महाशय, मैंने जो लिखा उसे ध्यान से वापस पढ़िए। मैंने जो लिखा वह यह था:
"उससे इस कहानी के स्तर को आप अन्य कहानियों के स्तर पर घसीट कर निचे ले कर आये है जहाँ सभी पात्र केवल एक दूसरे की चुदाई में संलग्न रहते हैं, कोई तर्क, कोई व्यवहारिकता या कहानी का कोई उद्देश्य नहीं होता"
मैंने अन्य कहानियों में...