(UPDATE-42)
अग्नि , रुद्रा , वोरे और उसके साथी ईश्वक़्त आग के दारिय के सामने खड़े थे , उस दरिया का नाम सिर्फ़ आग का दरिया नहीं था वो सच मच में आग का दरिया था , उस दरिया में पानी के बदले आग बह रही थी लावा के जेशे गर्म आग
रुद्रा ईश्वक़्त बहुत परेशान था की वो आगे केशे जाए और वहीं अग्नि भी सोच रहा था की वो क्या करे जिस से सभी सही सलामत आग के दारिय को पार करलेन , कुछ देर बाद अग्नि के दिमाग में कुछ आता है और वो सबसे कहता है
अग्नि – तुम सभी पीछे हाथ जाओ सभी आग के दारिय के सामने से हटज्ाओ और याद रखना जब में तुमको कहूँ के आगे बढ़ने को तो फौरन तरफ जाना , फिर सभी हाँ में सर हिलाते हैं
फिर अग्नि अपनी आँखों को कुछ देर के लिए बंद करता है और अपने दोनों हाथों को आग के दारिय के तरफ करके खोल देता है फिर अग्नि अपने आँखों को खोलता है , और जब अग्नि अपने आँखों को खोलता है तो अग्नि का एक अलग ही चेहरा सबके सामने आता है एक शा चेहरा जिसे देख किसी के भी हाथ पर काँपने लगे जिसे देख किसी के भी दिल की धड़कन जोरों से धड़कने लगे
ये चेहरा अग्नि का नहीं किसी एक बेरहम शैतान का लग रहा था जिसके चेहरे पे कठोरता , दरिंदगी , हैवानियत , शैतानियत सब कुछ देखा जा सकता था , अग्नि के आँखें पूरी तरह से बदल चुकी थी उसके आँखों से आग के लपटें निकल रही थी , अग्नि के आँखों से इसे वक्त अँगारे बरस रहे थे , ईश्वक़्त अग्नि के आँखों में आग का बवंडर देखा जा सकता था
अग्नि को इसे रूप में देख वहाँ मौजूद सभी रुद्रा , वोरे और उसके साथी सभी के दिल में डर बैठ चुका था और सबके दिल के धड़कन ईश्वक़्त बहुत तेजिसे दौड़ रहे थे
फिर अग्नि आग के दरिया के तरफ तरफ जाता है और कुछ कदम उसके अंदर घुस जाता है और फिर अग्नि अपने दोनों हाथों को ऊपर उठता है और आग के दारिय के तरफ करके इशारा करता है जिस से उस आग के दारिय में हलचल होने लगती है और उस आग के दारिय में उथल पुथल मचने लगती है
कुछ देर इसे ही चलने के बाद वो आग का दरिया धीरे धीरे शांत होता है और फिर देखते ही देखते वो आग का दरिया दो हिस्सों में बात जाता है यानि की उस आग के दारिय के बीच से होते हुए एक राष्टा निकलता है जो सीधे आग के दारिय के उस पार लेजता है
ये सब नज़ारा देख वहाँ मौजूद रुद्रा वोरे और उसके साथी अपने अपने मुंह फाड़े कभी अग्नि के तरफ देख रहे थे तो कभी उस आग के दारिय के तरफ जहाँ पे ईश्वक़्त उस आग के दारिय के बीच से एक राष्टा बन चुका था , ये सब इसे ही मुंह फाड़े देख ही रहे थे की तभी उन्न सबके कानों में अग्नि की कठोरता से भारी आवाज़ पड़ती है
अग्नि – तुम सब इसे क्या देख रहे हो जल्दी से जल्दी इसे राषते से होते हुए इसे आग के दारिय को पार करो , फिर रुद्रा वोरे और उसके साथी सभी तेजिसे उस रास्ते से होते हुए उस आग के दारिय को पार करने लगते हैं , कुछ ही समय में सभी दरिया के उस तरफ पहुँच जाते हैं और जैसे ही वो सब दरिया के उस तरफ पहुंकते हैं वो राष्टा जिस से वो सब यहाँ तक पहुँचे थे वो राष्टा बंद हो जाता है और वो राष्टा फिर से उस आग के दारिय के संग मिल जाता है
ये देख रुद्रा परेशान हो जाता है और साथ में वोरे और उसके साथी भी उन्न सबको ये चिंता सटा रही थी की अग्नि केशे इसे आग के दारिय को पर करके आएगा और ये सब यही सोच रहे थे की तभी उनके सामने से अग्नि उस आग के दारिय के अंदर से बाहर निकलता है अग्नि के आँखों से अभी भी आग की लपटें निकल रही थी और ये देख रुद्रा को याद आ जाता है अग्नि का कहा हुआ वो बात जो अग्नि ने मायवी दीवार को पार करने से पहले कही थी
” रुद्रा परेशानी सिर्फ़ तेरी है क्योंकि मुझे उस आग के दारिय से कुछ भी नहीं होगा क्योंकि तू जनता है में खुद ही आग का बवंडर हूँ तो वो आग का दरिया मेरा क्या बिगड़ लेगा ” ये बात याद आते ही रुद्रा के चेहरे पे एक मुस्कान आ जाती है और इधर आग के दारिय से बाहर निकालने के बाद अग्नि ईश्वक़्त अपने आँखों को बंद करके खड़ा था और जब वो अपनी आँखें खोलता है तो उसके आँखें फिरसे नॉर्मल होचुकी थी और अग्नि के चेहरे से वो हैवानियत और शैतानियत गायब होचुकी थी और अग्नि को नॉर्मल होता देख रुद्रा उसके पास जाता है और अग्नि के कंधे पे हाथ रख के कहता है
रुद्रा – अग्नि यार वो सब क्या था यार , तेरा इतना खतरनाक रूप ?
अग्नि – रुद्रा ये मेरा एक शा रूप है जिसे में कभी भी सामने लाना नहीं चाहता था इसे रूप के सामने आते ही में पूरी तरह से एक बेरहम शैतान में बदल जाता हूँ , मेरे अंदर मौजुट बची खुची अचाई भी मेरा साथ चोद देती है , उस वक्त अगर कोई मुझे ललकारे तो में बेकाबू हो जाता हूँ में अपने आप पे कंट्रोल खो देता हूँ और और उस शॅक्स को मरने से पहले एक पल भी नहीं सोचता हूँ , इसलिए मुझे अपने इसे शैतानी रूप से नफरत है , में अपने आप से यही दुआ करता हूँ की मेरे सामने ऐशी नौबत कभी ना आए जिस से मुझे इसे रूपमे फिरसे आना पड़े
ये दोनों बातें कार रहे थे की तभी इन्हें वोरे बीच में टोकता है और आगे बढ़ने को कहता है और फिर सभी एक बार फिरसे आगे बढ़ने लगते हैं वहाँ से चलने के बाद करीबन एक घंटे बाद ये सब डर्कलॉर्ड के महेल के पास पहुँच जाते हैं और उसके महेल में घुस जाते हैं
महेल में घुसने में इनको परेशानी नहीं होती है क्योंकि ये सब डर्कलॉर्ड के सिपाहियों के कपड़े में थे फिर कुछ देर अंदर चलने के बाद अग्नि वोरे को रोकता है और पूछता है
अग्नि – वोरे ये बताओ की क्या तुम चुड़ैल मोहिनी के गुलाम मोना को जानते हो?
वोरे – हाँ मलिक जनता हूँ , मोना एक अच्छी और नएक्दील औरत है जिसे चुड़ैल मोहिनी ने सालों से ज़बरदस्ती अपना गुलाम बना रखा है लेकिन आप मोना के बारे में क्यों पूछ रहे हैं
रुद्रा – वो इसलिए क्योंकि मोना कोई और नहीं मेरी मां हैं जिन्हें उस चुड़ैल ने अपना गुलाम बना रखा है , क्या तुम हमें बता सकते हो की वो चुड़ैल कहाँ पे होगी और मेरी मां भी
वोरे – हाँ रुद्रा भाई जरूर बता सकता हूँ , भाई वो चुड़ैल मोहिनी महेल के पूर्व(ईस्ट) दिशा में रहती है
अग्नि – और डर्कलॉर्ड ने जादूगर जोरबार को कहाँ रखा है?
वोरे – मलिक डर्कलॉर्ड ने जादूगर जोरबार को उतार(नॉर्थ) दिशा में मौजूद अपने कैद खाने में रखा है काफिई तगड़े बंदों बस्त के अंदर
अग्नि – अच्छा तो ऐशी बात है , रुद्रा हमारे पास वक्त बहुत कम है इसलिए तुम वोरे और उसके साथियों के साथ चुड़ैल मोहिनी के तरफ जाओगे और अपनी मां को बचाओगे और में वोरे के एक साथी के साथ कैद खाने के तरफ जाऊंगा जोरबार को बचाने के लिए हम सब वापिस इसी जगह पे मिलेंगे
रुद्रा – शायद तुम ठीक कह रहे हो रुद्रा , ठीक है यही करते हैं
अग्नि – तो ठीक है रुद्रा अपना ख्याल रखना और उस चुड़ैल के खिलाफ अपनी ज़हेरिलिी तलवार को अच्छे से इस्तेमाल करना समझे और वोरे तुम रुद्रा का साथ देना
वोरे – ठीक है मलिक आप चिंता मत कीजिए
फिर रुद्रा वोरे और उसके कुछ साथियों के साथ निकल पड़ता है महेल के पूर्व दिशा में चुड़ैल मोहिनी के तरफ और इधर अग्नि वोरे के एक साथी के साथ निकल पड़ता है महेल के उतार दिशा के तरफ मौजूद कैद खाने के तरफ जादूगर जोरबार को बचाने के लिए अग्नि ईश्वक़्त डर्कलॉर्ड के महेल के अंदर उतार दिशा में आगे तरफ रहा था और वोरे का एक साथी अग्नि को आगे का राष्टा दिखता हुआ चल रहा था कुछ देर बाद दोनों कैद खाने तक पहुँच जाते हैं , कैद खाने के बाहर बहुत सारे सिपाही मौजूद थे जो कैद खाने में पहरे डरी कर रहे थे वोरे का वो साथी उनको दूसरे देखलेता है और अग्नि से सचेत रहने के लिए कहता है
जब ये दोनों कैद खाने में घुसने को होते हैं तो वहाँ मौजूद सिपाही इन दोनों को रोकते हुए पूछते हैं कहाँ जा रहे हो अंदर जाना सबको मना है ये महाराज डर्कलॉर्ड का हुकुम है
ये सुन अग्नि आगे बढ़ता है और अपने सर को ढकने वाला कपड़ा हटा देता है जिस से अग्नि का चेहरा उन्न सिपाहियों के सामने आ जाता है और अग्नि को देख वो सिपाही गुस्से में कहते हैं
सिपाही – कौन हो तुम और तुम्हारे यहाँ पे आने की हिम्मत केशे हुई , ये बोलकर सभी सिपाही अग्नि के तरफ बढ़ने लगते हैं उसे पकड़ने के लिए लेकिन इसे से पहले की वो सारे सिपाही अग्नि को पकड़े
अग्नि अपना हाथ ऊपर उठता है और उन्न सभी सिपाहियों के तरफ करदेता है जिस से वो सभी सिपाही वहीं जम जाते हैं उन्न में से कोई भी एक तिनका भी हिल नहीं पता है , ये सब अग्नि ने थे ग्रॅविटी फोर्स शक्ति के मदद से किया था
वो सभी सिपाही ईश्वक़्त एक जगह पे खड़े थे वो जितना भी हिलने की कोशिश करते नाकाम रहते क्योंकि उनका पर जम्म चुका था पर जमने के बावजूद वो सब अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे ये देख अग्नि अपने मान में सोचता है की अब मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है मुझे इन सबसे जल्दी से निपटना होगा
फिर अग्नि अपने हाथों का डाइरेक्षन चेंज कर देता है और अपने हाथों को ऊपर उठाने लगता है और अग्नि के हाथों के साथ साथ वो सभी सिपाही भी हवा में उठने लगते हैं फिर अग्नि बहुत तेजिसे अपने हाथों को एक तरफ चटक देता है जिस से वो सभी सिपाही भी जाकर आस पास के दीवारों से बहुत जोरों से टकरा जाते हैं और बेहोश होजते हैं
ये देख अग्नि के साथ आया हुआ वोरे का साथी डर जाता है और कहता है – मलिक ये आप ने क्या किया आप ने इन सबको मर दिया फिर अग्नि उस से कहता है
अग्नि – देखो मुझे पता है की ये तुम्हारे क्लांत के हैं और तुम्हारे भाई जेशे हैं इसे लिए मैंने इन्हें मारा नहीं सिर्फ़ बेहोश किया है और कुछ देर में इन सबको होश भी आजाएगा इसलिए हमें जल्दी से जल्दी अपना काम खत्म करना होगा , चलो यहाँ से
फिर अग्नि और वोरे का वो साथी आगे तरफ जाते हैं कैद खाने के अंदरूनी हिस्सों के तरफ जहाँ पे जादूगर जोरबार कैद था