।
    यह शाम चुपके से आई, लेकर ठंडा सा सन्नाटा।
    हर याद की चिंगारी फिर जल उठी, कहाँ गया वो दाता?
    देखो, उस चाँद को भी मेरे जैसा रोग है,
    बस अकेलापन ही रह गया, प्रेम का हर किस्सा आधा।
  • Loading…
  • Loading…
Top