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Fantasy MAYAVI DUNIYA (completed)

Killerpanditji(pandit)

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अग्नि , रुद्रा , वोरे और उसके साथी ईश्वक़्त आग के दारिय के सामने खड़े थे , उस दरिया का नाम सिर्फ़ आग का दरिया नहीं था वो सच मच में आग का दरिया था , उस दरिया में पानी के बदले आग बह रही थी लावा के जेशे गर्म आग

रुद्रा ईश्वक़्त बहुत परेशान था की वो आगे केशे जाए और वहीं अग्नि भी सोच रहा था की वो क्या करे जिस से सभी सही सलामत आग के दारिय को पार करलेन , कुछ देर बाद अग्नि के दिमाग में कुछ आता है और वो सबसे कहता है

अग्नि – तुम सभी पीछे हाथ जाओ सभी आग के दारिय के सामने से हटज्ाओ और याद रखना जब में तुमको कहूँ के आगे बढ़ने को तो फौरन तरफ जाना , फिर सभी हाँ में सर हिलाते हैं

फिर अग्नि अपनी आँखों को कुछ देर के लिए बंद करता है और अपने दोनों हाथों को आग के दारिय के तरफ करके खोल देता है फिर अग्नि अपने आँखों को खोलता है , और जब अग्नि अपने आँखों को खोलता है तो अग्नि का एक अलग ही चेहरा सबके सामने आता है एक शा चेहरा जिसे देख किसी के भी हाथ पर काँपने लगे जिसे देख किसी के भी दिल की धड़कन जोरों से धड़कने लगे

ये चेहरा अग्नि का नहीं किसी एक बेरहम शैतान का लग रहा था जिसके चेहरे पे कठोरता , दरिंदगी , हैवानियत , शैतानियत सब कुछ देखा जा सकता था , अग्नि के आँखें पूरी तरह से बदल चुकी थी उसके आँखों से आग के लपटें निकल रही थी , अग्नि के आँखों से इसे वक्त अँगारे बरस रहे थे , ईश्वक़्त अग्नि के आँखों में आग का बवंडर देखा जा सकता था

अग्नि को इसे रूप में देख वहाँ मौजूद सभी रुद्रा , वोरे और उसके साथी सभी के दिल में डर बैठ चुका था और सबके दिल के धड़कन ईश्वक़्त बहुत तेजिसे दौड़ रहे थे

फिर अग्नि आग के दरिया के तरफ तरफ जाता है और कुछ कदम उसके अंदर घुस जाता है और फिर अग्नि अपने दोनों हाथों को ऊपर उठता है और आग के दारिय के तरफ करके इशारा करता है जिस से उस आग के दारिय में हलचल होने लगती है और उस आग के दारिय में उथल पुथल मचने लगती है

कुछ देर इसे ही चलने के बाद वो आग का दरिया धीरे धीरे शांत होता है और फिर देखते ही देखते वो आग का दरिया दो हिस्सों में बात जाता है यानि की उस आग के दारिय के बीच से होते हुए एक राष्टा निकलता है जो सीधे आग के दारिय के उस पार लेजता है

ये सब नज़ारा देख वहाँ मौजूद रुद्रा वोरे और उसके साथी अपने अपने मुंह फाड़े कभी अग्नि के तरफ देख रहे थे तो कभी उस आग के दारिय के तरफ जहाँ पे ईश्वक़्त उस आग के दारिय के बीच से एक राष्टा बन चुका था , ये सब इसे ही मुंह फाड़े देख ही रहे थे की तभी उन्न सबके कानों में अग्नि की कठोरता से भारी आवाज़ पड़ती है

अग्नि – तुम सब इसे क्या देख रहे हो जल्दी से जल्दी इसे राषते से होते हुए इसे आग के दारिय को पार करो , फिर रुद्रा वोरे और उसके साथी सभी तेजिसे उस रास्ते से होते हुए उस आग के दारिय को पार करने लगते हैं , कुछ ही समय में सभी दरिया के उस तरफ पहुँच जाते हैं और जैसे ही वो सब दरिया के उस तरफ पहुंकते हैं वो राष्टा जिस से वो सब यहाँ तक पहुँचे थे वो राष्टा बंद हो जाता है और वो राष्टा फिर से उस आग के दारिय के संग मिल जाता है

ये देख रुद्रा परेशान हो जाता है और साथ में वोरे और उसके साथी भी उन्न सबको ये चिंता सटा रही थी की अग्नि केशे इसे आग के दारिय को पर करके आएगा और ये सब यही सोच रहे थे की तभी उनके सामने से अग्नि उस आग के दारिय के अंदर से बाहर निकलता है अग्नि के आँखों से अभी भी आग की लपटें निकल रही थी और ये देख रुद्रा को याद आ जाता है अग्नि का कहा हुआ वो बात जो अग्नि ने मायवी दीवार को पार करने से पहले कही थी

” रुद्रा परेशानी सिर्फ़ तेरी है क्योंकि मुझे उस आग के दारिय से कुछ भी नहीं होगा क्योंकि तू जनता है में खुद ही आग का बवंडर हूँ तो वो आग का दरिया मेरा क्या बिगड़ लेगा ” ये बात याद आते ही रुद्रा के चेहरे पे एक मुस्कान आ जाती है और इधर आग के दारिय से बाहर निकालने के बाद अग्नि ईश्वक़्त अपने आँखों को बंद करके खड़ा था और जब वो अपनी आँखें खोलता है तो उसके आँखें फिरसे नॉर्मल होचुकी थी और अग्नि के चेहरे से वो हैवानियत और शैतानियत गायब होचुकी थी और अग्नि को नॉर्मल होता देख रुद्रा उसके पास जाता है और अग्नि के कंधे पे हाथ रख के कहता है

रुद्रा – अग्नि यार वो सब क्या था यार , तेरा इतना खतरनाक रूप ?

अग्नि – रुद्रा ये मेरा एक शा रूप है जिसे में कभी भी सामने लाना नहीं चाहता था इसे रूप के सामने आते ही में पूरी तरह से एक बेरहम शैतान में बदल जाता हूँ , मेरे अंदर मौजुट बची खुची अचाई भी मेरा साथ चोद देती है , उस वक्त अगर कोई मुझे ललकारे तो में बेकाबू हो जाता हूँ में अपने आप पे कंट्रोल खो देता हूँ और और उस शॅक्स को मरने से पहले एक पल भी नहीं सोचता हूँ , इसलिए मुझे अपने इसे शैतानी रूप से नफरत है , में अपने आप से यही दुआ करता हूँ की मेरे सामने ऐशी नौबत कभी ना आए जिस से मुझे इसे रूपमे फिरसे आना पड़े

ये दोनों बातें कार रहे थे की तभी इन्हें वोरे बीच में टोकता है और आगे बढ़ने को कहता है और फिर सभी एक बार फिरसे आगे बढ़ने लगते हैं वहाँ से चलने के बाद करीबन एक घंटे बाद ये सब डर्कलॉर्ड के महेल के पास पहुँच जाते हैं और उसके महेल में घुस जाते हैं


महेल में घुसने में इनको परेशानी नहीं होती है क्योंकि ये सब डर्कलॉर्ड के सिपाहियों के कपड़े में थे फिर कुछ देर अंदर चलने के बाद अग्नि वोरे को रोकता है और पूछता है

अग्नि – वोरे ये बताओ की क्या तुम चुड़ैल मोहिनी के गुलाम मोना को जानते हो?

वोरे – हाँ मलिक जनता हूँ , मोना एक अच्छी और नएक्दील औरत है जिसे चुड़ैल मोहिनी ने सालों से ज़बरदस्ती अपना गुलाम बना रखा है लेकिन आप मोना के बारे में क्यों पूछ रहे हैं

रुद्रा – वो इसलिए क्योंकि मोना कोई और नहीं मेरी मां हैं जिन्हें उस चुड़ैल ने अपना गुलाम बना रखा है , क्या तुम हमें बता सकते हो की वो चुड़ैल कहाँ पे होगी और मेरी मां भी

वोरे – हाँ रुद्रा भाई जरूर बता सकता हूँ , भाई वो चुड़ैल मोहिनी महेल के पूर्व(ईस्ट) दिशा में रहती है

अग्नि – और डर्कलॉर्ड ने जादूगर जोरबार को कहाँ रखा है?

वोरे – मलिक डर्कलॉर्ड ने जादूगर जोरबार को उतार(नॉर्थ) दिशा में मौजूद अपने कैद खाने में रखा है काफिई तगड़े बंदों बस्त के अंदर

अग्नि – अच्छा तो ऐशी बात है , रुद्रा हमारे पास वक्त बहुत कम है इसलिए तुम वोरे और उसके साथियों के साथ चुड़ैल मोहिनी के तरफ जाओगे और अपनी मां को बचाओगे और में वोरे के एक साथी के साथ कैद खाने के तरफ जाऊंगा जोरबार को बचाने के लिए हम सब वापिस इसी जगह पे मिलेंगे

रुद्रा – शायद तुम ठीक कह रहे हो रुद्रा , ठीक है यही करते हैं

अग्नि – तो ठीक है रुद्रा अपना ख्याल रखना और उस चुड़ैल के खिलाफ अपनी ज़हेरिलिी तलवार को अच्छे से इस्तेमाल करना समझे और वोरे तुम रुद्रा का साथ देना

वोरे – ठीक है मलिक आप चिंता मत कीजिए

फिर रुद्रा वोरे और उसके कुछ साथियों के साथ निकल पड़ता है महेल के पूर्व दिशा में चुड़ैल मोहिनी के तरफ और इधर अग्नि वोरे के एक साथी के साथ निकल पड़ता है महेल के उतार दिशा के तरफ मौजूद कैद खाने के तरफ जादूगर जोरबार को बचाने के लिए अग्नि ईश्वक़्त डर्कलॉर्ड के महेल के अंदर उतार दिशा में आगे तरफ रहा था और वोरे का एक साथी अग्नि को आगे का राष्टा दिखता हुआ चल रहा था कुछ देर बाद दोनों कैद खाने तक पहुँच जाते हैं , कैद खाने के बाहर बहुत सारे सिपाही मौजूद थे जो कैद खाने में पहरे डरी कर रहे थे वोरे का वो साथी उनको दूसरे देखलेता है और अग्नि से सचेत रहने के लिए कहता है

जब ये दोनों कैद खाने में घुसने को होते हैं तो वहाँ मौजूद सिपाही इन दोनों को रोकते हुए पूछते हैं कहाँ जा रहे हो अंदर जाना सबको मना है ये महाराज डर्कलॉर्ड का हुकुम है

ये सुन अग्नि आगे बढ़ता है और अपने सर को ढकने वाला कपड़ा हटा देता है जिस से अग्नि का चेहरा उन्न सिपाहियों के सामने आ जाता है और अग्नि को देख वो सिपाही गुस्से में कहते हैं

सिपाही – कौन हो तुम और तुम्हारे यहाँ पे आने की हिम्मत केशे हुई , ये बोलकर सभी सिपाही अग्नि के तरफ बढ़ने लगते हैं उसे पकड़ने के लिए लेकिन इसे से पहले की वो सारे सिपाही अग्नि को पकड़े

अग्नि अपना हाथ ऊपर उठता है और उन्न सभी सिपाहियों के तरफ करदेता है जिस से वो सभी सिपाही वहीं जम जाते हैं उन्न में से कोई भी एक तिनका भी हिल नहीं पता है , ये सब अग्नि ने थे ग्रॅविटी फोर्स शक्ति के मदद से किया था

वो सभी सिपाही ईश्वक़्त एक जगह पे खड़े थे वो जितना भी हिलने की कोशिश करते नाकाम रहते क्योंकि उनका पर जम्म चुका था पर जमने के बावजूद वो सब अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे ये देख अग्नि अपने मान में सोचता है की अब मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है मुझे इन सबसे जल्दी से निपटना होगा

फिर अग्नि अपने हाथों का डाइरेक्षन चेंज कर देता है और अपने हाथों को ऊपर उठाने लगता है और अग्नि के हाथों के साथ साथ वो सभी सिपाही भी हवा में उठने लगते हैं फिर अग्नि बहुत तेजिसे अपने हाथों को एक तरफ चटक देता है जिस से वो सभी सिपाही भी जाकर आस पास के दीवारों से बहुत जोरों से टकरा जाते हैं और बेहोश होजते हैं

ये देख अग्नि के साथ आया हुआ वोरे का साथी डर जाता है और कहता है – मलिक ये आप ने क्या किया आप ने इन सबको मर दिया फिर अग्नि उस से कहता है

अग्नि – देखो मुझे पता है की ये तुम्हारे क्लांत के हैं और तुम्हारे भाई जेशे हैं इसे लिए मैंने इन्हें मारा नहीं सिर्फ़ बेहोश किया है और कुछ देर में इन सबको होश भी आजाएगा इसलिए हमें जल्दी से जल्दी अपना काम खत्म करना होगा , चलो यहाँ से

फिर अग्नि और वोरे का वो साथी आगे तरफ जाते हैं कैद खाने के अंदरूनी हिस्सों के तरफ जहाँ पे जादूगर जोरबार कैद था
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इधर रुद्रा भी वोरे और उसके साथियों के साथ आगे तरफ रहा था महेल के अंदर पूर्व दिशा में और कुछ देर चलने के बाद रुद्रा और वोरे और उसके साथी महेल के एक इसे इलाके में आजाते हैं जहाँ पे अंधेरा फैला हुआ था

रोशनी के नाम पे उस इलाके में दूर दूर पे एक छोटी से मसलें जल रही थी और ये नज़ारा रुद्रा को अजीब लगता है और वो वोरे के तरफ मुड़ता है और उस से पूछता है

रुद्रा – वोरे आख़िर ये सब क्या है महेल का इसे इलाके में इतना अंधेरा क्यों है बाकी के इलाक़ों के मुकाबले

वोरे – रुद्रा भाई वो इसलिए क्योंकि ये इलाका मोहिनी का है और उसे अंधेरे से प्यार है बस आप तैयार होजाए हम मोहिनी के कमरे के पास पहुँच ने वाले हैं

फिर रुद्रा और वोरे और उसके साथी आगे बदहजते हैं और कुछ ही पल चले होज्ने की वोरे रुद्रा को रोकता है और एक कमरे के तरफ इशारा करके कहता है रुद्रा भाई वो रहा मोहिनी का कमरा

रुद्रा – तो ये है उस चुड़ैल मोहिनी का कमरा

वोरे – हाँ रुद्रा भाई यही है वो कमरा , फिर सभी मोहिनी के कमरे के करीब जाते हैं और फिर वोरे मोहिनी के कमरे के खिड़की के पर्दे को थोड़ा सा हल्के से सरकता है फिर रुद्रा और वोरे चुपके से मोहिनी के कमरे में झाँकने लगते हैं

ईश्वक़्त मोहिनी के कमरे में अंधेरा फैला हुआ था रोशनी के नाम पे सिर्फ़ एक छोटि से मसाल जाली हुई थी लेकिन वो मसाल भी बहुत धीमे से जल रहा था लेकिन उस धीमे से जलती हुई मसाल से थोड़ा बहुत कमरे को देखा जा सकता था

और उसी धीमे रोशनी से ये पता चलता था की उस कमरे के खतिए(बेड) के ऊपर कोई सोरहा था शायद ये मोहिनी थी और वो बहुत जोरों से खरते मरते हुए सोराही थी , वोरे अपनी नज़र चारों तरफ दौड़ता है और रुद्रा के कान में चुपके से कहता है

वोरे – रुद्रा भाई लगता है मोहिनी सोराही है लेकिन फिर भी आप को होशियार रहना होगा और वो देखिए (एक तरफ इशारा करते हुए) रुद्रा भाई आप जो वो टेबल के ऊपर रखी हुई पिंजरा देख रहे हैं ना और उस उस पिंजरे में जो चिड़िया है वही आप की मां मोना है

रुद्रा ये सुन चौक्क जाता है और बड़ी बड़ी आँखें करके वोरे के तरफ देखने लगता है जेशे यकीन नहीं हो रहा हो फिर र्डूरा वोरे से पूछता है पर ये केशे हो सकता है

वोरे – भाई यही सच है जब वो चुड़ैल जागती रहती है तो वो मोना को अपने नौकरों की तरफ काम करवाती है और जब वो चुड़ैल सोने जाती है तो वो मोना को चिड़िया बनकर उस पिंजरे में बंद करदेटी है

रुद्रा – आज के बाद शा कभी नहीं होगा क्योंकि आज के बाद वो चुड़ैल जिंदा ही नहीं रहेगी किसको अपना गुलाम बनाने के लिए , ये बोलकर रुद्रा खिड़की के पास से उठने लगता है की तभी वोरे रुद्रा का हाथ पकड़कर बिता देता है

वोरे – भाई अभी मेरी बात खत्म नहीं हुई है और वो देखिए उस दीवार की तरफ (इशारा करते हुए) भाई आप को उस दीवार पे लटकी हुई वो चड्डी दिखाई डर रही है ना

रुद्रा – हाँ , लगता है किसी जादूगर की चड्डी है वो

वोरे – भाई आप का अंदाज़ा बिलकुल सही है वो चड्डी किसी और का नहीं जादूगर जोरबार का है आप को वो चड्डी वापस लानी होगी चुड़ैल को मरने के बाद , जब जादूगर जोरबार को बंदी बनाया गया तब इसे चड्डी को चुड़ैल मोहिनी ने अपने पास रख लिया इसे चड्डी के बिना जादूगर जोरबार भी बेबस है

रुद्रा – अच्छा ये बताओ की उस चुड़ैल की चड्डी कहाँ होगी तकिी में पहले उसे अपने कब्जे में ले लंड तकिी वो अगर जगह गयी तो कुछ कर ना पाए

वोरे – भाई वो मोहिनी अपने जादुई चड्डी को हमेशा अपने पास ही रखती है एक पल के लिए भी दूर नहीं करती है

रुद्रा – कोई बात नहीं वोरे वो चुड़ैल अभी सोराही है अभी जाता हूँ उसके कमरे में चुपके से और जाकर उसके सीने में अपना ये ज़हेरिली तलवार उतार दूँगा उसके सीने में

ये बोलकर रुद्रा वहाँ से उठता है और अपने जेब से एक फूल को निकलकर अपने शर्ट पे लगा देता है ये वही फूल था जो उसके मां मोना ने उसके पैदा होते ही रुद्रा के टोकरी में रख के रुद्रा को इंसानी दुनिया में भिजवा दिया था , इसे फूल का नाम स्न्ड्रोप था और जो भी इसे फूल को अपने पास रखता था ये फूल उसकी किस्मत जागती थी उसे हमेशा कामयाबी दिलाती थी रुद्रा इसे फूल को अपने शर्ट पे लगाकर अपने आप से कहता है – अब मुझे अपनी मां को आज़ाद करने से कोई भी रोक नहीं सकता है

और फिर रुद्रा चुपके से हल्के हल्के से मोहिनी के कमरे में घुस जाता है और दबे पांव मोहिनी के बिस्तर के तरफ बढ़ने लगता है और ठीक मोहिनी के बिस्तर के पास पहुँच के मोहिनी को देखने लगता है

मोहिनी दिखने में एक खूबसूरत औरत थी , बहुत ही आकर्षक शरीर था और लंबे लंबे बाल थे और उसके बदन से एक अजीब से खुशबू आ रही थी जो किसी को भी उसका दीवाना बनडे लेकिन उसकी ये खुशबू रुद्रा के ऊपर कोई असर नहीं कर रही थी क्योंकि रुद्रा ने अपने शर्ट में किस्मत जगाने वाली फूल को लगा रखा था

रुद्रा इन सभी बातों को पीछे छोड़कर मोहिनी के नज़दीक बढ़ता है और अपने कमर से अपने ज़हेरिली तलवार को निकालने लगता है और ठीक उसी वक्त अचानक कहीं से एक जोरदार प्रहार उसके सीने में पड़ती है और रुद्रा हवा में उड़ता हुआ बहुत जोरों से जा टकराता है दीवार से और फिर रुद्रा नीचे ज़मीन पे गिरजता है

रुद्रा सीने के बाल जा टकराया था दीवार से इसे लिए उसे बहुत दर्द होता है और फिर भी रुद्रा हिम्मत करके उठने लगता है और सामने देखता है जब रुद्रा सामने देखता है तो चौक्क जाता है क्योंकि सामने बिस्तर पे चुड़ैल मोहिनी बैठी हुई थी और खजाने वाली निगाहों से रुद्रा को देख रही थी और रुद्रा पे वो खतरनाक वार भी मोहिनी ने ही किया था


मोहिनी – तुम्हें क्या लगा बेवकूफ्फ इंसान में सो रही हूँ , नहीं में सोने की नाटक कर रही थी बेवकूफ्फ इंसान , मैंने तो तुम्हारी इंसानी बदन की खुशबू बहुत दूर से सूंघ लिया था और तुम्हारे यहाँ आने की इंतजार कर रही थी तकिी तुम्हें मारकर तुम्हें कहा सकूँ

तुमने सोचा होगा की में तो अपने बिस्तर पे सोराही हूँगी इसलिए तुम मेरे कमरे में घुसोगे और बड़ी आसानी से मुझे मर डालोगे लेकिन शायद तुम्हें पता नहीं बेवकूफ्फ इंसान की तुम किस से टकराए हो , में मोहिनी हूँ मोहिनी , और मेरे जाल से बच पाना मुश्किल ही नहीं नमुनकीन है , ये बोलकर मोहिनी बहुत ज़ोर से हस्सने लगती है अग्नि ईश्वक़्त वोरे के एक साथी के साथ कैद खाने के अंदर घुस चुका था और आंद्रूणई हिस्सों के तरफ ही तरफ रहा था की तभी उन्हें एक बहुत बड़ा सा दरवाजा दिखाई देता है

वोरे का साथी – मलिक यही है वो दरवाजा जिसके पीछे जादूगर जोरबार को डर्कलॉर्ड ने एक पिंजरे में बंदी बनकर रखा हुआ है , ये सुनकर अग्नि वोरे के साथी को थोड़ा सा पीछे हटने को कहता है और फिर अग्नि आगे बढ़के दरवाजे के सामने खड़ा हो जाता है और अपने दोनों हाथ आगे करता है

देखते ही देखते अग्नि के हाथों के मुट्ठी चमकने लगती है नीले रंग की रोशनी से फिर अग्नि अपने हाथों को काश लेता है जिस से उसके शरीर से कुछ ऊर्जा निकलकर अग्नि के हाथों में आजाते हैं और फिर अग्नि उन्न उर्जाओं से दरवाजे पे वार करता है

अग्नि के वार से उस दरवाजे के चिथड़े उड़ जाते हैं और फिर अग्नि वोरे के उस साथी को वहीं रुकने को कहता है और खुद आगे तरफ जाता है और जब अग्नि अंदर घुसता है तो उसके सामने आता है चारों तरफ फैला हुआ आग ही आग

फिर अग्नि अपने आँखों को बंद करता है और ध्यान लगता है कुछ देर बाद जब अग्नि आँखें खोलता है तो अपने आप से कहता है – आग का सुरक्षा चकरा , अच्छा बंदोबस्त किया है डर्कलॉर्ड ने लेकिन वो नहीं जनता की ये आग का सुरक्षा चकरा मेरे सामने बेअसर है , ये बोलकर अग्नि आगे बढ़ता है और अपने हाथों को उस आग के सुरक्षा चकरा के तरफ करके इशारा करता है जिस से वो आग का सुरक्षा चकरा अपने आप बुझ जाती है

जब वो आग का सुरक्षा चकरा गायब होजती है तो अग्नि को एक पिंजरा दिखाई देता है और उस पिंजरे में कैद था एक शॅक्स जिसके कपड़ों पे खून के दाग ही दाग थे वो शॅक्स शायद सोरहा था , अग्नि उस पिंजरे के तरफ तरफ जाता है और उसके करीब पहुँच के उस शॅक्स को आवाज़ देता है

अग्नि – सुनिए सुनिए क्या आप ही जादूगर जोरबार हैं , अग्नि की आवाज़ सुनकर वो सोया हुआ शॅक्स जगह उठ था है और अग्नि के तरफ देखने लगता है और जब वो शॅक्स अग्नि को देखता है तब उसकी आँखें खुशी के मारे बारे होजते हैं और वो कहता है

जोरबार – मुझे पता था मुझे पूरी तरह से यकीन था की आप मुझे छुड़ाने के लिए एक ना एक दिन जरूर आएँगे मेरे सहजादे और मेरा यकीन सही साबित हुआ सहजादे आप आ गाए मुझे छुड़ाने के लिए , हाँ सहजादे में ही जादूगर जोरबार हूँ

ये सुन ने के बाद अग्नि उस पिंजरे के एक हिस्से को पकड़ता है और ज़ोर से खिच लेता है इसे से उस पिंजरे का एक हिस्सा उखाड़ जाता है और फिर अग्नि उस पिंजरे से जादूगर जोरबार को बाहर निकल लेता है , फिर अग्नि अपने एक हाथ को जादूगर जोरबार के सर के ऊपर रखता है और अपनी आँखें बंद कर लेता है कुछ ही सेकेंड’से के बाद अग्नि का हाथ जो ईश्वक़्त जोरबार के सर के ऊपर थे वो चमकने लगते हैं और देखते ही देखते जोरबार के जिस्म के ऊपर बने सभी घाओ और जखम गायब होने लगते हैं और साथ में जोरबार की दर्द भी कुछ देर बाद जब अग्नि आँखें खोलता है तब तक जोरबार के शरीर के सारे जखम गायब होचुके थे

अग्नि – जोरबार अब आप को केशा लग रहा है

जोरबार – (थोड़ा सा इधर उधर चलते हुए) पहले से बेहतर मेरे सहजादे , अब मुझे अच्छा लग रहा है में आप का शुक्र गुजर हूँ मेरे सहजादे की आप ने मुझे डर्कलॉर्ड के चंगुल से छुड़ाया

अग्नि – जोरबार ये मेरा फर्ज था आप को छुड़ाना और जोरबार हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है चलिए हमें यहाँ से निकलना होगा , फिर अग्नि जोरबार को अपने साथ लेकर बाहर निकल जाता है

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इधर चुड़ैल मोहिनी ईश्वक़्त रुद्रा को खजाने वाली निगाहों से देख रही थी वहीं रुद्रा सोच रहा था की अब वो क्या करे की तभी उसे रों की सिखाई हुई बात याद आती है की चालक दुश्मन से चालाकी से लड़ने में ही समझदारी है इसलिए रुद्रा को अब पता था उसे क्या करना है इधर मोहिनी गुस्से में रुद्रा से कहती है

चुड़ैल मोहिनी – आ बेवकूफ्फ इंसान कौन है भी तू और यहाँ क्यों आया है तू , क्या तू मुझे मारना चाहता है (ये सब मोहिनी बहुत गुस्से में बोलती है)

रुद्रा – (थोड़ा सा मुस्कुराते हुए) नहीं नहीं मेरी जान में तो तुम्हें मरने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकता और रही मेरी पहचान की तो , में एक इंसान हूँ जो इंसानी दुनिया से आया हूँ और तुम्हारा सबसे बड़ा दीवाना हूँ , ये सुनकर चुड़ैल मोहिनी का गुस्सा थोड़ा सा कम हो जाता है और वो थोड़े से नर्म स्वर में कहती है

चुड़ैल मोहिनी – तुम झूठ बोल रहे हो अभी भी वक्त है सच सच बोलो तुम कौन हो और यहाँ क्यों आए हो
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