Arthur Morgan
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रोचक अपडेट था मित्र, शानू बेचारा, कहीं वर्तमान तो कहीं अम्मी की यादों के बीच, कहीं रेशमा तो कहीं अलीना के बीच फंसा है देखते हैं और फंसता है या निकल जाता है।UPDATE 005MOMMY
अगली सुबह मैं ऑफिस के लिए निकल गया था और अजीब बोरियत सी लग रही थी ।
तभी अलीना का फोन आया
: कुछ भेजा है मैने देखो ( पूरे हक से वो बोली )
मैंने मोबाइल खोला और व्हाट्सएप चेक किया तो तस्वीरें शेयर की हुई थी
जैसे ही मैने उनको ओपन किया मेरे होठ मुस्कुरा उठे ।
अभी अभी वो उठ कर बाथरूम में ब्रश करने गई थी ।
: अच्छी है ना , देख कर डिलीट कर देना ( वो चहक कर बोली)
: नही मै तो फ्रेम करवाने वाला हु इसको ( मैने उसको चिढ़ाना चाहा , मगर मेरी निगाहें उसकी नाइट सूट से झांकती गोरी गोरी मौसमियो पर थी )
: हिम्मत है तो मेरी डीपी लगा के दिखाओ व्हाट्सएप पर तो जानू
: अच्छा जी डेयर दे रही हो
: हा दिया , लगा कर दिखाओ पूरे 24 घंटे के लिए
: नही वो अब्बू !!
: क्यू फट गई ना फट्टू कही के ( उसने मुझे चिढ़ाया )
: हा जैसे तुम लगा लोगी मेरा ( मैने उसको जवाब देना चाहा )
: मैने पहले ही लगा रखी है हूंह ( वो तुनकी और फ़ोन काट दिया
मै हंसते हुए उसकी व्हाट्सएप डीपी पर अपनी तस्वीर देखने लगा जो उसने कल ही खींची थी ।
तभी उसका एक और मैसेज आया
"dekh kar delete kar dena"
: देख कर डिलीट कर देना
: क्या ? लेकिन क्यू
: तेरे अब्बू ने मोबाइल चेक किया ना तो तेरी शामत आयेगी ( अम्मी ने मुझे अब्बू का खौफ दिखाया , जैसे मैं डर ही जाऊंगा । लेकिन उन्हें क्या पता अब तो मेरी सारी मनमानायिया ही उनके भरोसे थी कि कुछ भी हो अम्मी अब्बू को माना लेंगी । )
: आप हो न मनाने के लिए उनको ( मै मुस्कुराया )
वो भीतर से गुस्से से उबली मगर फिर शांत होकर झेप भरी हंसी से खिल उठी कुछ सोचते हुए
: तू बहुत बदमाश हो गया है , क्यू देखता है ये सब फिल्में । भोजपुरी हीरो बनेगा क्या ? ( अम्मी बात बदलते हुए बोली )
: मै तो पहले से ही आपका हीरो हूं ना ( मै खिलखिलाते हुए उनसे लिपटने को हुआ तो वो मुझसे दूर होकर बिस्तर पर ही सोए सोए खिसक गई )
: नही नही मेरे ऊपर मथना नही है , तू जल्दी से खतम कर अपनी फिल्म (अम्मी मुझसे दूर होते हुए साइड बदल कर करवट लेली और उनकी बड़ी सी गाड़ फेल कर मेरे सामने थी )
मेरे पैर मजह कुछ दूरी पर थे अम्मी के गुदाज नरम भारी भरकम चुतडो से , और पैर फैला कर मैंने उन्हें अम्मी के कूल्हों पर टिका दिए जैसे सोफे पर रखते हो
: शानू फिर तू शुरू हो गया ( अम्मी ने खीझ कर बोला )
: अम्मी रखने दो ना ,ऐसे अच्छा लगता है कितना नरम है हिहि ( मैने भी उनके कूल्हों पर हक जताते हुए अच्छे से पैर रख दिया )
: हम्मम तो अब तुझे मेरे कूल्हे नरम लग रहे है बदमाश कही का ( अम्मी फिर सोने की कोशिश करने लगी )
नया नही था मेरे लिए या अम्मी के लिए जब मैं उनके कूल्हों पर पैर रखकर सोया हूं
मगर कल रात को जो कुछ भी मैने देखा मेरे दिल में लालच ने जगह बना ली और जो कुछ भी इरादे मेरे जहन में थे उन्हें सोच कर ही मेरा लंड पूरा तनमनाया हुआ था ।
मूवी तो महज एक जरिया था मेरे जिस्म में एक सिहरन सी उठ रही जब मेरी नंगी एड़ियों के तालु अम्मी की बड़ी बड़ी 48 साइज की चौड़े विशाल चूतड़ों के इर्द गिर्द रेंग रही थी
पूरे जिस्म में एक मदहोश करने वाली मीठी गुदगुदाहट सी उठने लगी थी मानो ,
पैर की उंगलियों से धीरे धीरे करके करीब 10-15 मिंट में कही मै उनके नायाब बड़े भारी भरकम चूतड से उनकी सूट को सरका पाया था । सूती सलवार में से उनकी पैंटी साफ़ साफ़ झलक रही थी जो उनकी चूतड पर में चुस्त कसी नजर आ रही थी ।
लंड मेरा पूरा फौलादी हुआ पड़ा था और जैसे ही मेरी पैर की उंगलियों ने अम्मी के नरम मुलायम चूतड को सलवार के ऊपर से छुआ एक बिजली सी दौड़ गई मेरे जिस्म में ।
रोम रोम तनमाना गया ,सांसे उफनाने लगी और डर से कलेजा धक धक होने लगा कि अम्मी गुस्से से पलट कर जवाब न दे दे ।
कुछ देर क्या पूरे 10-12 मिंट मैने पैर जड़ किए रखे , सूत भर हरकत नही की मैने और फिर धीरे धीरे पूरी ऐड़ी को अम्मी के गुदाज मुलायम चूतड पर हल्का सा सहलाते हुए गोल में घुमाया ।
अजीब सी चुनचुनाहट भरी तरंगे मेरे पैरो से होकर पूरे जिस्म ने फेल गई और लंड पूरी बगावत पर आ पहुंचा ।
मूवी फुल वैलुम पर चल रही थी , फिल्म की पड़ी ही किसे थी मेरा सारा फोकस अम्मी के फैले हुए गुदाज गुलगुले गाड़ पर था , जिसमे मेरी एडिया धंसी जा रही थी ।
धीरे धीरे मेरी पैर की उंगलियां रेंगती रही और हिम्मत कर मैने अम्मी के बड़े बड़े मटके जैसे चूतड़ों को ढलानों पर पैर को ले जाने लगभग दोनो जांघो की सिरो से उनके चूतड जुड़े होते है ।
मेरे पैर के तलवे में वहा की गर्मी महसूस होने लगी थी ।
उस तपीस से मेरा गला सूखने लगा था मेरी नज़रे कभी अम्मी के सर की ओर होता तो कभी मेरे पैरो पर जहा से महज कुछ इंच ही दूर था मैं उनकी चूत की निचली छोरो को छूने से ।
: शानू वहा नही
( मैंने चौक कर उसकी ओर देखा , वो मेरे ऑफिस की एक सीनियर थी )
: फिर कहा मैम ?
: ये यहां पर ( उसने फाइल के कागजात पर मेरे करीब खड़े होकर उंगली रखी , उसके जिस्म से आती परफ्यूम की खुशबू से मुझे बेचैनी होने लगी थी । खुद की संभालते हुए मैने सिग्नेचर बनाया )
: कहा खोए रहते हो आजकल ( अपने लटो को बहुत ही कैजूअली उसने अपने कानों के पीछे कर मुस्कुराते हुए वो बोली)
: वो मै ... ( मै अटक ही गया वही चेयर पर बैठे हुए ही उसकी नीली आंखों में )
: हा बोलो ना ( उसने मुझे अपनी ओर ऐसे देखता पाकर वो लाज से अपनी पलकें झुका ली और मुस्कुराहट से उसके गाल गुलाबी हो उठे )
: वो बस घर की याद आ रही थी ( मै इधर उधर देखने लगा )
: अच्छा , बस घर की ही या घर वाली की हिहिहि ( उसने छेड़ा मुझे )
: हा घरवाली की भी ( मै अम्मी को सोच कर उसकी बातों पर मुस्कुरा )
: तो क्या रिश्ता तय हो गया ( बड़े ही उदास दिल से उसने कहा और कुछ दूरी सी बनाई उसने )
: क्या ? नहीईईई , किसने कहा ? हा रिश्ता आया था मगर मुझे करनी नही थी ( मै हसता हुआ बोला )
एकदम उसके चेहरे की बुझती लाली फिर से खिल उठी । उसके दिल के भाव से मैं क्या पूरा ऑफिस परिचित था । कि रेशमा मैम अगर किसी पर लट्टू है तो शानू ही है । वरना भला कोई सीनियर रैंक की अधिकारी अपने क्लास 3 ग्रेड के मामूली स्टाफ से सिर्फ एक सिग्नेचर के लिए उसके टेबल पर क्यू आती ।
: वैसे आज शाम का क्या प्लान है ? ( रेशमा मैम ने फाइल हाथ में लेते हुए बोली )
: जी वो कुछ भी नही , मतलब कुछ सोचा नही है अभी ( उनके सवाल से मैं लगभग उलझ ही गया था )
: क्या तुम आज मुझे मेरे घर ड्रॉप कर दोगे , वो मेरी कार आज सर्विस के लिए गई है ।
: जी , क्यू नही जरूर ( मै चाह कर भी मना नही कर पाया उन्हे )
फिर वो मुस्कुराती हुई निकल गई ऑफिस से और मैने गहरी सांस लेते हुए अपनी क्रॉस की हुई टांगे खोल दी ।
: ओह बहिनचोद इसके करीब आते ही क्या हो जाता है , क्या नशीली परफ्यूम लेकर घुमती है साला दिमाग काम करना बंद हो जाता है । अभी बोल दिया है तो जाना ही पड़ेगा । ( मै मन ही मन बड़बड़ाया )
: हम्मम ये लो , सारे पेंडिंग कमप्लेन की फाइल ( एक लड़की ने जोर से गुस्से में 4 - 5 फाइलों को मेरे आगे डेस्क पर पटका )
: अरे क्या हुआ सबनम , मैम ने कुछ कहा क्या ( मै उसके परेशान चेहरे की ओर देख कर बोला )
बदले में वो मुझे घूरते हुए बोली : मुझे क्यू बोलेंगी मैम कुछ , उन्हे तो सिर्फ तुमसे ही बात करना पसंद है ना
: ये फाइल्स नोट डाउन हो जाए तो मुझे मैसेज कर देना ( सबनम तुनकती हुई निकल गई अपने डेस्क के लिए)
: अब इसको क्या हुआ , मै हूं क्या भाई सब मुझपर ऐसे हक जताते है जैसे मैं उनका पति हूं ( खुद से बड़बड़ाया )
खैर मैंने सारी फाइल्स नोट डाउन की और उसे मैसेज कर दिया
: sorry
: Mai kya karungi tumhari sorry ka
: Ab kya office me bhi tum aise hak jataogi
: Tum har jagah sirf aur sirf mere ho samjhe mister ( अलीना ने जवाब दिया )
: ok ok , man jaane ka kya logi ?
: Puri raat mere se baat wo bhi video calling
: Bade saste me man gayi yar
: achcha bachchu call karna fir pata lagega , ok bye
मैं मुस्कुरा रहा था और मोबाइल देख रहा था
: चले शानू ( रेशमा मैम मेरे डेस्क के पास आकर बोली )
: अह हा चलिए ( मै मोबाइल जेब में रखता हुआ )
: तुम यहां अकेले रहते हो , अम्मी को बुला क्यू नही लेते अपने , डैड भी तुम्हारे जॉब करते है जब ( बाइक पर बैठी हुई रेशमा मैम मेरे कान के पास आकर बोली )
: वो अब्बू हर वीकेंड घर आ जाते है तो अम्मी कैसे आयेंगी ( मै उदास होकर बोला )
: अरे तो क्या उन्हे अपने बेटे की जरा भी फिकर नही है ( रेशमा थोड़े जज़्बाती होकर तेज आवाज में बोली )
: नही मैम ऐसा नहीं है ( मै दिल में अम्मी को याद करते हुए लगभग रोने ही वाला था )
: आज भी कॉल नही आया ना घर से ( वो मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए बोली )
: जी , आपको कैसे ? ( मेरी आंखे छलक ही पड़ी)
: सिराज ने बताया ( वो बोली और चुपचाप बाइक चलाता रहा , कुछ ही देर में उनका फ्लैट आ गया )
: आपका घर आ गया मैम ( मैने बाइक रोकी और शर्ट की बाजू से अपना चेहरा साफ किया )
: आओ ना ( वो बाइक से उतरते हुए बोली )
: जी फिर कभी , मुझे घर जाना है ( मै खुद से ही मानो जबरदस्ती करता हुआ बोला )
: ओहो शरमाओ मत और आओ चलो ( वो मेरे बाजू में बाजू डाल कर मुझे बाइक से खींच कर उतारती हुई बोली )
: अरे लेकिन , वो ... ( मै असहज से हस्ते चेहरे के साथ उनके साथ चल पड़ा )
: मैम छोड़िए , कोई देख लेगा ( मै अपने आप को छुड़ाता हुआ बोला )
: हा तो देखने दो , मै नहीं छोड़ने वाली कही तुम भाग गए तो ( वो चहक कर पूरा हक जताते हुए बोली )
: आपको कोई चाह कर भी नही छोड़ना चाहेगा मैम ( मै उनके अदाओं से हारता हुआ खुद से ही बड़ाबड़ाते हुए उनके साथ खींचता चला गया )
: अच्छा अब हम लिफ्ट में है अब तो छोड़िए
: ठीक है , लेकिन भागना मत ( वो मुझे उंगली दिखाती हुई वॉर्न करती हुई हस पड़ी और मैं उसके खिलखिलाते चेहरे को देख कर ठहर सा गया )
मुझे अवाक देख कर वो फिर से शरमाई और अपने लटों को फिर से कानो में उलझाती हुई अपनी पलके नीची कर ली : तुम मुझे ऐसे मत देखो प्लीज
: जी , सो सॉरी वो मै ... ( मै फिर से इधर उधर देखने लगा )
: धत्त बुद्धू इसमे सॉरी वाली बात नही है ( वो आंखे नचा कर मुस्कुराई )
: फिर क्या बात है ( मेरी सांसे धक धक हो रही थी उसके शर्ट के ऊपरी खुले बटन से झांकती उसकी 36 साइज की गोरी गोरी पहाड़ियों की घाटी देख कर )
: वो... कुछ नही , आओ चले फ्लोर आ गया मेरा ( वो लिफ्ट से मेरे आगे निकली और जींस में उसके चूतड भरपूर उभरे हुए थे , गजब की मादक चाल थी । लंड पूरा हरकत में आ चुका था । )
लॉक खोल कर हम हाल में गए , सपने जैसा था मेरे जैसे मिडिल क्लास वाले लड़के के लिए ऐसा अलिसान फ्लैट जो मजह 32000 रुपए माह की तनखाह पर जीवन गुजार रहा हो ।
फिल्मों में ही देखा था ऐसा फ्लैट , चमचमाती फर्श , गलीचा और मुलायम सोफा उसके आगे ग्लास वाली मेज, सोफे के बगल में इंडोर प्लांट और सबसे बढ़ कर मन को भीतर से खुश कर दे ऐसे जादू भरी रूम स्प्रे की महक ।
कंधे से साइड बैग उतार कर उसने सोफे पर रखते हुए : मै चेंज करके आती हूं तुम बैठो
फिर वो किसकी हिरणी की तरह बड़ी अदा से अपने कूल्हे हिलाते हुए कमरे में चली गई ।
मैंने एक गहरी सास ली और हाल के टहल कर घर देखने लगा , ऐसे ही आलीशान घर का सपना देखते बड़ा हुआ था ।
: नही नही अम्मी ये देखो , ऐसे वाला स्विमिंग पूल होगा हमारे बंगले में ( मोबाइल में वीडियो चला कर अम्मी को एक बंगले और स्विमिंग पूल दिखाता हुआ बोला )
: अच्छा और इसमें नहाएगा कौन ( अम्मी अपनी हसी दबाती हुई बोली )
: आप , मै ,अब्बू
: धत्त बदमाश कही का , अपनी अम्मी को खुले में नहलाएगा वो भी ऐसे कपड़ो में ( अम्मी का इशारा स्विमिंग पूल में नहाती उस महिला की ओर था जिसने बिकनी पहन रखी थी और उसके मोटे मोटे दूध और गाड़ भरपूर खिल कर उभरे हुए थे )
: अरे नही ये बंगले में सब प्राइवेट होता है , वहा बाहर का कोई नही आता जाता ( मै अम्मी को समझाना चाहा मन में ये लालच लिए कि काश इस चीज के अम्मी हा कर दें तो उन्हें बिकनी में देख तो पाऊंगा )
: बंद कर इसे अब तेरे अब्बू को पता चला ना , इस घर में भी नहाने को नही मिलेगा तुझे ( अम्मी ने मेरे मजे लिए )
: अच्छी दिख रही है ना
: अह, हा बहुत खूबसूरत ...... ( मै दीवाल पर लगी एक पेंटिंग से नजर हटा कर रेशमा मैम की ओर देखा जो अभी अभी शोवर लेकर निकली थी और मैरून नाइटी में उनका जिस्म मुझे पागल किए जा रहा था ।
उनका एक पैर सोफे पर था और वो आगे झुक कर पैरो में पता नही किसी तरह का लोशन लगा रही थी
ऊपर उनकी मोटी मोटी चूचियां की घाटी ऐसे लटकी हुई थी मानो अब तब बाहर निकल ही जाए ।
मै नजरे चुराता हुआ गले से थूक गटकने लगा और वो मुस्कुराती हुई किचन की ओर जाने लगी : क्या पियोगे , चाय कॉफी या ड्रिंक ?
: जी , कॉफी चलेगी ( मै मेरे सूखते होठों को जीभ से गीला करता हुआ नाइटी में मटकते उछलते रेशमा मैडम के चूतड़ों को देख कर बोला )
वो लगातार कुछ न कुछ बोले जा रही थी और मैं तो बस उनकी बदन की कामुकता में खोया हुआ था कि मेरे जेब में मेरा मोबाइल वाइब्रेट हुआ
चेक किया तो अलीना के मैसेज
' kaha ho my love .. mommy missing you baby'
इस मैसेज के साथ एक 10 सेकंड का वीडियो भी था ओपन किया तो आंखे फेल गई ।
अलीना ने भी नाइट गाउन पहन वीडियो बनाई थी और उसके गदराए जोबन के जोड़े आपस में खूब चिपके हुए थे नीचे शॉर्ट गाउन में झांकती उसकी चिकनी टांगे देख कर मैंने अपनी आंखे बंद कर एक गहरी आह्ह भरी और पेंट में फड़फड़ाते लंड को हौले से भींचा ।
: अह्ह्ह्ह्ह क्या गजब की चीज है ( आंखे बंद कर मैने हल्के से बुदबुदाते हुए अलीना को याद किया )
: क्या बोले तुम ( रेशमा मैम हाथ में कॉफी लेकर घुमती हुई मेरे और आते हुए बोली )
: अरे वो आपका घर , कितना गजब है ( मेरी फटी , जरूर इसने सुना ही होगा )
: हम्म्म बैठो और पियो ( वो मेरे करीब आकर बैठते हुए बोली )
मै भी उसके पास ही बैठ गया , एक बार फिर उसके जिस्म से आती वही मदहोश करने वाली परफ्यूम ने मुझे बेचैन करना शुरू कर दिया । लंड तो अलीना ने पहले से ही फौलादी कर दिया था ।
कॉफी पीते हुए वो कप की ओट से मुझे निहार रही थी और मैं नजरे चुरा रहा था ।
: आप अकेली रहती है क्या मैम यहां?
: हा , यहां मेरा है ही कौन , सोच रही हू एक रूम मेट रख लूं
: हा वो सही रहेगा , नही तो अकेलापन बहुत काटता है ( मै उदास होकर बोला )
: तुम भी अकेले ही रहते हो न , तुम ही आजाओ मेरे साथ रहने ( वो मुस्कुराकर बोली )
: क्या मै ? नही नही मै कैसे आपके साथ ? ( मेरी तो फट गई इसने तो सीधे घर में ही बुलाने का सोच लिया )
: क्यू ? किसी का डर है ? ( वो शरारत भरी मुस्कुराहट से बोली )
: नही ऐसी बात नहीं है वो मै इसका रेंट नही दे पाऊंगा और ऑफिस में पता चला तो आपकी इमेज खराब होगी बस इसीलिए ( मै बातों को संभालते हुए बोला , तब तक मेरे मोबइल पर अलीना का एक और मैसेज आया
मैंने हौले से मोबाइल टेढ़ा कर व्हाट्सएप खोला और उसको देख कर मेरा लंड एकदम से फड़फड़ाने लगा
" Come to your mumma my sexy boy"
इस मैसेज के साथ अलीना ने एक और तस्वीर भेजी जिसमे उसने अपने गाउन खोल रखे थे और दोनो बूब्स बाहर , उसके दोनो निप्पल किस्मिश से भूरे दाने एकदम कड़क और चमक रहे थे ।
: अच्छा मिलने तो आ सकते हो न मुझसे ( उसने बड़े खूबसूरत अंदाज में नजरे उठा कर कहा )
: हां? जी ? हा हा आ जाऊंगा ( मै हड़बड़ा कर जेब में मोबाइल रखता हुआ खड़ा हुआ )
: क्या हुआ ?
: वो mommy का मैसेज आ रहा है मुझे घर जाना पड़ेगा कुछ जरूरी काम है ( मै जल्दी जल्दी में वो बोल गया जो नही बोलना था )
: mommy? यू मीन अम्मी राइट ?
: हा हा अम्मी ही है ( मै खुद को संभालता हुआ )
: तो तुम्हारी अम्मी पढ़ी लिखी भी है ( वो कॉम्प्लीमेंट देते हुए बोली )
: अह हा , ये वाली तो है ( मै बड़बड़ाया )
: ये वाली मतलब ? ( वो पूरी कंफ्यूज थी और वही जेब में अलीना ने फोन लगाना चालू भी कर दिया )
: कु कुछ नही मैम , मुझे लेट हो रहा है सॉरी , मेरा मतलब बाय ( मै हड़बड़ाया )
: ओके बाय , आराम से जाना ( रेशमा मैम ने बड़े उदास हॉकर कहा )
फिर कई लिफ्ट से निकलता हुआ फोन पीक किया और बाइक से निकल गया तेजी से अपने रूम के लिए
जारी रहेगी