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Bahut umda update he Raj_sharma Bhai,
Aslam apni sachchayi batane ke baad is duniya se vida le gaya...........
Khair, ek ek karke lagbhag sabhi ko marna hi is island par................
Keep rocking Bro


Bahut umda update he Raj_sharma Bhai,
Aslam apni sachchayi batane ke baad is duniya se vida le gaya...........
Khair, ek ek karke lagbhag sabhi ko marna hi is island par................
Keep rocking Bro
Ohh.. maine socha island 🏝 ke liye bol rahe the, koi baat nahi mitra, galat fahmi aksar ho hi jaati haiRaj Bhai,
Maine pure island ko nahi, kewal Whale ko submarine bola tha..........
Bilkul theek kaha aapne, bachege to kewal 10 aadmi, aur Vyom ko abhi samay lagegaInteresting dekhte hain Aslam ke bag mein kya hai aur kya Aslam bachne wala hai ya nahi???
Yadi ye mara toh inke group mein sirf 10 bach jayenge.
Ye toh fix hai ki abhi Vyom nahi
Nice update brother.
Bruno to ek anjaan safar per nikal liye bhai, Yugaka ki gutthi sulajhne me samay hai, moin ali wali Dairy ki gutthi agle update me batane ki kosis rahegi, yani kalStory interesting hoti ja rahi hai, let's see ki Aslam ki father ki dairy se sabhi ko kya kya pata chalta hai.
Aapne ek baar kaha tha ki Yugaka sabhi ka test le raha hai phir wo Aslam(Moen Ali) ke marne par khush ho kyun ho raha hai???
Ek aur mujhe laga tha Bruno ke paas pankh aa gaya hai toh wahi Aslam ko bacha lega par Aslam ko uski galat karmo ki saja mil gayi.
Let's see aage aur kiski jaan jati hai.
Nice and beautiful update brother.
Bhut hi badhiya update#89.
व्योम धीरे से पानी से बाहर निकला और चलता हुआ उस ब्लू-व्हेल के चेहरे के पास पहुंच गया।
ब्लू-व्हेल बिल्कुल भी हिल नहीं रही थी।
थोड़ा और पास जाने पर व्योम को उस ब्लू-व्हेल का पेट एक जगह से कटा हुआ दिखाई दिया। जहां पर एक दरवाजा लगा हुआ था।
“यह क्या? यह तो नकली व्हेल है.... नहीं नहीं शायद यह कोई पंडुब्बी है जो ब्लू-व्हेल की शकल में है। पर यह तो बिल्कुल सजीव जैसी दिख रही है। अब तो श्योर हो गया कि यह पृथ्वी की टेक्नोलॉजी नहीं है।
शायद यह कोई एलियन का ‘सब स्टेशन’ है, जो वह इंसानो की नजर से छिपाने के लिये इस प्रकार बना कर रखे हैं। पर ... पर यहां पर मैं साँस ले पा रहा हूं। यानी कि यहां पर पर्याप्त ऑक्सीजन है और ऐसा तभी हो सकता है, जब कि यहां रहने वाला भी साँस लेने में ऑक्सीजन का ही प्रयोग करता हो। तो फिर क्या एलियन भी ऑक्सीजन लेते हैं?"
ऐसा लगा जैसे कि व्योम के दिमाग में प्रश्नो की लाइब्रेरी खुल गयी हो।
अब व्योम का ध्यान उन सुरंग की ओर गया। कुछ देर सोचने के बाद व्योम एक सुरंग में दाख़िल हो गया।
वह सुरंग जिस जगह निकली, उसे देखकर व्योम हैरान रह गया।
वह न्यूयॉर्क शहर की डमी लग रहा था और वहां मौजूद बहुत से लोग स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण कर रहे थे।
व्योम कुछ देर सोचता रहा और फ़िर पास से जा रही एक लड़की को रोककर पूछा- “यह कौन सी जगह है?"
लड़की ने व्योम को ऊपर से नीचे तक देखा और फ़िर बोली-
“क्या तुम अपना प्रोग्राम डिलीट कर बैठे हो?"
व्योम को कुछ समझ में नहीं आया, पर उसने धीरे से हां में सिर हिला दिया।
“तो जाकर उस मशीन से अपने को रीबूट कर लो।"
इतना कहकर उस लड़की ने व्योम को एक मशीन की तरफ इशारा किया और आगे बढ़ गयी।
“प्रोग्राम, डिलीट,रीबूट...क्या बोल गयी वह लड़की? कहीं...कहीं मैं किसी कंप्यूटर प्रोग्राम में तो नहीं आ गया।"
अब व्योम की निगाहें उस मशीन की ओर थी, जिसकी तरफ उस लड़की ने इशारा किया था।
व्योम चलते हुए उस मशीन के पास पहुंच गया। मशीन पर काफ़ी बटन लगे हुए थे।
कुछ सोचने के बाद व्योम ने एक बटन को दबा दिया। उस बटन के दबाते ही सामने लगी स्क्रीन रोशन हो गयी और उसमें लगभग 18 साल की आयु वाले एक लड़के की फोटो दिखाई दी।
“कैस्पर आपका न्यूयॉर्क शहर प्रोग्राम में स्वागत करता है। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकता हूं?" मशीन से आवाज आयी।
“मैं इस शहर के बारे में जानना चाहता हूं?" व्योम ने कहा।
“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट 3.2‘ का न्यूयॉर्क शहर है, यहां पर स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण किया जा रहा है।"
“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट क्या है?" व्योम ने दोबारा पूछा।
“माफ कीजियेगा, मगर इस प्रश्न का जवाब देने के लिये मुझे आपका सुरक्षा कोड जानना होगा।" कैस्पर ने कहा।
“अच्छा वो छोड़ो। ये बताओ कि तुम कौन हो?" व्योम ने प्रश्न को बदलते हुए पूछा।
“मेरा नाम कैस्पर है, मैं इस तिलिस्मा के सारे कंप्यूटर का संचालन करता हूं।" कैस्पर ने कहा।
“क्या यहां पर मौजूद सभी इंसान रोबोट हैं?" व्योम ने पूछा।
“नहीं। यह सब तिलिस्मा प्रोग्राम का हिस्सा हैं। प्रोग्राम के ख़तम होते ही यह सब भी गायब हो जाएंगे।" कैस्पर ने कहा।
“तुम्हारा निर्माण किसने किया?" व्योम ने पूछा।
“मेरा निर्माण किसी ने नहीं किया। मैंने अपना निर्माण स्वयं किया है।" कैस्पर ने कहा- “और आपके प्रश्न पूछने की अवधि अब समाप्त होती है।"
इतना कहने के बाद उस मशीन पर लगी स्क्रीन ऑफ हो गयी।
व्योम केवल इतना समझ पाया कि यह द्वीप किसी दूसरे ग्रह के वासिओ का अड्डा है, जहां की तकनीक बहुत ज़्यादा विकसित है और यह लोग किसी तिलिस्मा नाम के प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहे हैं।
उस स्थान से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था, इसलिये व्योम उस सुरंग के रास्ते ब्लू-व्हेल वाले रास्ते पर पहुंच गया।
यहां से निकलने का रास्ता ढूंढने के लिये व्योम अब सुरंग के दूसरे रास्ते में प्रविष्ट हो गया।
दूसरी जगह एक ऐसे स्थान पर जाकर खुली, जो इस ग्रह का वातावरण ही नहीं लग रहा था।
पूरा वातावरण लाल रंग से निर्मित था। वहां पर एक लगभग 500 फुट ऊंची मूर्ति का निर्माण चल रहा था। वह मूर्ति किसी विशाल योद्धा की लग रही थी, जिसके 7 सिर थे और हर एक सिर किसी जानवर का था।
“बाप रे.......... ये कौन सा योद्धा है, इसका एक सिर शेर का, एक घोड़े का, एक बंदर, एक हाथी, एक गाय, एक गरुड़ और एक मगरमच्छ का है। ऐसे योद्धा का तो वर्णन भी नहीं सुना किसी किताब में। मुझे यह जगह बहुत ज़्यादा खतरनाक दिख रही है। मुझे तुरंत यहां से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना होगा।"
व्योम उस जगह से भी निकलकर वापस सुरंग में आ गया और सुरंग के एक नये रस्ते पर चल दिया।
वह रास्ता एक महल में निकल रहा था।
महल के बीचोबीच एक शानदार पानी का फव्वारा चल रहा था। उस फव्वारे के चारो ओर बहुत से कमरे बने थे, पर वहां पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था। व्योम ने जल्दी-जल्दी झांक कर अलग-अलग कमरो में देखना शुरू कर दिया।
कोई कमरा बेडरूम जैसा लग रहा था, तो कोई किचन जैसा। एक कमरे में तो किताबें ही किताबें भरी हुई थी।
वहां देखकर साफ पता चल रहा था कि इस क्षेत्र में कोई एक ही आदमी रहता है और वो भी इस समय यहां से कहीं गया है।
एक कमरे में जैसे व्योम ने झांका, वह हैरान रह गया। उस कमरे में चारो तरफ स्क्रीन ही स्क्रीन लगी थी। हर स्क्रीन पर अलग वीडियो चलती दिख रही थी। अधिकतर वीडियो जंगलो के थे।
ऐसा लग रहा था कि किसी जंगल में हजारों वीडियो कैमरे लगे हुए हो।
एक तरफ व्योम को वह दृश्य भी दिखाई दिये, जिसे अभी वह देख कर आया था।
तभी व्योम की नजर एक वीडियो पर जाकर अटक गयी, उस वीडियो में कुछ इंसान जंगल में जाते हुए दिखाई दे रहे थे।
“कहीं ये ‘सुप्रीम’ के लोग तो नहीं क्यूं कि सभी के कपड़े गंदे दिख रहे हैं और जिस प्रकार ये चल रहे हैं, उससे साफ दिख रहा है कि ये लोग इस जंगल से अंजान हैं।"
चूंकि उस वीडियो से आवाज नहीं आ रही थी, इसिलये व्योम यह नहीं जान पाया कि वह क्या बात कर रहे हैं?
तभी व्योम को एक किनारे रखी हुई एक आदमकद मशीन दिखाई दी। उस मशीन पर एक छोटा सा प्लैटफ़ॉर्म बना था।
उसके सिर वाली जगह पर कोई कैमरे जैसी चीज बिल्कुल किसी स्नानघर के शावर की तरह लग रही थी। उस मशीन पर बहुत से अलग-अलग रंग के बटन भी लगे थे।
व्योम उस मशीन के प्लैटफ़ॉर्म पर चढ़कर उसे ध्यान से देखने लगा। देखते-देखते व्योम ने उस मशीन पर लगे एक नीले बटन को दबा दिया।
बटन को दबाते ही ऊपर लगे कैमरे जैसे यंत्र से एक नीले रंग की तेज रोशनी निकलकर व्योम के ऊपर गिरी।
उस रोशनी के गिरते ही व्योम को अपना शरीर लाखों टुकडो में बंटता हुआ सा महसूस हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे उसका शरीर किसी अंधे कुएं में गिर रहा हो।
चैपटर-10 (असलम का रहस्य)
(9 जनवरी 2002, बुधवार, 12:30, मायावन, अराका द्वीप)
चलते-चलते दोपहर का समय हो गया था। सुयश ने एक नजर अपने साथियों पर डाली। एलेक्स और क्रिस्टी को छोड़कर सभी के चेहरे उतरे हुए लग रहे थे।
ड्रेजलर की मौत के बाद अब 11 लोग बचे थे। सुयश भी आदमखोर पेड़ से मरते-मरते बचा था।
इस समय सभी छोटे-छोटे पौधो वाले स्थान से गुजर रहे थे।
“ये कैप्टन हमको जंगल में घसीटे जा रहा है। आखिर हमें तलाश किसकी है?" जॉनी ने धीरे से जैक के कान में फुसफुसा कर कहा।
“कैप्टन हमें नहीं घसीट रहा बेवकूफ।" जैक ने भी धीमे स्वर में कहा- “हम खुद उसके पीछे-पीछे चल रहे हैं और हमें इंसानों की तलाश है। शायद इस जंगल के दूसरी ओर कोई कबीला हो? और हमें वहां से किसी तरह की मदद मिल जाए?"
“आदिवासी कबीला!" जॉनी यह सुनकर खुश हो गया- “फ़िर तो वहां पर शराब भी मिल जायेगी। सुना है कबीले वालों के पास बहुत अलग तरह की शराब होती है।"
“अबे नशेड़ी।" जैक ने झुंझलाते हुए कहा- “यहां सबकी जान पर बन आयी है और तुझे शराब की चिंता हो रही है।"
“मुझे कहां चिंता......।" कुछ कहते-कहते जॉनी अचानक किसी आवाज को सुन चुप हो गया।
जॉनी ने मुंह पर उंगली रखकर जैक को भी चुप रहने का इशारा किया।
“खड़-खड़-खड़"
तभी एक आवाज पुनः आयी। अब सभी का ध्यान आवाज की दिशा की ओर गया।
“यह तो सूखी पत्तियो के कुचलने की आवाज है।" शैफाली ने धीरे से कहा।
तभी सब को सामने से आता हुआ एक भयानक जंगली सुअर दिखायी दिया।
जंगली सुअर के नुकीले और लंबे दाँत उसके मुंह से बाहर निकले हुए थे। वह सुअर साइज में काफ़ी बड़ा था। उसके दाँतो की धार बहुत तेज नजर आ रही थी।
“कोई भागना नहीं।" अल्बर्ट ने धीमे स्वर में कहा- “सभी अपनी जगह पर रहें और हिलने डुलने की कोशिश ना करें।"
ऐमू की नजरें भी सुअर पर थी, पर ऐमू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी।
किसी के भी शरीर में तो कोई हरकत नहीं हो रही थी, पर सभी के दिल बहुत तेजी से धड़क रहे थे।
धीरे-धीरे वह जंगली सुअर उनके पास आता जा रहा था। तौफीक और ब्रेंडन ने चाकू निकालकर अपने हाथ में ले लिया था।
तभी डर की वजह से असलम के हाथ से उसका काला लेदर बैग छूटकर जमीन पर गिर गया।
खटके की आवाज सुन अब उस जंगली सुअर का ध्यान पूरी तरह से असलम पर हो गया।
सुअर ने असलम को देखते हुए एक तेज आवाज अपने मुंह से निकाली और दौड़ते हुए असलम की ओर झपटा।
जारी रहेगा________![]()
Brother ab plot jitna bhi bada ho utna likho aise 50, 60 updates jayega toh jane dijiye.Sach batao bhai log, agar story sahi chal rahi hai, aur aap sabko badhiya lag rahi hai to ise aage badhaau? Warna 4-5 update me nipta du?Kyun ki ab agar aage badhaya to lagbhag 50-60 update aur ho jayenge,l
Kyuki iska plat kaafi bada hai fir, aap sabki kya raay hai?
kamdev99008 , dhalchandarun
SANJU ( V. R. ) avsji
Dhakad boy , parkas
Ajju Landwalia Seen@12
sunoanuj and all my readers![]()
Bhut hi jabardast update#90.
एक सेकंड से भी कम समय असलम को खतरे का अहसास हो गया। वह तेजी से एक दिशा की ओर भागा।
सुअर असलम को भागते देख तेजी से उसके पीछे दौड़ा। अब सुअर के मुंह से गुस्से भरी फुंफकार निकल रही थी।
असलम जान छुड़ा कर भाग रहा था। तभी असलम के रास्ते में एक पत्थर आ गया।
असलम भागते-भागते उस पत्थर से जोर से टकराया और हवा में उछलकर एक कीचड़ जैसे तालाब में गिर गया।
सुअर कीचड़ देख कर रुक गया। अब वह असलम को देखते हुए अपने अगले 2 पैरों को बारी-बारी से जमीन पर रगड़ने लगा।
सुअर को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे कि वह असलम पर अपना रोष प्रकट कर रहा हो।
सुअर कुछ देर तक असलम को ऐसे देखता रहा, फ़िर धीरे-धीरे वह जंगल के अंदर कीओर चला गया।
बाकी सभी लोग जो अब तक बुत बने यह नजारा देख रहे थे, सुअर को जाते देख भाग कर असलम की ओर आ गये।
ब्रेंडन ने आगे बढ़कर असलम का लेदर बैग उठाकर अपने गले में टांग लिया।
कुछ ही क्षण में सभी असलम के पास थे। असलम डर की वजह से अभी भी कीचड़ में था।
“बाहर आ जाओ असलम। सुअर अब चला गया है।" सुयश ने कीचड़ में गिरे पड़े असलम को देख कर कहा।
“खतरा ... खतरा .... खतरा।"
तभी ऐमू असलम के ऊपर उड़ता हुआ जोर से चिल्लाया।
सभी हैरानी से ऐमू की ओर देखने लगे। असलम की भी निगाह अपने चारो ओर घूमी, पर उसे आस-पास कुछ नजर नहीं आया।
अब असलम ने उस कीचड़ से निकलने की कोशिश की। मगर असलम के पैर अब कीचड़ में बुरी तरह से फंस गये।
“कैप्टन.... मेरे पैर....।" असलम ने चीख कर कहा- “मेरे पैर इस कीचड़ में पूरी तरह से फंस गये हैं। मैं बाहर नहीं निकल पा रहा हूं।"
यह सुनते ही अल्बर्ट की निगाह निगाहें में चारो ओर घूमी, उसे कुछ दूरी पर कीचड़ से निकलते कुछ बुलबुले दिखायी दिये।
इससे पहले कि असलम को बचाने के लिये कोई और कीचड़ में उतरता, अल्बर्ट चीख कर बोला-
“कीचड़ में कोई मत जाना, यह कीचड़ नहीं खतरनाक दलदल है। जो इसमें असलम को बचाने के लिये उतरेगा, वह स्वयं भी इस दलदल में फंस जायेगा।"
असलम अल्बर्ट की बात सुनकर एकदम से डर गया। वह तेजी से अपने हाथ पैर हिलाकर दलदल से बाहर निकलने की कोशिश करने लगा।
ऐसा करने की कोशिश में असलम अब दलदल में धंसना शुरू हो गया।
“असलम हिलने-डुलने की कोशिश मत करो।" असलम को हिलते देख अल्बर्ट चीख कर बोला-
“जितना हिलने-डुलने की कोशिश करोगे, उतना तेजी से दलदल में समाओगे। बिल्कुल शांत रहने की कोशिश करो। हम तुम्हें बचाने के लिये कोशिश करते हैं । हम तुम्हें कुछ होने नहीं देंगे।"
“रस्सी....।“ ब्रेंडन चिल्लाया- “हमें रस्सी चाहिये, बिना रस्सी हम असलम को नहीं बचा पायेगे।"
“यहां पर रस्सी कहां से मिलेगी?" सुयश ने अपना दिमाग लगाते हुए कहा- “पेड़ की जड़ ढूंढो.....उसी से रस्सी बनाई जा सकती है। जल्दी करो।"
तुरंत सभी रस्सी की तलाश में इधर-उधर घूमने लगे। परंतु वह अजीब सी जगह थी, उसके आस-पास कोई भी ऐसा घना पेड़ नहीं था, जिससे रस्सी बनाई जा सके।
उधर क्रिस्टी, शैफाली और जेनिथ लकडियों की मदद से असलम को निकालने की कोशिश करने लगे, पर असलम की दूरी किनारे से ज़्यादा होने के कारण वह लकडियों को असलम को नहीं पकड़ा पा रहे थे।
यह देख जेनिथ ने कुछ मोटी-मोटी लकिड़यां असलम के आस-पास फेंकनी शुरु कर दी।
‘डूबते को तिनके का सहारा’ यह कहावत आज चरितार्थ हो रही थी क्यों की असलम जेनिथ के द्वारा फेंकी गयी उन लकडियों को हाथ में पकड़ उनसे बचने की असफल कोशिश कर रहा था।
पर यह कोशिश नाकाफ़ी थी।
सुयश भी तेजी से दिमाग लगा रहा था, पर आसपास ऐसा कुछ भी नहीं था, जिससे वह लोग असलम को बचा सके।
ऐमू असलम के सिर के ऊपर उड़ता हुआ चीख रहा था। अब तक असलम कमर तक दलदल में धंस चुका था।
“कैप्टन....।" एलेक्स ने सुझाव देते हुए कहा- “क्यों ना हम अपने कपड़ो की रस्सी बनाकर असलम को बचाने की कोशिश करे?"
“कोई फायदा नहीं?" अल्बर्ट ने आह भरते हुए कहा- “यह दलदल है। दलदल का खिंचाव नीचे की ओर इतना ज़्यादा होता है की हम कपड़े तो क्या असली रस्सी से भी असलम को नहीं खींच पायेंगे।"
“मतलब!" क्रिस्टी ने आश्चर्य से पूछा- “फिर क्या असलम को बचाने का कोई रास्ता नहीं है हमारे पास?"
“नहीं।" अल्बर्ट ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा- “दलदल की सामने की साइड से किसी को खींचने के लिये, एक ट्रक खींचने के बराबर ताकत की जरुरत होती है। हां अगर दलदल के ऊपर की तरफ से व्यक्ति को खींचा जाए। तो उसे आसानी से निकाला जा सकता है, पर इस दलदल के ऊपर की तरफ ना तो कोई पेड़ है और ना ही हमारे पास दलदल के ऊपर जाने का कोई साधन। इसिलये अब असलम को बचा पाना बिल्कुल असंभव है।"
तब तक ब्रेंडन, जैक, जॉनी और तौफीक भी थक हार कर लौट आये थे। उन्हें भी आसपास कोई ऐसी चीज नहीं मिली, जिसके द्वारा असलम को बचाया जा सके।
असलम अब सीने तक दलदल में धंस चुका था।
अब उसे भी इस बात का अहसास हो चुका था कि उसका बचना नामुमकिन है। इसिलये वह भी निराश नज़रों से सभी को देख रहा था।
“कैप्टन!" असलम ने निराशा भरी नजर से सुयश की ओर देखते हुए कहा- “मुझे पता है कि अब मेरा बचना नामुमकिन है इसिलये मैं आपको कुछ राज की बात बताना चाहता हूं।"
असलम के रहस्य भरे शब्दों को सुनकर अब सबका ध्यान पूरा का पूरा असलम की बात पर आ गया।
“राज की बात?" सुयश ने उलझे-उलझे शब्दों में कहा- “तुम क्या कहना चाहते हो असलम?"
“पहली राज की बात यह है कि मेरा नाम असलम नहीं ‘मोईन अली’ है।" असलम ने यह बोलकर एकदम से धमाका कर दिया।
“तो ... तो ... असलम कहां है?" सुयश के शब्दों में आश्चर्य का भाव नजर आया।
“मेरे पास समय कम है कैप्टन।" मोईन ने अफसोस भरे स्वर में कहा- “इसिलये में चाहता हूं कि पहले आप लोग मेरी पूरी बात सुन ले। मैं यह बोझ अपने सिर पर लेकर नहीं मरना चाहता।"
इस बार सभी को शांत देखकर असलम ने फ़िर बोलना शूरू कर दिया-
“मेरा नाम मोईन अली है। मेरे पिता का नाम उस्मान अली था। मेरे पिता आज से 16 साल पहले ‘ब्लैक-थंडर’ नामक एक पुर्तगाली पानी के जहाज से इस दिशा में आये थे। उनका जहाज भी बारामूडा त्रिकोण की इन गहराइयों में खो गया था।
किसी तरह वह अपनी जान बचाकर इस द्वीप पर पहुचे। इस द्वीप पर उनके साथ बहुत सी विचित्र घटनाएं घटी। उन्होंने इस द्वीप पर एक बहुत बड़ा खजाना भी देखा। बाद में किसी तरह बचकर वह अपनी सभ्यता तक पहुंच गये। उन्होंने सभ्य दुनिया में अर्द्ध विक्षिप्त होने का नाटक किया और अपने इस पूरे सफर की कहानी को डायरी में लिख लिया।
जब वो मुझसे मिले तो उन्होंने अपनी कुछ यादों और अपनी डायरी को मेरे सुपुर्द कर दिया। मैंने जब इस डायरी को पढ़ा तो मुझे भी इस द्वीप पर आने की इच्छा हुई। मगर छोटी बोट से यहां तक पहुंचना मुस्किल था और वैसे भी सरकार ने इस क्षेत्र को निसिद्ध घोषित कर रखा था। इसिलये मुझे एक योजना बनानी पड़ी।"
“कैसा योजना?" ब्रेंडन से रहा ना गया और वह पूछ बैठा।
“मैंने ‘सुप्रीम’ के सेकेण्ड सहायक कैप्टन असलम को जहाज के न्यूयॉर्क से चलने वाले दिन बेहोश करके एक झरने में फेंक दिया और असलम बनकर इस जहाज पर आ गया और फ़िर न्यू ईयर की रात चालाकी से रोजर और बाकी के चालक दल को बेहोश कर सुप्रीम को जान-बूझकर बारामूडा त्रिकोण की गलत दिशा में मोड़ दिया।"
“कमीने ... तेरा मर जाना ही अच्छा है।" जॉनी ने मोईन को गाली देते हुए गुस्से से कहा- “तेरे कारण ही हम सब पर कष्ट टूट पड़े। तू एक-दो नहीं बल्की 3000 लोगो का हत्यारा है।"
सुयश ने जैसे जॉनी की बात पर ध्यान ही ना दिया हो।
“क्या लॉरेन का मर्डर तुमने किया था?" सुयश के शब्द बिल्कुल शांत थे।
“नहीं कैप्टन... मैंने कोई मर्डर नहीं किया है।" मोईन के स्वर बहुत संयत थे- “मैं तो बस ‘सुप्रीम’ को गलत दिशा में मोड़ने का अपराधी हूं।"
अब तक मोईन गले तक दलदल में धंस गया था।
“तुम्हारे पिता की डायरी कहां पर है?" सुयश ने अगला सवाल किया।
“वह मेरे काले लेदर बैग में है।" मोईन ने आँखों से ब्रेंडन के गले में लटके बैग की ओर इशारा किया।
सुयश की निगाह एक बार ब्रेंडन के गले में लटके बैग की ओर गयी फ़िर पलटकर वापस मोईन पर आ गयी।
“कुछ और ऐसा है, जो तुम कहना चाहते हो?" सुयश ने दलदल का लेवल मोईन के मुंह की ओर जाते हुए देख कर कहा।
“हां, जहाज का फ़्यूल मैंने ही बिखेर दिया था, जिससे आप लोग इस द्वीप पर आने को मजबूर हो जायें। अंततः मैं अपने किये की आप सभी से माफ़ी मांगता हूं। मैं जानता हूं कि मेरा अपराध माफ़ी के काबिल नहीं है। पर यकीन मानिये कैप्टन, मुझे नहीं पता था कि मेरी इतनी छोटी सी गलती के कारण पूरा का पूरा सुप्रीम डूब जायेगा। आखरी बात यह है कैप्टन कि अगर हो सके तो इस रहस्यमय द्वीप का राज पूरी दुनियां के सामने जरूर.... लाना...यही सबके प्रति... आखरी श्रद्धांजली.।"
बाकी के शब्द मोईन के मुंह में ही रह गये। दलदल की कीचड़ उसके गले में चली गयी थी।
शैफाली ने यह देख अपना मुंह फेर लिया।
मरते वक्त मोईन की आँख में आँसू थे और उसके चेहरे पर ढेर सारा पछतावा था।
अब मोईन पूरा का पूरा दलदल में समा गया था। जिस जगह पर मोईन उस दलदल में समाया, उस जगह पर अब कुछ बुलबुले उठ रहे थे।
कुछ दूरी पर छिपे हुए युगाका के चेहरे पर अब सन्तुष्टि के भाव थे।
“अब 10 बचे हैं।" युगाका मन ही मन बुदबुदाया और सभी पर फ़िर से नजर रखने लगा।
जारी रहेगा_______![]()