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UPDATE 010
कैन आई ज्वाइन यू
: गाड़ी में रुको मैं आती हूं ( रेशमा मैम अपने पर्स लेकर गाड़ी से निकल कर सामने एक किराना स्टोर पर चली गई , मै भी अपने मोबाइल में अलीना से मैसेज से बातें कर रहा था कि रेशमा मैम के मोबाइल की स्क्रीन जली और स्क्रीन पर नोटिफिकेशन आए पहले दो वीडियो के फिर एक मैसेज आया, जो कि कार के ब्लूटूथ से कनेक्ट था।
"how about this?? "
( आहूजा सर का मैसेज आया था )
मेरी दिलचस्पी आहूजा सर के मैसेज चेक करने की हुई मै फटाफट से पासवर्ड ट्राई करने लगा , और 4th ट्राई में मै उनके फोन का पैटर्न ब्रेक कर लिया मगर तबतक रेशमा मैम एक कैरी बैग लेते हुए आती दिखी तो झटपट मैने मोबाइल जस का तस रख दिया ।
: बोर तो नहीं हो रहे थे ( वो मुस्कुराते हुए बोली )
: नहीं ( मै मुस्कुराया )
: आज शॉपिंग ज्यादा हो गई नहीं , हिहीही ( वो मुझे अपनी ओर देखता पाकर बोली फिर समान बैक सीट पर रख दिया और गाड़ी आगे बढ़ गई ।
फिर कुछ दूर आगे उतर कर रेशमा मैम एक सब्जी वाले पास चली गई ।
: भैया फटाफट 2 किलो आलू , 1 किलो प्याज और आधा किलो खीरा देदो , धनिया मिर्ची भी डाल देना
: खीरे नहीं है बाबू जी ( वो सब्जी वाला बोला )
: अरे यार , वो कहा लेने जाऊ ( मै परेशान होकर आसपास की दुकानों पर देखने लगा । मेरी बेचैनी बढ़ने सी लगी थी , जबसे मैने अम्मी को पापा से बात करते हुए सुना था । जल्द से जल्द घर पहुंचने को मै और मेरा लंड दोनो बेताब थे । वो अल्फ़ाज़ अभी तक मेरे जहन में थे ।
: अभी नहीं , शानू को बाहर भेज रही हु फिर ( अम्मी छिप कर बातें कर रही थी )
: अच्छा सुनो , प्राइवेट फाइल में ही रखना , बताया था न कैसे करना है ( अब्बू की आवाज आ रही थी )
: शानू सुनो तो ( रेशमा मैम ने आवाज दी और मै गाड़ी से बाहर निकला )
: जी मैम
: कौन सी सब्जी खाओगे
मेरी नजर बास्केट में निकाले हुए बड़े बड़े खीरे और मूली पर गई मै मुस्कुराने लगा
: भिंडी चलेगी ( वो मुझे सब्जियों को घूरते देख कर बोली )
: हम्म्म मै सब खा लेता हु
तभी मैम का मोबाइल बजा
: ओहो ये सर भी ना ( अलीना मोबाइल स्क्रीन पर आहूजा का काल आते देखकर बोली और फिर मुझसे थोड़ा दूर हो गई )
: हा बाबा ठीक है घर तो जाने दो फिर देखकर बताती हु ( मैम फुसफुसाकर बातें करते हुए कभी मुझे देखती तो कभी नजरे चुराती और मै भी उन्हें ऐसे जताने लगा कि मुझे फर्क नहीं पड़ रहा है ।)
मगर भीतर से मै ही जानता था कि मेरे अंदर कितना तूफान उठ खड़ा है । कैसे भी करके मुझे मोबाइल चेक करना था ।
फोन रखने के बाद वो मेरे पास आई।
: हो गया चलो घर चलते है
: जी चलिए ( फिर हम घर के लिए निकल गए )
थोड़ी ही देर में घर आ चुका था और धीरे से चैनल खींच कर मै हाल में दाखिल हुआ , मेरे अंदाजन अम्मी के कमरे का दरवाजा भिड़का ही मिला।
मुझे पता था कि अम्मी की नजर भिड़के हुए दरवाज़े पर ही बनी हुई होगी इसीलिए मै दबे पाव किचन से स्टूल लेकर खिड़की के पास पहुंच और पर्दे को साइड कर भीतर का नजारा देखते ही स्टूल पर मेरा बैलेंस गड़बड़ाने लगा ।

हल्क सूखने लगा , अम्मी भीतर बिस्तर पर अपनी सलवार खोलकर बैठे हुए मोबाइल चालू कर स्क्रीन पर कुछ देख रही थी और उनकी उंगलियां उनकी चूत में घुसी हुई थीं
जिस तरह से वो तेजी से अपनी बुर में उंगली कर रही थी और जैसे उनके चेहरे के हावभाव थे अम्मी की तड़प कर मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा और अम्मी उधर अपनी कमर झटके मार कर झड़ने लगी ।
मेरा लंड एकदम से अकड़ चुका था ऐसा क्या था उस वीडियो में जो अब्बू ने भेजा , जिसके लिए अम्मी को अपनी चूत से पानी निकालना पड़ा ।
मै जल्दी से स्टूल उसकी जगह पर रखे हुआ यही किचन में सोच रहा था ।
: अब क्या खोज रहे हो , सारे मसाले कैबिनेट में ही है ( रेशमा मैम मुस्कुरा कर बोली )
: जी वो बेसन चाहिए था थोड़ा , भिंडी को कुरकुरी करनी है
: वो दूसरे दराज में है निकाल लो , मै आटा लगाती हूं

( वो घूम कर आटा निकालने लगी और मैं नाइटी में उनकी बड़ी सी फैली हुई गाड़ देखकर सिहर उठा )
फिर हम बातें करते हुए खाना बनाने लगे लेकिन मेरा सारा ध्यान उनके मोबाईल को चेक करने पर था इससे पहले वो कुछ डिलीट करती ।
हर बीतता पल मेरी बेचैनी और बढ़ा रहा था , अम्मी आज शाम से ही अपनी सहेली वही जो रिश्ते में मेरी मामी लगती है उनसे बातें कर रही थी ।
किचन में उनकी बातें खत्म नहीं हो रही थी और हाल में बैठे हुए मै प्रोजेक्ट लिख रहा था
: अम्मी हो गई बात आपकी मुझे कुछ चेक करना है ( मैने बड़ी हिम्मत कर कहा )
: अच्छा ठीक है मै रात में काल करती हु वो शानू को कालेज का कुछ काम है मोबाइल से देखेगा ( अम्मी अपनी सहेली से बातें करती हु बोली और फिर फोन कट गया ।)
: शानू ले जा बेटा फोन कट गया ( अम्मी ने किचन से आवाज दी और मै खुश होकर उठकर किचन तक आया तो अम्मी बिना दुपट्टे के सूट सलवार में खड़ी रोटियां बेल रहे थी )
मेरी नजर उनकी सलवार पर थी जो उन्होंने बदल दी थी और उस बदले हुए सलवार को देखते ही मुझे शाम को जब बाजार से आया और अम्मी अपनी चूत मसल रही थी उसकी याद आई , शायद कुछ ज्यादा ही झड़ गई थी अम्मी । ये सोच कर ही उस वीडियो के लिए मेरी बेताबी और बढ़ने लगी लंड अलग ही फड़फड़ाहट में था ।मैने मुस्कुरा कर फोन लिया और हाल में आ गया ।
: अम्मी मै कमरे में जा रहा हु ( मै अपनी बुक्स वगैरह उठाता हुआ बोला )
: ठीक है अभी आवाज दूं तो आना जाना खाना खाने ठीक है
: जी अम्मी ( और मै सरपट जीने को फांदता हुआ अपने कमरे में , झट से मैने दरवाज़े की कड़ी लगा दी )
लंड मेरा उफान पर था और मेरे जिस्म की गर्मी उफान पर थी जबसे वो मोबाईल मेरे हाथ आया था ।
अजीब सी हड़बड़ाहट थी जिससे दिमाग और उंगलियों का तालमेल बिगड़ने सा लगा , उंगलियां पसीजने से फिंगर प्रिंट काम नहीं कर रहे थे ।
3 अटेम्प्ट के बाद पंखे के नीचे टहलते हुए मै 30 sec के टाइमर खत्म होने का इंतजार करने लगा और फिर पैटर्न खोलकर हिडेन फाइल खोजने लगा , मगर वो खाली था ।
मेरा माथा खराब होने लगा ये सोचकर कि अम्मी ने कही डिलीट तो नहीं कर दिया न
जल्दी जल्दी मै व्हाट्सएप खोला और अब्बू का मैसेज देखा तो आंखे फटी की फटी रह गयी ।
अब्बू ने एक देसी लेस्बियन पोर्न वीडियो भेजा था जिसमें दो मोटी गदराई बड़ी बड़ी चूचों वाली औरते एक दूसरे की बाहों में पूरी नंगी होकर एक दूसरे को चूम रही थी और जैसे जैसे वीडियो आगे बढ़ता है मेरे दिल की धड़कने तेज होने लगती है
लंड एकदम से उफान पर था , मैने उसे बाहर निकाल दिया और जोरो से हिलाने लगा

इतनी कामुकता भरी थी वो औरते 69 की मुद्रा में एक दूसरे के भोसड़े को चूस रही थी और आपस में चूत रगड़ रही थी
इनसब से हटकर जैसे ही मेरी नजर अम्मी के भेजे हुए text मैसेज पर गई मेरा लंड फड़फड़ाने लगा सुपाड़ा एकदम से फूल कर लाल हो गया नसे फूटने को बेकरार हो गई थी मै अब गया तब गया
" Tum dono ko aise hi dekhna hai mujhe "
: किन दोनों को ( इस सवाल के साथ बाहर कमरे का दरवाजा भी खटका )
मेरी हालत खराब बाहर से मुझे मेरा नाम लेकर पुकारा जा रहा था ।
मै समझ गया कि जरूर उन्हें मोबाइल की फिकर हुई होगी।
मै कभी अपनी स्थिति को निहारता तो कभी बाहर की खटखटाते दरवाजे से और घबराहट से परेशान हो जाता
इतने में कमरे का दरवाजा खुला
मैने झट से मोबाईल सोफे पर फेका और
रेशमा मैम नाइटी में मेरे आगे खड़ी थी आंखे फाड़े मुझे अपनी आंखों के सामने नंगा देख रही थी

वही मेरी लाख कोशिशों के बावजूद भी मेरे दोनों पंजे मेरे 9 इंच बड़े और कैन से मोटे लंड को छुपाने में नाकाम थे ।
: शानू , तु तुम ऐसे क्यों हो
: सो सॉरी मैम वो मै तौलिया खोजने लगा मिल नहीं रहा था ( अपना लंड छुपाए हुए मै नजरे चुराता हुआ बोला )
: मेरा फोन नहीं मिल रहा है , अरे ये यहां कैसे ? ( मैम की नजर सोफे के मोबाईल पर गई और वो लपक कमरे में घुसी)
जैसे ही लॉक खोला , तेज आवाज में एक पोर्न वीडियो चलना शुरू हो गया ,

जिसमें एक लड़की की एक अधेड़ उम्र का आदमी बड़ी ही जबर्दस्त तरीके से पूरे जोश में अपने लंड से उसकी चूत मार रहा था और वो लड़की खूब चीख कर चुदवा रही थी ।
: ओह गॉड ये सब कैसे ऑन हो गया , शानू तुमने खोला मेरा मोबाइल ( वो वीडियो बंद करते हुए मेरी ओर गुस्से से घुरी )
: सॉरी मैम वो कार में मैने आहूजा सर के मैसेज देखे थे तो
: पर तुमने लॉक कैसे खोला ( वो डरे सहमे लहजे में बोली)
: आप कितनी बार मेरे सामने अपना मोबाइल अनलॉक की है मैम, सॉरी वो मै , सॉरी प्लीज
: तुम्हे ये सब नहीं देखना चाहिए था शानू , तुम कभी नहीं समझोगे ( ये बोलकर वो कमरे से बाहर गई और मै नाइटी में उनकी मोटी गाड़ को हिलकोरे खाते देखता रहा ।
मै समझ चुका था कि अब अगर आगे मै ऐसे ही नाटक जारी रखा तो ये मौका दुबारा नहीं आने वाला और मै वैसे ही नंगे मैम के कमरे की ओर बढ़ गया
उफ्फ क्या कयामत थी

बाथटब में उतरते हुए अपने अपने जिस्म से नाइटी उतार दी और अब उनके जिस्म पर एक गुलाबी जालीदार पैंटी थी जिसे वो अपने बड़े से कूल्हे से नीचे सरका रही थी
उनकी मोटी मोटी गाड़ के फाकों के नीचे जांघों के बीच से हल्की सी चूत के रसीले होठों की झलक भर मिली और वो पानी में उतर गई
मै कमरे में बाथरूम के दरवाजे से झाक कर उनको निहारते हुए अपना लंड मसल रहा था
वो बाथटब की टोटी चालू कर उसमें अपने गदराये नंगे जिस्म को भीगा रही थी उनकी बड़ी बड़ी मोटी मोटी चूचियां नंगी होने पर और भी रसीली और बड़ी दिख रही थी
बाथटब में पानी भर रहा था और वो अपनी चूत को सहलाते हुए अपने जिस्म को मसल रही थी ।
: कैन आई ज्वाइन यू मैम
: शानू तुम ?? ( वो मुझे अपने बाथरूम में अचानक नंगा खड़ा पाकर चौकी और अपने स्तन छुपाने लगी और मेरी नजर उनकी बाथटब में फैली हुई जांघों के बीच की हल्के झाट के चूत पर थी जो पानी की लहरों में भी हल्की हल्की दिख रही थी ।
: अगर आप नहीं चाहती तो मैं वापस चला जाता हूं ( वो मेरे एक पैर को देख रही थी जो मैं बाथटब में उतार चुका था और मेरा बियर की कैन जैसा बड़ा मोटा लंड सुपाड़ा फाड़े उनके आगे तमन्नाएं खड़ा था )
: नहीं ( वो एकदम से बोली )
: मेरा मतलब , ठीक है आजाओ ( वो मुस्कुराते हुए बोली )
मै भी बाथटब में आकर दोनों पैर फैलाते हुए किसी तरह एडजस्ट कर पानी में आ गया , बीच पानी में मेरा लंड तोप की मुंह के जैसे उनकी छातियों की ओर तना हुआ था । और रह रह कर उनकी नजर मेरे लंड पर जा रही थी ।
और मेरी नजर उनके तने हुए निप्पल पर जो टब के पानी की सतह पर तैर रहे थे मानो
: एक बात पूछूं मैम ( एक लंबी चुप्पी के बाद मै बोला )
: हम्म्म कहो न ( वो मेरी आंखो देखते हुए बोली और उनकी आंखों में कामूकता साफ साफ झलक रही थी , पानी में कुछ सतरंगी झलकिया दिख रही थी जैसे कोई रसायन घोलने पर दिखता है , साफ था उनकी चूत पानी छोड़ रही थी )
: आहूजा सर आपको तंग करते है क्या , मेरा मतलब जिस तरह से आप खुद को मजबूर पाती है और वो मैसेज से ऐसे वीडियो भेजते है ( मै फिकर में बोला )
वो काफी देर तक मुझे देखते हुए मुस्कुरा रही थी , जो मेरी समझ के परे था
: बताइए न मैम ( मैने सवाल दोहराया)
: तुम बहुत भोले हो शानू , ये दुनिया तुम जैसे सच्चे इंसान को डिजर्व नहीं करती और ना मै .... ( बोलते हुए वो चुप हो गई )
: मतलब , मै समझा नहीं
: मै शादीशुदा थी शानू , पर इस नौकरी ने मेरी खुशिया छीन ली ( मै अचरज भरे नजरो से उनकी आंखों के छलकते आंसू देख रहा था )
: मतलब
: मेरी नौकरी से मेरे ससुराल वालों को खासा ऐतराज था , मगर मेरे पति ने हमेशा मेरा साथ दिया । मगर मेरे लास्ट ट्रांसफर पर वर्क लोड ज्यादा हो गया था और उन दिनों मै बहुत बिजी रहा करती थी , देर रात तक ऊपर के अधिकारियों की ऑनलाइन वीसी चलती और कभी कभार मेरे पति आते भी तो मैं उन्हें समय नहीं दे पाती थी , धीरे धीरे चीज़ें बिगड़ने लगी और फिर मेरे पति और मेरे रिश्ते में दरार आने लगी । एक ओर मै मेरी जॉब से परेशान थी और मेरे पति ने बच्चे के लिए मुझसे जिद करते रहते । ऐसा नहीं था कि हमारी सेक्स लाइफ अच्छी नहीं थी । महीने में कुछ दिन ही हम साथ होते थे मगर वो दिन यादगार होते थे , कभी कभी उन्हें मेरे वाइल्ड होने पर शक होता था कि मैं इतनी सेक्सुअल होकर भी उनके बिना हफ़्तों हफ्तों तक रह जाती हू। मेरे लगातार बच्चे के लिए मना करने पर वो चिड़चिड़े रहने लगे और कभी मेरे काम को लेकर तो कभी मेरे बर्ताव और फिर बात जब मेरे चरित्र पर आई तो मैने खुद ही उन्हें तलाख दे दिया ।
मै चुप रहा , लंड में एक सुस्ती सी महसूस हो रही थी जबकि रेशमा मै जस के तस मेरे आगे बैठी थी
: उसके बाद मैने वहां से अपना ट्रांसफर यहां करवा लिया और सबसे यहां मैने अपनी पहचान छिपाई हुई है , मगर आहूजा सर ने पता नहीं कैसे इस बारे में जानकारी हासिल कर ली । फिर वो मेरे पीछे है और आगे का तुम जानते ही हो ।
: लेकिन ये उतनी बड़ी बात नहीं थी मैम जितना आप आहूजा को झेल रही है ,
: एक औरत के डर दायरा बहुत बड़ा होता है शानू , तुम नहीं समझ सकते उस चीज को । एक तलाकशुदा औरत को ये समाज कैसे देखता है मुझे अच्छे से अनुभव है ( वो पानी के लहरों से अपने हाथों को धुलती हुई बोली और जैसे ही उनके बदन में हरकत हुई मेरा लंड भी हरकत में आने लगा )
: तो क्या कल आप लोग सच में बस कैजुअली ही मिले थे
: वो मीटिंग मेरी मर्जी जानने के लिए थी , बिना मेरी हां के आहूजा की इतनी हिम्मत नहीं है कि मुझे हाथ भी लगा सके
: फिर वो विडियोज ?
: वो !! हीहीही ये सब पहली बार नहीं है कि वो मुझे ऐसे विडियो भेज कर खुद की ओर लुभाने की कोशिश किया हो
: तो आप क्या करती है फिर ?
: मै !! बताऊं कया करती हूं ( वो अपनी नशीली आंखो से बड़ी कामुकता से मेरी ओर देखने लगी और अपनी जांघें पानी में खोलते हुए पीछे लेट गई और एक रुलाम फोल्ड कर आंखो पर रख कर रिलैक्स होती हुई मेरे सामने अपने चूचों को मसलने लगी )

: उम्मम्म शानू मुझे फ्री की पोर्न मिल जाती है और मम मैइइ अह्ह्ह्ह्ह सीईईई ( वो मेरे आगे ही पानी में अपनी चूत में उंगली करने लगी )
वो तेजी से अपनी बुर मसल रही थी और चूत में उंगली कर रही थी
मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा और मै खड़ा होकर लंड हिलाने लगा ।
उनकी आंखों पर रुमाल था और वो मेरे आगे अपने जिस्म से खेल रही थी मै ठीक उनके आगे ही अपना मोटा लंड हिला रहा था
उनकी बड़ी बड़ी मोटी चूचियां और बजबजाती चूत उसपे से मैम के मुंह से निकलती सिसकियां मुझे चरम पर ले जा रही थी
: अह्ह्ह्ह शानू इसमें बहुत मजा आता है अह्ह्ह्ह फक्क्क् ओह्ह्ह्ह गॉड उम्मम ( वो पानी अपनी गाड़ उठा कर चूत में तेजी से उंगली करके झड़ने लगी )
मै उनकी जोशीली अदा और हिलते चूचे देख कर रह नहीं पाया और उनकी बड़ी बड़ी चूचों पर अपनी मोटी कैन का फब्बारा फोड़ दिया ।

एक के बाद एक मोटी थक्केदार मलाई की पिचकारी मेरे लंड से छुटती रही कुछ तेज पिचकारी सीधे उनके होठों पर गई और वो रुमाल हटा कर मेरी ओर देखने लगी ,
उनके ठीक उपर मै उनके ऊपर ही झड़ रहा था
: शानू ये सब क्या है ? ( गिले हाथों से अपने होठ पोछने लगी )
: सॉरी मैम वो मै , सॉरी
और वो मुस्कुराने लगी
: इधर आओ बदमाश ( वो मुझे अपनी ओर खींचते हुए अपने लिप्स से मेरे लिप्स जोड़ लिए )
जारी रहेगी