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(UPDATE-44)
रुद्रा – मेरी बातों पर यकीन करो मेरी जान में तुम्हारे लिए ही यहाँ आया हूँ , तुम्हारी खूबसूरती के किससे हमारी इंसानी दुनिया तक मशहूर हैं की जेहनुं में एक खूबसूरत और दिल को मो लेनेवाली जन्नत की पड़ी रहती है जिसका नाम मोहिनी है , और मेरी दिल्ली तमन्ना थी तुम्हारे जेशी जन्नत की पड़ी को अपना बनौन इसलिए में इंसानी दुनिया से लेकर यहाँ तक कितनी मुश्किलों का सामना करने के बाद यहाँ सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारे लिए पहुँचा हूँ और तुम्हें हासिल करने के लिए में कुछ भी कर सकता हूँ मेरी जान , ये सुन ने के बाद चुड़ैल मोहिनी का सारा गुस्सा गायब हो जाता है और मोहिनी शरमाती हुई कहती है
चुड़ैल मोहिनी – क्या तुम सच बोल रहे हो , तो तुम सुबह के वक्त भी तो आसाकते थे मुझसे मिलने , इतनी रात को छूपते छिपाते क्यों आए
रुद्रा – क्य्ाआआआअ सुबह आता ,,,,, तो क्या वो तुम्हारा जल्लाद भाई मुझे आने देता , अरे जान वो तुम्हारा जल्लाद भाई मुझे कच्छा चभा जाता , ये सुन मोहिनी हस्सने लगती है और वो रुद्रा के करीब जाती है और चुटकी बजाती है जिस से मोहिनी के कमरे में रोशनी फैलजाति है , फिर मोहिनी रुद्रा को देखने लगती है और उसके गालों को सहलाने लगती है
चुड़ैल मोहिनी – मुझे भी तुम्हारे जेशे एक सच्चे दिल से चाहने वाले की जरूरत थी और शायद में तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी , तुम मुझे धोका तो नहीं दोगे ना जान हमेशा इसी तरह मुझे प्यार करते रहोगे ना जान
रुद्रा – बेशक मेरी जान , में तुम्हारी कसम खाता हूँ में मरते दम तक तुम्हें ही मोहब्बत करता रहूँगा ये बोलकर रुद्रा मोहिनी को गले लगा लेता है और मोहिनी भी रुद्रा को गले लगा लेती है और पागलों की तरह रुद्रा को चूमने लगती है
और रुद्रा अपने मान में सोचता है की यही सही वक्त है वार करने का फिर रुद्रा धीरे से अपने कमर से अपनी ज़हेरिल्ली तलवार को निकालने लगता है और मोहिनी रुद्रा को अपने बिस्तर तक खींच के लेआतई है और बिस्तर के ऊपर रुद्रा को धकेल देती है और खुद मोहिनी रुद्रा के ऊपर कूद पड़ती है और रुद्रा के गालों को होठों को चेहरे को पागलों की तरह चूमने लगती है और रुद्रा भी चूमने लगता है की तभी अचानक मोहिनी के मुंह से एक दर्दनाक चीख निकल पड़ती है अहह
रुद्रा ने मोहिनी के पेट में ज़हेरिल्ली तलवार को घुसेड़ दिया था और मोहिनी को ये बात तब पता चली जब मोहिनी के पेट में वो तलवार घुशी , मोहिनी रुद्रा के ऊपर से लूड़कट्ी हुई बिस्तर के नीचे जा गिरती है और दर्द के मारे चिल्लाने लगती है
ईश्वक़्त चुड़ैल मोहिनी ज़मीन पे पड़ी दर्द के मारे चिल्ला रही थी रुद्रा ने बड़ी चालाकी से मोहिनी के पेट में ज़हेरिल्ली तलवार को घुसेड़ दिया था और इसी वजह से मोहिनी दर्द के मारे चिल्ला रही थी वहीं रुद्रा पास में ही खड़ा मोहिनी को देख रहा था
रुद्रा – क्या हुआ मोहिनी मेरी जान मजा आया ना मेरे मोहब्बत के इजहार करने के अंदाज से , अब बोल क्या बोल रही थी कुट्टी कामिनी कहीं की , क्या बोल रही थी मुझे कच्छा चभा जाएगी चल चभा के दिखा मुझे , अरे चभाना चोद मुझे चुन के दिखा साली चुड़ैल
चुड़ैल मोहिनी – कमीने धोकेबाज़ मुझे ना तुझपे भरोसा करना ही नहीं चाहिए था तुझे उसी वक्त मारकर खजाना चाहिए था
रुद्रा – तो अब कौन से बहुत देर हो गयी है मेरी जान , अब मुझे खालो मुझे कोई ऐतराज नहीं है
चुड़ैल मोहिनी – कुत्ते मेरा मज़ाक उड़ाता है , रुक्क एक बार मेरा घाव भर जाए फिर तुझे बताती हूँ
ये सुन रुद्रा सोचने लगता है की शायद ज़हेरिल्ली तलवार के एक वार से मोहिनी नहीं मरने वाली है लगता कुछ और वार करने पड़ेंगे मोहिनी को मरने के लिए , फिर रुद्रा आगे बढ़ता है और मोहिनी के पेट से वो ज़हेरिल्ली तलवार निकल लेता है और फिरसे वार करने के लिए आगे बढ़ता है
लेकिन इसे से पहले की रुद्रा ज़हेरिल्ली तलवार से मोहिनी के ऊपर दूसरा वार करे मोहिनी खिसकती हुई पीछे हॅट जाती है और खिसकती हुई कमरे के आखिरी चोर पे पहुँच जाती है और एक दीवार से सटके बैठ जाती है और इधर रुद्रा हाथ में तलवार लिए मोहिनी के तरफ बढ़ने लगता है
और ये देख मोहिनी रेंगती हुई उस कमरे के दीवार के ऊपर चलने लगती है और देखते ही देखते मोहिनी उस कमरे के उपरी दीवार पे जा लटकती है और इधर मोहिनी को इसे तरह दीवार पे उल्टा चढ़ता हुआ देख रुद्रा मुंह फाड़े मोहिनी के तरफ ही देख रहा था
फिर मोहिनी अपने हाथ को उठती है और अपने जादुई चड्डी के तरफ इशारा करती है और फिर मोहिनी की जादुई चड्डी उड़ती हुई उसके पास चली जाती है , जादुई चड्डी मोहिनी के हाथ में आते ही मोहिनी फौरन उस जादुई चड्डी के मदद से अपने घाव को भरने लगती है , मोहिनी कुछ ही मिनिट्स में अपनी जादुई चड्डी के मदद से रुद्रा के किए गये वार से जो घाव हुआ था उसे ठीक करदेटी है साथ में उस ज़हेर को भी अपने शरीर से निकल लेती है , और पूरी तरह से ठीक होने के बाद मोहिनी उस दीवार से नीचे कूड़ती है और ज़ोर ज़ोर से हस्सने लगती है और ये देख रुद्रा के चेहरे पे जो जीिट की खुशी थी वो गायब होजती है
चुड़ैल मोहिनी – सच में तुम इंसान कितने बेवकूफ्फ होते हो ना , तुम इंसानो को उल्लू बनाना बहुत आसान होता है
रुद्रा – (गुस्से में) क्या मतलब है तुम्हारा , तुम कहना क्या चाहती हो
चुड़ैल मोहिनी – में ये कहना चाहती हूँ की जो कुछ देर पहले मैंने कहा था की मेरा घाव जल्दी भर जाएगा तुम्हारे उस वार से वो मैंने झूठ कहा था , तुम्हारे उस वार से मेरे शरीर में ज़हेर फैलता जा रहा था और ज़हेर को सबसे पहले अपने शरीर से फैलने से पहले रोकना जरूरी था इसे लिए सबसे पहले मेरे शरीर से उस ज़हेरिल्ली तलवार को निकलना जरूरी था और वो काम सिर्फ़ तुम ही कर सकते थे क्योंकि वो तलवार तुम्हीं ने मुझे घुसेड़ा था और इसलिए मैंने तुम्हें वो झूठ बोला की मेरा घाव जल्दी भर जाएगा और तुम बेवकूफ्फ इंसान मेरे बातों में आ गाए और मेरे शरीर से तलवार को निकल लिया और उसके बाद जो हुआ वो तो तुम खुद ही देख चुके हो , अब में बिलकुल ठीक हूँ और अब तुम्हें मुझसे कोई भी बच्चा नहीं सकता है
ये बोलकर चुड़ैल मोहिनी गुस्से में अपनी जादुई चड्डी को उठती है और रुद्रा के तरफ रुख करके वार करती है , फिर तो मोहिनी के जादुई चड्डी के अंदर से चाकू , खंजर , वाला , तीर , कुल्हाड़ी जेशे हथियार निकालने लगते हैं और रुद्रा के तरफ जाने लगते हैं और ये देख रुद्रा का भी दिमाग चकरा जाता है
रुद्रा को कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की वो मोहिनी के इसे वार से केशे अपने आप को बचाए , रुद्रा यही सोच रहा था की तभी रुद्रा को राजकुमार विक्रांत की कही बात याद आ जाती है की चुड़ेलों के द्वारा किए गये वार से भी ज़हेरिल्ली तलवार उस शॅक्स को बच्चा शक्ति है और ये बात याद आते ही रुद्रा उस ज़हेरिल्ली तलवार को सामने करदेता है जिस से मोहिनी की जादुई चड्डी से किए गये वार यनेकिी चाकू , खंजर , कुल्हाड़ी , वाला , तीर ये सब आकर रुद्रा के ज़हेरिल्ली तलवार से टकराने लगते हैं और वो सब उस ज़हेरिल्ली तलवार से टकराते ही नीचे ज़मीन पे गिरजते हैं और गायब होजते हैं
और ये देख रुद्रा के चेहरे पे हँसी आ जाती है वहीं चुड़ैल मोहिनी के चेहरे पे और भी ज्यादा गुस्सा आने लगती है और रुद्रा के तरफ देख चुड़ैल मोहिनी दहड़ने लगती है चिल्लाने लगती है और फिरसे चुड़ैल मोहिनी अपनी जादुई चड्डी का रुख रुद्रा के तरफ कर देती है
चुड़ैल मोहिनी बहुत जोरों से दहाड़ती हुई अपनी जादुई चड्डी को उठती है और रुद्रा के तरफ उसका रुख मोड़ देती है और पूरे ताक़त के साथ जादुई चड्डी को रुद्रा के सामने झटक देती है फिर तो चुड़ैल मोहिनी के जादुई चड्डी के अंदर से एक तेज हवा का बवंडर निकलता है और रुद्रा के तरफ बढ़ने लगता है और जब रुद्रा अपने तरफ एक खतरनाक हवा के बवंडर को आता देखता है तो उसके चेहरे से हँसी गायब होजती है और रुद्रा फिरसे ज़हेरिल्ली तलवार को सामने करके खड़ा हो जाता है उस तेज हवा के बवंडर का सामना करने के लिए
वो हवा का बवंडर सीधा आकर रुद्रा से टकराता है लेकिन रुद्रा अपने हाथ में ज़हेरिल्ली तलवार लिए वहीं खड़ा रहता है उस जगह से एक पल के लिए भी नहीं हिलता है , कुछ देर बाद
वो हवा का बवंडर वक्त के गुजरते हुए पल्लों के साथ साथ और भी खतरनाक रूप लेरहा था और वहीं अब वो बवंडर रुद्रा को पीछे धकेल रहा था रुद्रा अब धीरे धीरे कमजोर पड़ रहा था उस खतरनाक हवा के बवंडर का सामना करना अब इतना भी आसान नहीं था
और ये सब देख रुद्रा सोचने लगता है की जल्द से जल्द कुछ ना कुछ करना ही होगा वरना ये खतरनाक हवा का बवंडर हर गुजरते हुए वक्त के साथ और भी ज्यादा खतरनाक होती जा रही है कहीं ये हवा का बवंडर उसे ही ना उडदे , और यही सोचते हुए रुद्रा के दिमाग में कुछ आता है
उसके बाद रुद्रा अचानक से पीछे हाथ जाता है और फिर तेजिसे हवा के बवंडर के ऊपर अपनी ज़हेरिल्ली तलवार से एक जोरदार वार करता है , ज़हेरिल्ली तलवार के इसे वार से हवा के बवंडर का रफ्तार कमजोर पादजता है और हवा के बवंडर को कमजोर पड़ता हुआ देख रुद्रा अपने तलवार से उस बवंडर के ऊपर वार पे वार करने लगता है और कुछ ही देर में रुद्रा उस हवा के बवंडर को पूरी तरह से खत्म करदेता है
रुद्रा – मेरी बातों पर यकीन करो मेरी जान में तुम्हारे लिए ही यहाँ आया हूँ , तुम्हारी खूबसूरती के किससे हमारी इंसानी दुनिया तक मशहूर हैं की जेहनुं में एक खूबसूरत और दिल को मो लेनेवाली जन्नत की पड़ी रहती है जिसका नाम मोहिनी है , और मेरी दिल्ली तमन्ना थी तुम्हारे जेशी जन्नत की पड़ी को अपना बनौन इसलिए में इंसानी दुनिया से लेकर यहाँ तक कितनी मुश्किलों का सामना करने के बाद यहाँ सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारे लिए पहुँचा हूँ और तुम्हें हासिल करने के लिए में कुछ भी कर सकता हूँ मेरी जान , ये सुन ने के बाद चुड़ैल मोहिनी का सारा गुस्सा गायब हो जाता है और मोहिनी शरमाती हुई कहती है
चुड़ैल मोहिनी – क्या तुम सच बोल रहे हो , तो तुम सुबह के वक्त भी तो आसाकते थे मुझसे मिलने , इतनी रात को छूपते छिपाते क्यों आए
रुद्रा – क्य्ाआआआअ सुबह आता ,,,,, तो क्या वो तुम्हारा जल्लाद भाई मुझे आने देता , अरे जान वो तुम्हारा जल्लाद भाई मुझे कच्छा चभा जाता , ये सुन मोहिनी हस्सने लगती है और वो रुद्रा के करीब जाती है और चुटकी बजाती है जिस से मोहिनी के कमरे में रोशनी फैलजाति है , फिर मोहिनी रुद्रा को देखने लगती है और उसके गालों को सहलाने लगती है
चुड़ैल मोहिनी – मुझे भी तुम्हारे जेशे एक सच्चे दिल से चाहने वाले की जरूरत थी और शायद में तुम्हारा ही इंतजार कर रही थी , तुम मुझे धोका तो नहीं दोगे ना जान हमेशा इसी तरह मुझे प्यार करते रहोगे ना जान
रुद्रा – बेशक मेरी जान , में तुम्हारी कसम खाता हूँ में मरते दम तक तुम्हें ही मोहब्बत करता रहूँगा ये बोलकर रुद्रा मोहिनी को गले लगा लेता है और मोहिनी भी रुद्रा को गले लगा लेती है और पागलों की तरह रुद्रा को चूमने लगती है
और रुद्रा अपने मान में सोचता है की यही सही वक्त है वार करने का फिर रुद्रा धीरे से अपने कमर से अपनी ज़हेरिल्ली तलवार को निकालने लगता है और मोहिनी रुद्रा को अपने बिस्तर तक खींच के लेआतई है और बिस्तर के ऊपर रुद्रा को धकेल देती है और खुद मोहिनी रुद्रा के ऊपर कूद पड़ती है और रुद्रा के गालों को होठों को चेहरे को पागलों की तरह चूमने लगती है और रुद्रा भी चूमने लगता है की तभी अचानक मोहिनी के मुंह से एक दर्दनाक चीख निकल पड़ती है अहह
रुद्रा ने मोहिनी के पेट में ज़हेरिल्ली तलवार को घुसेड़ दिया था और मोहिनी को ये बात तब पता चली जब मोहिनी के पेट में वो तलवार घुशी , मोहिनी रुद्रा के ऊपर से लूड़कट्ी हुई बिस्तर के नीचे जा गिरती है और दर्द के मारे चिल्लाने लगती है
ईश्वक़्त चुड़ैल मोहिनी ज़मीन पे पड़ी दर्द के मारे चिल्ला रही थी रुद्रा ने बड़ी चालाकी से मोहिनी के पेट में ज़हेरिल्ली तलवार को घुसेड़ दिया था और इसी वजह से मोहिनी दर्द के मारे चिल्ला रही थी वहीं रुद्रा पास में ही खड़ा मोहिनी को देख रहा था
रुद्रा – क्या हुआ मोहिनी मेरी जान मजा आया ना मेरे मोहब्बत के इजहार करने के अंदाज से , अब बोल क्या बोल रही थी कुट्टी कामिनी कहीं की , क्या बोल रही थी मुझे कच्छा चभा जाएगी चल चभा के दिखा मुझे , अरे चभाना चोद मुझे चुन के दिखा साली चुड़ैल
चुड़ैल मोहिनी – कमीने धोकेबाज़ मुझे ना तुझपे भरोसा करना ही नहीं चाहिए था तुझे उसी वक्त मारकर खजाना चाहिए था
रुद्रा – तो अब कौन से बहुत देर हो गयी है मेरी जान , अब मुझे खालो मुझे कोई ऐतराज नहीं है
चुड़ैल मोहिनी – कुत्ते मेरा मज़ाक उड़ाता है , रुक्क एक बार मेरा घाव भर जाए फिर तुझे बताती हूँ
ये सुन रुद्रा सोचने लगता है की शायद ज़हेरिल्ली तलवार के एक वार से मोहिनी नहीं मरने वाली है लगता कुछ और वार करने पड़ेंगे मोहिनी को मरने के लिए , फिर रुद्रा आगे बढ़ता है और मोहिनी के पेट से वो ज़हेरिल्ली तलवार निकल लेता है और फिरसे वार करने के लिए आगे बढ़ता है
लेकिन इसे से पहले की रुद्रा ज़हेरिल्ली तलवार से मोहिनी के ऊपर दूसरा वार करे मोहिनी खिसकती हुई पीछे हॅट जाती है और खिसकती हुई कमरे के आखिरी चोर पे पहुँच जाती है और एक दीवार से सटके बैठ जाती है और इधर रुद्रा हाथ में तलवार लिए मोहिनी के तरफ बढ़ने लगता है
और ये देख मोहिनी रेंगती हुई उस कमरे के दीवार के ऊपर चलने लगती है और देखते ही देखते मोहिनी उस कमरे के उपरी दीवार पे जा लटकती है और इधर मोहिनी को इसे तरह दीवार पे उल्टा चढ़ता हुआ देख रुद्रा मुंह फाड़े मोहिनी के तरफ ही देख रहा था
फिर मोहिनी अपने हाथ को उठती है और अपने जादुई चड्डी के तरफ इशारा करती है और फिर मोहिनी की जादुई चड्डी उड़ती हुई उसके पास चली जाती है , जादुई चड्डी मोहिनी के हाथ में आते ही मोहिनी फौरन उस जादुई चड्डी के मदद से अपने घाव को भरने लगती है , मोहिनी कुछ ही मिनिट्स में अपनी जादुई चड्डी के मदद से रुद्रा के किए गये वार से जो घाव हुआ था उसे ठीक करदेटी है साथ में उस ज़हेर को भी अपने शरीर से निकल लेती है , और पूरी तरह से ठीक होने के बाद मोहिनी उस दीवार से नीचे कूड़ती है और ज़ोर ज़ोर से हस्सने लगती है और ये देख रुद्रा के चेहरे पे जो जीिट की खुशी थी वो गायब होजती है
चुड़ैल मोहिनी – सच में तुम इंसान कितने बेवकूफ्फ होते हो ना , तुम इंसानो को उल्लू बनाना बहुत आसान होता है
रुद्रा – (गुस्से में) क्या मतलब है तुम्हारा , तुम कहना क्या चाहती हो
चुड़ैल मोहिनी – में ये कहना चाहती हूँ की जो कुछ देर पहले मैंने कहा था की मेरा घाव जल्दी भर जाएगा तुम्हारे उस वार से वो मैंने झूठ कहा था , तुम्हारे उस वार से मेरे शरीर में ज़हेर फैलता जा रहा था और ज़हेर को सबसे पहले अपने शरीर से फैलने से पहले रोकना जरूरी था इसे लिए सबसे पहले मेरे शरीर से उस ज़हेरिल्ली तलवार को निकलना जरूरी था और वो काम सिर्फ़ तुम ही कर सकते थे क्योंकि वो तलवार तुम्हीं ने मुझे घुसेड़ा था और इसलिए मैंने तुम्हें वो झूठ बोला की मेरा घाव जल्दी भर जाएगा और तुम बेवकूफ्फ इंसान मेरे बातों में आ गाए और मेरे शरीर से तलवार को निकल लिया और उसके बाद जो हुआ वो तो तुम खुद ही देख चुके हो , अब में बिलकुल ठीक हूँ और अब तुम्हें मुझसे कोई भी बच्चा नहीं सकता है
ये बोलकर चुड़ैल मोहिनी गुस्से में अपनी जादुई चड्डी को उठती है और रुद्रा के तरफ रुख करके वार करती है , फिर तो मोहिनी के जादुई चड्डी के अंदर से चाकू , खंजर , वाला , तीर , कुल्हाड़ी जेशे हथियार निकालने लगते हैं और रुद्रा के तरफ जाने लगते हैं और ये देख रुद्रा का भी दिमाग चकरा जाता है
रुद्रा को कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की वो मोहिनी के इसे वार से केशे अपने आप को बचाए , रुद्रा यही सोच रहा था की तभी रुद्रा को राजकुमार विक्रांत की कही बात याद आ जाती है की चुड़ेलों के द्वारा किए गये वार से भी ज़हेरिल्ली तलवार उस शॅक्स को बच्चा शक्ति है और ये बात याद आते ही रुद्रा उस ज़हेरिल्ली तलवार को सामने करदेता है जिस से मोहिनी की जादुई चड्डी से किए गये वार यनेकिी चाकू , खंजर , कुल्हाड़ी , वाला , तीर ये सब आकर रुद्रा के ज़हेरिल्ली तलवार से टकराने लगते हैं और वो सब उस ज़हेरिल्ली तलवार से टकराते ही नीचे ज़मीन पे गिरजते हैं और गायब होजते हैं
और ये देख रुद्रा के चेहरे पे हँसी आ जाती है वहीं चुड़ैल मोहिनी के चेहरे पे और भी ज्यादा गुस्सा आने लगती है और रुद्रा के तरफ देख चुड़ैल मोहिनी दहड़ने लगती है चिल्लाने लगती है और फिरसे चुड़ैल मोहिनी अपनी जादुई चड्डी का रुख रुद्रा के तरफ कर देती है
चुड़ैल मोहिनी बहुत जोरों से दहाड़ती हुई अपनी जादुई चड्डी को उठती है और रुद्रा के तरफ उसका रुख मोड़ देती है और पूरे ताक़त के साथ जादुई चड्डी को रुद्रा के सामने झटक देती है फिर तो चुड़ैल मोहिनी के जादुई चड्डी के अंदर से एक तेज हवा का बवंडर निकलता है और रुद्रा के तरफ बढ़ने लगता है और जब रुद्रा अपने तरफ एक खतरनाक हवा के बवंडर को आता देखता है तो उसके चेहरे से हँसी गायब होजती है और रुद्रा फिरसे ज़हेरिल्ली तलवार को सामने करके खड़ा हो जाता है उस तेज हवा के बवंडर का सामना करने के लिए
वो हवा का बवंडर सीधा आकर रुद्रा से टकराता है लेकिन रुद्रा अपने हाथ में ज़हेरिल्ली तलवार लिए वहीं खड़ा रहता है उस जगह से एक पल के लिए भी नहीं हिलता है , कुछ देर बाद
वो हवा का बवंडर वक्त के गुजरते हुए पल्लों के साथ साथ और भी खतरनाक रूप लेरहा था और वहीं अब वो बवंडर रुद्रा को पीछे धकेल रहा था रुद्रा अब धीरे धीरे कमजोर पड़ रहा था उस खतरनाक हवा के बवंडर का सामना करना अब इतना भी आसान नहीं था
और ये सब देख रुद्रा सोचने लगता है की जल्द से जल्द कुछ ना कुछ करना ही होगा वरना ये खतरनाक हवा का बवंडर हर गुजरते हुए वक्त के साथ और भी ज्यादा खतरनाक होती जा रही है कहीं ये हवा का बवंडर उसे ही ना उडदे , और यही सोचते हुए रुद्रा के दिमाग में कुछ आता है
उसके बाद रुद्रा अचानक से पीछे हाथ जाता है और फिर तेजिसे हवा के बवंडर के ऊपर अपनी ज़हेरिल्ली तलवार से एक जोरदार वार करता है , ज़हेरिल्ली तलवार के इसे वार से हवा के बवंडर का रफ्तार कमजोर पादजता है और हवा के बवंडर को कमजोर पड़ता हुआ देख रुद्रा अपने तलवार से उस बवंडर के ऊपर वार पे वार करने लगता है और कुछ ही देर में रुद्रा उस हवा के बवंडर को पूरी तरह से खत्म करदेता है